बक्सर जिला प्रशासन और उर्दू निदेशालय, बिहार पटना की पहल पर 28 अगस्त को नव-निर्मित समाहरणालय परिसर में जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी। यह आयोजन उर्दू भाषी प्रोत्साहन राज्य योजना के तहत किया जा रहा है। प्रतियोगिता का मुख्य लक्ष्य विद्यार्थियों में उर्दू भाषा के प्रति रुचि जगाना है। इससे उनकी अभिव्यक्ति क्षमता का विकास होगा। उर्दू भाषा भारत की गंगा-जमुनी संस्कृति का प्रतीक है। जिला उर्दू भाषा कोषांग के प्रभारी के अनुसार, प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्र हिस्सा लेंगे। छात्र उर्दू भाषा की महत्ता, साहित्यिक परंपरा और वर्तमान में इसकी उपयोगिता पर चर्चा करेंगे। जिला प्रशासन ने सभी प्रतिभागियों और अभिभावकों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है। नव-निर्मित समाहरणालय परिसर में बेहतर वातावरण में प्रतियोगिता होगी। उर्दू सीखने के लिए करेगी प्रेरित भाषा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों को उर्दू सीखने के लिए प्रेरित करती हैं। उर्दू निदेशालय, बिहार सरकार लगातार भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है। इस प्रतियोगिता से छात्रों में भाषाई विविधता और आपसी समझ बढ़ेगी। जिला प्रशासन का विश्वास है कि इस आयोजन से बक्सर जिले के विद्यार्थी न केवल उर्दू भाषा की खूबसूरती को समझेंगे बल्कि इसे समाज में सम्मान दिलाने में भी योगदान देंगे।
बक्सर में 28 अगस्त को उर्दू वाद-विवाद प्रतियोगिता:स्कूल-कॉलेज के छात्र करेंगे भाषा की महत्ता पर चर्चा, विद्यार्थियों में भाषा के प्रति रुचि जगाना लक्ष्य
