भागलपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान जमकर हंगामा हुआ। रेलवे की जमीन पर घर बनाकर रह रहे 82 परिवारों को हटाने पहुंची पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा। जैसे ही प्रशासनिक टीम ने माइकिंग शुरू की, लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर सदर एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल अतिक्रमण हटाओ अभियान को रोक दिया गया। अब रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन की बैठक होगी। इसके बाद तय किया जाएगा कि भूमिहीन परिवारों के लिए स्थायी समाधान क्या हो सकता है। शहर के भीखनपुर गुमटी नंबर एक और दो में रेलवे की जमीन पर पिछले 46 सालों से 82 परिवार रह रहे हैं। अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर लोगों में नाराजगी है। भूमिहीन परिवारों को बसाना जरूरी है जीवन पासवान ने बताया कि रेलवे के काम में बाधा नहीं डाल रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार से मांग है कि उन्हें अब तक बसाया नहीं गया है। पिछले 46 साल से भूमिहीन हैं। पहले भी सदर एसडीएम और जिलाधिकारी ने उनसे सूची मांगी थी। 84 भूमिहीन परिवारों ने जिला प्रशासन को सूची सौंपी थी। डीएम ने नाथनगर अंचल अधिकारी को निर्देश भी दिया था, लेकिन अब तक विस्थापन की व्यवस्था नहीं हुई है। जल्द होगा समाधान वहीं, सदर एसडीएम ने बताया कि रेलवे के एक प्रोजेक्ट के तहत सेंटिंग यार्ड का काम होना है। जिसके लिए जमीन खाली कराना जरूरी है। यहां जो परिवार कई वर्षों से रह रहे हैं, उनकी मांग है कि पहले उनका विस्थापन किया जाए। इस मामले में रेलवे अधिकारियों से बातचीत चल रही है। यह सरकार का प्रोजेक्ट है, इसे रोका नहीं जा सकता। अतिक्रमण हटेगा, लेकिन फिलहाल कार्रवाई स्थगित की गई है। रेलवे प्रशासन से बातचीत कर ही इसका समाधान निकाला जाएगा।
भागलपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान हंगामा:विरोध के बाद वापस लौटी पुलिस, रेलवे की जमीन पर 46 साल से है कब्जा
