मेरा बर्थडे अब्बू की मौत का दिन, कभी नहीं मनाऊंगी:मेरठ में बेटी बोली- मेरी आंखों के सामने पीट-पीटकर मार डाला

मेरा बर्थडे अब्बू की मौत का दिन, कभी नहीं मनाऊंगी:मेरठ में बेटी बोली- मेरी आंखों के सामने पीट-पीटकर मार डाला

’15 अगस्त को मेरा जन्मदिन था। अब्बू बहुत खुश थे। वो पिज्जा, कोल्डड्रिंक, केक सब लाए। मेरी सहेलियां और रिश्तेदार घर पर थे। हम लोग डीजे पर डांस कर रहे थे। तभी पड़ोसी अय्यूब घर आकर लड़ने लगा। उसने एक भारी चीज अब्बू के सिर में मारी। अब्बू मेरे सामने खून से लथपथ होकर गिर पड़े। थोड़ी देर बाद उनकी मौत हो गई। अब मैं कभी अपना बर्थडे नहीं मना सकती, क्योंकि यह मेरे अब्बू की मौत का दिन है।’ ये बातें मेरठ की 14 साल की लड़की रिम्सा ने कहीं। उसकी आंखों के सामने पिता अब्दुल की पीट-पीटकर की हत्या कर दी गई। दैनिक भास्कर की टीम मृतक अब्दुल के घर पहुंची। यहां घर पर बेटी रिम्सा मिली। जो उस रात की घटना को याद कर कभी रोती है, तो कभी चिल्लाने लगती है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पढ़िए बेटी की बातचीत… अब्बू को पड़ोसियों ने बहुत पीटा
भास्कर को रिम्सा ने बताया, पापा मेरे बर्थडे पर हमेशा पार्टी करते थे। उस दिन भी की थी। हर साल की तरह हम इस बार भी सेलिब्रेशन कर रहे थे। तभी सामने रहने वाले लोगों को हमारे डीजे बजाने पर परेशानी होने लगी। वो लोग हमारे यहां आकर अब्बू से झगड़ने लगे। अब्बू ने उन्हें रोका, कहा- बच्चे पार्टी कर रहे हैं। थोड़ी देर बाद डीजे बंद कर देंगे। वो नहीं माने। अय्यूब और उसके लोगों ने अब्बू को मारना शुरू कर दिया। मेरी आंखों के सामने अब्बू के सिर पर लोहे की रॉड से मारी। अब्बू खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। वो तड़प रहे थे। हम जब तक उन्हें अस्पताल लेकर पहुंच पाते। उनकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने मेरे अब्बू का सिर फाड़ दिया। अब कैसे जन्मदिन मनाऊं​​​​​गी?
रिम्सा ने बताया, उन लोगों को मेरे अब्बू और हमारे सेलिब्रेशन से परेशानी थी। उन्होंने सबके सामने मेरे अब्बू को मारा। कुछ ही पलों में मेरे अब्बू की मौत हो गई। वो कम से कम 20 लोग थे। उन्होंने हमारे घर में भी लोगों को मारा। आज मेरा पूरा परिवार दुखी है। मैं अब कभी अपना बर्थडे नहीं मना पाऊंगी। ये दिन अब मेरे परिवार के लिए खुशी का नहीं, मातम का दिन है। हम जब भी 15 अगस्त को याद करेंगे तो इस दिन अब्बू की मौत याद आएगी। इस दिन ने हमारे अब्बू को छीन लिया। जिन्होंने अब्बू को मारा है, उनको सजा मिलनी चाहिए। मेरे लिए मेरे अब्बू हीरो थे। अब परिवार की बात बेटा बोला- 3 महीने पहले भी झगड़ा हुआ था
अब्दुल के बड़े बेटे फैसल ने बताया, मेरी छोटी बहन का बर्थडे था। अब्बू घर के बाहर खड़े थे, तभी पड़ोसियों से डीजे बजाने पर झगड़ा हो गया। उन्होंने हमारे अब्बू के ऊपर हमला कर दिया। वो गिर पड़े। दोनों ही तरफ से डीजे बज रहे थे। पड़ोसियों ने पापा के सिर पर रॉड मार दी। लगभग तीन महीने पहले इन्होंने हमारी अम्मी को मारा था। तब इन्होंने अम्मी की सोने की बालियां भी उतरवा ली थीं। मृतक के जीजा ने कराया मुकदमा
