पाकुड़ जिले में करमा पर्व का उल्लास चारों ओर छाया हुआ है। जिला मुख्यालय से लेकर महेशपुर, पाकुड़िया समेत सभी प्रखंड क्षेत्रों में लोग इस परंपरागत त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं। पिछले दो-तीन दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में इसका आयोजन लगातार किया जा रहा है। हर गली और चौक-चौराहे पर त्योहार की रौनक साफ देखी जा सकती है। चैती दुर्गा मंदिर परिसर में खास आयोजन जिला मुख्यालय के छोटी अलीगंज स्थित चैती दुर्गा मंदिर के पास मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा की ओर से भव्य करमा पर्व समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं और करमा गीतों पर थिरकती नजर आईं। इस मौके पर उन्होंने प्रकृति संरक्षण और भाई-बहन के प्रेम की परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। मुख्य अतिथि ने बताया पर्व का महत्व समारोह के मुख्य अतिथि एनडीए के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी और समाजसेवी अजहर इस्लाम ने लोगों को संबोधित करते हुए करमा पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह पर्व आपसी रिश्तों को मजबूत करता है और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हर परिवार को बच्चों को शिक्षित बनाने के प्रयासों में पीछे नहीं हटना चाहिए। नृत्य और संगीत से गूंजा माहौल समारोह में लोग करम की डाली लेकर पहुंचे और मंदार की थाप पर जमकर नृत्य किया। पारंपरिक गीतों और नृत्य ने माहौल को पूरी तरह धार्मिक और सांस्कृतिक बना दिया। महिलाएं और युवा देर रात तक पर्व में शामिल होकर आनंद लेते रहे। बाजारों में भी दिखी रौनक करमा पर्व को लेकर स्थानीय बाजारों में भी खूब चहल-पहल रही। पूजा-पाठ की सामग्री, पारंपरिक वेशभूषा और सजावटी सामान की दुकानों पर भीड़ लगी रही। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहर तक हर जगह करमा पर्व की धूम ने एकता और भाईचारे का संदेश दिया।
पाकुड़ में करमा पर्व की धूम:चैती दुर्गा मंदिर परिसर में खास आयोजन, प्रकृति संरक्षण का लिया संकल्प
