मुजफ्फरपुर में 20 लाख की NCERT-BTBC की नकली किताबें जब्त:कोलकाता से आई टीम ने की कार्रवाई, गलत तरीके से बेच कर मुनाफा कमाने वाले थे

मुजफ्फरपुर में 20 लाख की NCERT-BTBC की नकली किताबें जब्त:कोलकाता से आई टीम ने की कार्रवाई, गलत तरीके से बेच कर मुनाफा कमाने वाले थे

मुजफ्फरपुर की नगर थाना पुलिस ने मंगलवार मोतीझील के पी.एन. राय गली स्थित ‘शंकर पुस्तक भंडार’ के गोदाम में छापेमारी की है। यहां से 20 लाख रुपए से अधिक मूल्य की नकली NCERT और BTBC की किताबें जब्त की हैं। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 318 बीएनएस व कॉपीराइट एक्ट 1957 की धारा 63/65 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। NCERT के कोलकाता कार्यालय से शिकायत मिलने के बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई थी। कोलकाता से आई लीगल टीम, जिसमें अधिकारी जितेश लुहाने शामिल थे। इन्होंने गुप्त जांच के बाद नगर थाना पुलिस की मदद से छापेमारी की। छापेमारी के दौरान हजारों की संख्या में नकली पाठ्यपुस्तकें बरामद हुईं। आरोपी अवैध तरीके से इन पुस्तकों को बाजार में बेचकर कम समय में अधिक मुनाफा कमाने की फिराक में थे। पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा ग्रामीण एसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में नकली सामग्री की बिक्री एक गंभीर अपराध है, जिससे न केवल छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ होता है बल्कि सरकार को राजस्व की नुकसान भी होती है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।” फिलहाल पुलिस इस अवैध नेटवर्क की गहन जांच में जुटी है और जल्द ही संदिग्धों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। नकली पुस्तकों की बिक्री की सूचना मिली थी NCERT के कोलकता रीजन के बिजनेस मैनेजर गीतेश सुहाने ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि मुजफ्फरपुर में एनसीईआरटी के नकली पुस्तकों की बिक्री की जा रही है। इसके बाद जांच के लिए एक टीम बनाई, जिसमें मैं भी शामिल था और मुजफ्फरपुर आकर स्थानीय थाने के सहयोग से बाजार में जब निरीक्षण किया तो शंकर पुस्तक भंडार से एनसीईआरटी के हजारों नकली किताबों की जब्ती की है। सरकार के राजस्व के साथ धोखाधड़ी गणना पूरी होने के बाद हम दुकानदार के ऊपर एफआईआर दर्ज करेंगे। यह सब जानकारियां हमे सूत्र,पेरेंट्स और मीडिया के जरिए मिली है। फिर हमें अपने स्तर से भी सत्यापन करके आगे की करवाई करते है। यह बच्चों के भविष्य व राज्य के राजस्व के साथ खिलवाड़ है। जब ऑफ सीजन इतनी सारी पुस्तकें बरामद हुई है, तो अंदाजा लगाइए कि सीजन में कितने का बिजनेस करते होंगे। यह सरकार के राजस्व के साथ धोखाधड़ी है।

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