अब्दुल के जीजा हाजी चांद ने बताया, जब ये झगड़ा हुआ था तब हमने पुलिस को भी फोन किया था। पहले पुलिस टाइम पर आ नहीं पाई। जब पुलिस आई, तब तक आरोपी भाग गए। आरोपी रेलवे रोड थाने के मुखबिर हैं। वे नशीले पदार्थों की सप्लाई करते हैं। चोरी करते हैं। इसके बाद भी पुलिस ने उन्हें अरेस्ट नहीं किया। बच्चों का बर्थडे मनाया जा रहा था। बस इतनी सी बात पर झगड़ा हुआ। हमारे रिश्तेदार पर हमला कर दिया। उनकी मौत हो गई। इनके 5 बच्चे 3 लड़के 2 लड़कियां हैं। बहन रो-रोकर बेहोश हुई
भास्कर टीम ने बहन शबनम से बात की। वे रोने लगीं और बेहोश हो गईं। होश आने पर उन्होंने कहा- शाहिद और अय्यूब ने मिलकर मेरे भाई की हत्या की है। जैसे ही मुझे पता चला, हम भाई के साथ घर पहुंचे। इसके बाद वह चुप हो गईं। वहीं, पड़ोसी इमरान ने बताया कि अय्यूब के परिवार का मोहल्ले में आतंक है। वे आते-जाते लोगों से झगड़ा कर लेते हैं। अय्यूब पक्ष के लोगों ने अब्दुल के सिर पर लोहे की रॉड से हमला किया था। कैसे हुई वारदात, समझिए
मछेरान निवासी अब्दुल (45) रेहड़ी लगाकर परिवार का गुजारा करता था। अब्दुल के 2 बेटे और 3 बेटियां हैं। शुक्रवार रात 15 अगस्त को अब्दुल की बेटी रिम्सा का 14वां बर्थडे था। रिम्सा मदरसे में पढ़ती है। पिता अब्दुल ने घर पर बर्थडे की पार्टी रखी थी और किराए पर एक म्यूजिक सिस्टम मंगाया था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि रात 11 बजे अब्दुल डीजे पर बर्थडे सॉन्ग बजा रहे थे। उनके घर के सामने रहने वाला अय्यूब (40) भी दोस्तों के साथ पार्टी मना रहा था और वह भी डीजे पर गाने बजा रहा था। इसी बीच, अय्यूब ने डीजे की आवाज तेज कर दी। डीजे की आवाज को लेकर उनका पड़ोसी अय्यूब और उसके दोस्तों से झगड़ा हो गया। पड़ोसी लोहे की रॉड लेकर आया और अब्दुल के सिर पर मार दी। वारदात के बाद भीड़ ने मुख्य आरोपी अय्यूब के साथी शाहिद को दौड़ाकर पकड़ लिया। उसे जमकर पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे किसी तरह उसे बचाया। पुलिस ने तीन आरोपियों अय्यूब उर्फ बुढिया, उसके बेटे आबिद और शाहिद को अरेस्ट किया है। जबकि, 2 आरोपी चांद और महिला चमन अभी भी फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। ​​​​​​अब पुलिस का पक्ष SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया- 15 अगस्त की रात रेलवे रोड थाना क्षेत्र में बर्थडे पार्टी के दौरान दो पक्षों में मारपीट हुई थी। पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। 3 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजा जा चुका है। ————————— ये खबर भी पढ़िए कैसे बना कानपुर के अखिलेश दुबे का साम्राज्य: पढ़िए पुलिस मुखबिर से माफिया बनने की कहानी, दरबार में माथा टेकते थे IPS-PPS कानपुर के वकील अखिलेश दुबे की अरेस्टिंग के बाद से प्रदेश भर में उसका सिंडीकेट चर्चा में है। लोगों को ब्लैकमेल कर करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया। उसके दरबार में दरोगा-इंस्पेक्टर से लेकर आईपीएस और पीपीएस अफसर माथा टेकने आते थे। उसके बड़े-बड़े सफेदपोश नेताओं से भी काफी नजदीकी है। कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कानपुर ने अखिलेश दुबे को क्यों जेल भेजा…? किस तरह से एक आईपीएस अफसर ने दुबे के पूरे सिंडीकेट को बेनकाब कर दिया। पढ़िए पूरी खबर

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