खतरे में करियर… UG-PG का 6 माह का सेमेस्टर एग्जाम 1 साल बाद भी नहीं

खतरे में करियर… UG-PG का 6 माह का सेमेस्टर एग्जाम 1 साल बाद भी नहीं

रांची यूनिवर्सिटी में स्नातक और स्नातकोत्तर ट्रेडिशनल और प्रोफेशनल कोर्सों में नामांकित सभी बैच के छात्रों का सेशन लेट चल रहा है। छह माह का सेमेस्टर एग्जाम एक साल बाद भी आयोजित करने में यूनिवर्सिटी प्रशासन विफल रहा है। यूजी-पीजी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा सेशन शुरू होने के एक साल बाद भी नहीं हुई है। जबकि सेशन शुरू होने के छह माह के बाद ही फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा हो जानी चाहिए थी। इसी प्रकार यूजी और पीजी फाइनल सेमेस्टर का रिजल्ट जून 2025 में ही ही घोषित हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित नहीं है। यानि यूनिवर्सिटी की कोई भी परीक्षा निर्धारित समय पर आयोजित नहीं हो रही है। एग्जाम कैलेंडर फेल है। इसका सीधा असर विभिन्न यूजी और पीजी विभिन्न बैच के छात्रों के करियर पर पड़ रहा है। छात्रों का कहना है कि हमारी क्या गलती है। समय पर परीक्षा लेना और रिजल्ट देना यूनिवर्सिटी प्रशासन की ड्यूटी है। छात्रों का कहना है कि विलंबित सेशन को अब नियमित नहीं किया जा सकता है। लेकिन जल्द से जल्द से एग्जाम आयोजित कर नुकसान को कम किया जा सकता है। सेशन लेट होने से विभिन्न बैच के एक लाख से अधिक यूजी-पीजी के स्टूडेंट्स प्रभावित हैं।
यूजी-पीजी फर्स्ट सेमेस्टर का सिलेबस पहले ही पूरा कर लिया गया है। अब इस बैच के स्टूडेंट्स घर से परीक्षा शिड्यूल घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं। फर्स्ट का रिजल्ट घोषित होने के बाद सेकेंड की पढ़ाई शुरू होगी।
यूजी फाइनल सेमेस्टर का रिजल्ट घोषित नहीं होने से पीजी कोर्सों में एडमिशन प्रोसेस शुरू नहीं हुआ है। जब तक रांची विवि में स्नातक का रिजल्ट घोषित होगा तब तक देश के सभी बड़े विवि में एडमिशन बंद हो गया होगा।
पीजी स्तर के वोकेशनल कोर्सों में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स मिलने की संभावना बेहद कम रह जाएगी। क्योंकि प्रोफेशनल कोर्सों में समय पर परीक्षा और रिजल्ट घोषित नहीं होने से प्लेसमेंट पर असर पड़ता है।

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