गयाजी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के विद्युत उपभोक्ताओं से संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब सभी घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जा रही है। इसका फायदा राज्य के 1 करोड़ 89 लाख उपभोक्ताओं को होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई से योजना लागू हो गई है और लोगों के बिजली बिल पर सीधा असर दिख रहा है। गयाजी की नूरजहां खातून और सुपौल की कोमल कुमारी ने मुख्यमंत्री से बात करते हुए कहा कि मुफ्त बिजली से परिवार को बड़ी राहत मिली है। जो राशि पहले बिजली बिल में जाती थी। अब घरेलू जरूरतों और बच्चों की पढ़ाई में लगाई जा रही है। 2005 से पहले बिहार में बिजली की हालत खराब मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि 2005 से पहले बिहार में बिजली की हालत खराब थी। पटना में भी रोजाना 7-8 घंटे ही बिजली रहती थी। सरकार बनने के बाद बड़े पैमाने पर सुधार काम हुए, बजट बढ़ाया गया और हर गांव-टोले तक बिजली पहुंचाई गई। 2018 में ‘हर घर बिजली’ लक्ष्य तय समय से पहले पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार सस्ती दरों पर बिजली देने के साथ अब सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा दे रही है। सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्लांट लग चुके हैं और इच्छुक उपभोक्ताओं को भी इसका फायदा दिया जाएगा। 5.70 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त में बिजली डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि गया में 5.70 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को अनुदान और 1.70 लाख को पूरी तरह मुफ्त बिजली मिल रही है। जिनकी खपत 125 यूनिट से कम है। उन्हें जीरो बिल मिल रहा है। अधीक्षण अभियंता संदीप प्रकाश ने कहा कि गया में 11 नए पावर सबस्टेशन बन रहे हैं, 100 से अधिक नए ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे हैं और क्षमता विस्तार का काम जारी है। शहर में दो स्रोतों से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था होगी। सात कॉल सेंटर उपभोक्ता शिकायतों के लिए कार्यरत हैं। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल उपभोक्ताओं को राहत देने और राज्य में बिजली व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री ने बिजली के मुद्दे पर की सीधी बात:महिला ने कहा- काफी राहत मिली है, बचे हुए पैसे बच्चों की पढ़ाई पर हो रहे खर्च
