बारिश से बिगड़े नैनीताल के हालात, उफान पर नदी-नाले

नगर के अयारपाटा क्षेत्र में कई प्राकृतिक तालाब भी पानी से भर गये हैं, जबकि सूखाताल अपेक्षाकृत सूखी हुई है। वहीं जनपद में अधिकांश नाले उफन रहे हैं और खतरे के निशान पर पहुंच रहे हैं। आंकड़ों के साथ बात करें तो नैनीताल नगर में 14 जून से लगभग लगातार बारिश हो रही है। 14 जून तक नगर में जनवरी माह से मात्र 290 मिमी बारिश हुई थी, जबकि आज 2 सितंबर तक हुई बारिश का आंकड़ा 1935 मिमी तक पहुंच गया है। यानी मात्र ढाई माह में 1645 मिमी बारिश हो चुकी है। इस बीच जुलाई माह के 31 दिनों में से 22 दिन और अगस्त माह के 31 दिनों में से 26 दिन बारिश हुई है।

इधर केवल बीते 24 घंटों में नगर में 174 मिमी बारिश हुई है। बारिश के कारण नैनी झील 11 अगस्त को ही लबालब भर चुकी थी और तब से लगभग लगातार झील के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है और झील का जल स्तर 87 फिट पर ऊपर न आने देने का प्रयास किया जा रहा है। जनपद के अन्य क्षेत्रों में बारिश के आंकड़ों की बात करें तो बीते 24 घंटों में कैंची धाम क्षेत्र में 105.5, चोरगलिया क्षेत्र में 104.5, हल्द्वानी व ओखलकांडा क्षेत्र में 98-98 और बेतालघाट क्षेत्र में 85 मिमी बारिश हुई है।

जनपद के रामनगर का धनगढ़ी, चोरगलिया का शेरनाला व सूर्या नाला उफन रहे हैं, इस कारण यहां संबंधित मार्गों पर वाहनों का आवागमन बाधित है। काठगोदाम में गौला बैराज का जल स्तर 52392 क्यूसेक तक पहुंच गया है और बैराज के गेट खोल दिये गये हैं। वहीं कोसी बैराज का जलस्तर 31385 व नंधौर का 12126 क्यूसेक पर पहुंच गया है और खतरे के निशान से ऊपर है।

ज्योलीकोट-क्वारब राष्ट्रीय राजमार्ग तथा 4 राज्य मार्ग-हल्द्वानी चोरगलिया, रामनगर भंडारपानी बोहराकोट, गर्जिया घुघुतीधार बेतालघाट ओड़ाखान तथा हैड़ाखान सिमलिया बैंड सहित जनपद के कुल 27 मार्ग बंद हैं। उधर लालकुआं कें 1 सितंबर से सेंचुरी पेपर मिल के वीआईपी गेट के सामने जल भराव के कारण 70-80 लोगों को अंबेडकर पार्क में पुर्नवासित किया गया है।

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