गंगोत्री धाम की यात्रा भी धराली तबाही के बाद शुरू कर दी है। यमुनोत्री धाम की यात्रा हाइवे पर तीन जगह भूस्खलन के चलते शुरू नहीं हाे पाई है।
यमुना नदी के कटाव से यमुनोत्री हाईवे फूलचट्टी से जानकीचट्टी जोड़ने वाली सड़क का करीब दाे साै मीटर का हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। फूलचट्टी के पीछे जंगलचट्टी के पास 18 दिन बीत जाने के बाद भी आवागमन सुचारू नहीं हो पाया है। शासन व प्रशासन के लिए दूसरे दौर की यात्रा के लिए सुगम और सुरक्षित यात्रा शुरू करना अभी भी चुनौती बना हुआ है। फूलचट्टी से जानकीचट्टी जोड़ने वाली लोक निर्माण विभाग की सड़क का करीब बड़ा हिस्सा पूर्ण रूप से ध्वस्त होने से सड़क का नामोनिशान मिट गया है ।
इस संबंध में जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि बड़कोट से प्रतिदिन अपडेट ली जा रही है। 13 सितंबर तक यमुनोत्री हाईवे को पूरी तरह से बहाल कर लिया जाएगा। इसके बाद यमुनोत्री धाम की दूसरे दौर की यात्रा शुरू हाे जायेगी।