शादी के 9 साल हो गए। पति शराब बहुत पीते थे। किसी तरह मन्नतें मांगी। ढाई महीने पहले शराब छोड़ दी। फिर मन्नत के बाद हर रविवार को खाती बाबा मंदिर में माथा टेकने जाते थे। इस रविवार भी वह घर से निकले। निकलते समय दोनों बच्चों को दुलारा। मुझसे कहा कि बच्चों का ख्याल रखना, मुझे आने में देर हो सकती है… लेकिन, अब हमारे पति कभी नहीं लौट सकते। भगवान ने उन्हें छीन लिया। रोते-रोते, ये बातें संतराम की पत्नी रोशनी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहीं। दरअसल, इसी रविवार को झांसी में बेकाबू ट्रक ने बाइक सवार 2 दोस्तों संतराम और अखिलेश को रौंद दिया। संतराम की मौत हो गई, अखिलेश का एक पैर काटना पड़ा। संतराम शराब छोड़ने की मन्नत मांगने तो अखिलेश संतान प्राप्ति के लिए मत्था टेकने जा रहा था। भास्कर रिपोर्टर ने संतराम के परिवार से बात की, सिलसिलेवार पढ़िए– पति को समझाया कि बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें
बबीना के मोटा गांव की रहने वाली रोशनी ने कहा- 9 साल पहले मेरी शादी संतराम (30) से हुई। संतराम मजदूरी करते थे। शादी के बाद पति गलत संगत में पड़कर शराब पीने लगे। उन्हें शराब छोड़ने के लिए कई बार समझाई। बच्चों की पढ़ाई पर खर्चा करने को कहा। समझाया कि आज बेटे कृष्णा (6) और बेटी राशि (4) को अच्छे से पढ़ा दिए तो कल हमारा भविष्य ठीक हो जाएगा। लेकिन, पति नहीं माने। पति ने मन्नत मांगी, शराब छूटी तो हर रविवार मंदिर आएंगे
रोशनी ने बताया- ढाई महीने पहले मैं बच्चों और पति को लेकर मोटा गांव से 30 किलोमीटर दूर रक्सा के खाती बाबा मंदिर गई थी। वहीं पति को शराब छोड़ देने की कसम दिलाई। पति ने भी शराब न पीने की कसम ले ली। साथ ही मंदिर में ये भी मन्नत मांगी कि शराब छूट गई तो हर रविवार को पति दर्शन करने मंदिर आएंगे। इसके बाद दो बार मैं भी पति के साथ मंदिर गई। पत्नी बोलीं- भगवान ने इशारा किया, मैं समझ नहीं पाई
पति की मौत से बदहवास रोशनी इस बात को लेकर अपने आपको कोस रही हैं कि मैं भगवान की मर्जी को समझ नहीं सकी। पति ने मंदिर जाते समय दोनों बच्चों को पहली बार दुलारा और देर से आने की बात कही थी। ये भी कहा कि बच्चों का ख्याल रखना। ये सब भगवान का इशारा था, जिसे मैं समझ नहीं पाई। बेटी को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाना अब सपना रह गया
रोशनी ने बताया- 6 साल का बेटा पास के सरकारी स्कूल में पढ़ता है। अभी 4 साल की बेटी स्कूल नहीं जाती है। पति कहते थे कि बेटी को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाएंगे। शराब छोड़ने के बाद उन्होंने बार-बार ये वादा किया था कि अब शराब में बर्बाद होने वाले पैसे बच्चों के भविष्य के लिए बचाऊंगा। उन्हें अच्छे से पढ़ाऊंगा। तीन साल में परिवार में हुई 3 मौत
मोटा गांव के रहने वाले किसान श्रीपत के तीन बेटे रामकुमार (38), मनोज (35) और संतराम (30) रहे। उनकी पांच बेटियां भी हैं। आठ भाई-बहनों में संतराम सबसे छोटा था। संतराम के बाड़े भाई मनोज ने बताया- उनके घर में ये तीसरी मौत है। 21 मई 2023 में मां की मौत हुई। इसके बाद 14 सितंबर 2024 को पिता की भी मौत हो गई थी। हादसे की पूरी घटना समझिए- ट्रक ने 200 मीटर घसीटा, शव के चीथड़े उड़ गए थे
झांसी में बेकाबू ट्रक ने रविवार को बाइक सवार संतराम और उनके दोस्त अखिलेश को रौंद दिया। ट्रक की चपेट में आए संतराम की काफी वीभत्स तरीके से मौत हुई। ट्रक में फंसकर करीब 200 मीटर तक घिसटता चला गया। ट्रक से रौंदे जाने के बाद, आ-जा रहीं गाड़ियां रौंदते हुए गुजरती रहीं। क्षत-विक्षत शव सड़क पर बुरी तरह से चिपक गया। जब पुलिस पहुंची तो उसे खुरचकर शव के हिस्सों को उठाना पड़ा। रविवार शाम करीब चार बजे हुए इस एक्सीडेंट के बाद ड्राइवर ट्रक लेकर फरार है। घर से 18 किमी दूर हुआ हादसा
संतराम बाइक चला रहा था, अखिलेश बैठा था। शाम करीब चार बजे सिजवाहा गांव के पास हादसा हुआ। संतराम की मौत हो गई जबकि अखिलेश गंभीर रूप से घायल हुआ। अखिलेश ने ही फोन कर संतराम के घर हादसे की सूचना दी। रक्सा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। घर से करीब 18 किलोमीटर दूर ये हादसा हुआ। ————- ये खबर भी पढ़िए- नोएडा में रूम पार्टनर ने की MBA छात्र की हत्या: हॉस्टल में वारदात, मर्डर के बाद खुद को भी गोली मारी, हालत गंभीर ग्रेटर नोएडा में मैनेजमेंट के एक छात्र ने अपने साथी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली। गोली लाइसेंसी पिस्टल से मारी गई है। घायल छात्र को पास के ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने एक लाइसेंसी रिवॉल्वर, 4 जिंदा कारतूस, 2 खोखे, मोबाइल और लैपटॉप बरामद किया है। मामला नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर…
‘भगवान ने इशारा किया…पति का आखिरी वक्त समझ न पाई’:झांसी में पत्नी बोली- मंदिर जाते समय कहा था आने में देर होगी; ट्रक ने रौंद दिया
