सहरसा के ऐतिहासिक शहीद चौक पर भारत छोड़ो आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। 29 अगस्त 1942 को अंग्रेजी शासन के विरुद्ध आंदोलन में छह स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे। इन वीर सपूतों में बलहा गांव के कालेश्वर मंडल, एकाड़ गांव के धीरो राय, नारियार के केदारनाथ तिवारी, चैनपुर के भोला ठाकुर, बनगांव के पुलकित कामत और हीराकांत झा शामिल थे। इन शहीदों के बलिदान ने पूरे कोसी क्षेत्र को राष्ट्रीय आंदोलन में विशिष्ट पहचान दिलाई। कार्यक्रम में एनसीसी के पदाधिकारी गौतम कुमार मौजूद रहे और उनके साथ एनसीसी के छात्र-छात्रा शामिल हुए। शहीद चौक के विकास का दिया आश्वासन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में नगर निगम की महापौर बैन प्रिया ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीद चौक के विकास का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता बजरंग गुप्ता, अनुज कुमार सिंह, और स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन उपस्थित रहे।साथ ही सेनानियों के परिवार के सदस्यों को पाग और चादर देकर सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। आज की आजादी इन्हीं वीर सपूतों की देन है। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सभी ने उनके आदर्शों को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
भारत छोड़ो आंदोलन में शहीद हुए 6 स्वतंत्रता सेनानी:सहरसा के शहीद चौक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम, महापौर ने स्मारक का विकास करने का किया वादा
