डीआईजी सह एसएसपी रांची चन्दन कुमार सिन्हा ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि 15 जुलाई को नामकुम थाना क्षेत्र स्थित विद्युत सब स्टेशन (संचरण केन्द्रीय भंडार) के कर्मियों एवं सुरक्षा कर्मियों को बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था।
मामले की गंभीरता देखते हुए एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था। एसआईटी टीम ने नामकुम ग्रिड में हुए डकैती कांड का खुलासा कर करते हुए मामले में शामिल 11 में से नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। डीआईजी सह एसएसपी रांची चन्दन कुमार सिन्हा ने बताया कि डकैती गिरोह का मुखिया दिनेश लोहरा है। दिनेश लोहरा उर्फ दिनेश करमाली लातेहार का रहने वाला है। वर्तमान में दिनेश डोरंडा के बड़ा घाघरा में रह रहा था। दिनेश ने अपने बयान में बताया कि उसने अपने 10 साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। डकैती किए हुए सामान को पुन्दाग में कबाड़ी दुकान फुरकान मल्लिक और अरगोडा के कबाड़ी दीपक कुमार सोनी को बेच दिया था।
दिनेश लोहरा के अनुसार कुल 253 किलो 750 रुपये के हिसाब से प्रति किलोग्राम की दर से बिजली विभाग के सामान को बेचा गया था, जिसमें उसे 1,73,000 रुपये मिला। इसे हम सभी लोग आपस में बांट लिया। वहीं, कबाड़ी दीपक सोनी ने चोरी का समान पटना में बेच दिया और उसके एवज में चार लाख रुपये अपने अकाउंट में मंगवा लिया। पकड़े गए सभी आरोपितों के जरिये इस घटना में अपना-अपना अपराध को स्वीकार किया गया है।