नेपाल में उग्र आंदोलन के बीच रेल सेवा बंद:जयनगर-जनकपुर रूट पर ट्रेनें रोकी गईं, बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ी

नेपाल में उग्र आंदोलन के बीच रेल सेवा बंद:जयनगर-जनकपुर रूट पर ट्रेनें रोकी गईं, बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ी

नेपाल में बिगड़ते हालात और उग्र विरोध-प्रदर्शन के कारण भारत-नेपाल रेल सेवा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस फैसले के बाद मधुबनी जिले के जयनगर रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसर गया है। सुरक्षा कारणों से दोनों रैक को जयनगर स्टेशन पर ही रोक दिया गया है। नेपाली स्टेशन अधीक्षक एसएल मीणा ने बताया कि मंगलवार सुबह की ट्रेन नेपाल गई थी और वापसी के बाद सेवा स्थगित कर दी गई। नेपाल में भड़का Gen-Z आंदोलन नेपाल में सोमवार (8 सितंबर 2025) से शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन मंगलवार को और उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में राष्ट्रपति के घर में आग लगा दी। हालात बेकाबू होते देख राष्ट्रपति ओली को नेपाली आर्मी की कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाया, जिसके बाद विरोध और तेज हो गया। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र और युवा शामिल बताए जा रहे हैं। यात्रियों की बढ़ी परेशानी रेल सेवा बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जयनगर स्थित नेपाली रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को कई यात्री ट्रेन का इंतजार करते नजर आए, लेकिन सेवा स्थगित होने की सूचना मिलने के बाद वे असमंजस में पड़ गए। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से जानकारी प्राप्त करें। सीमा पर कड़ी चौकसी नेपाल में बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है। मंगलवार शाम को 48वीं वाहिनी एसएसबी जयनगर के कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी, मधुबनी एसपी योगेंद्र कुमार और जयनगर डीएसपी राघव दयाल ने बॉर्डर क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान सर्किल इंस्पेक्टर और अन्य पुलिस बल भी मौजूद रहे। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि नेपाल के हालात को देखते हुए सीमावर्ती थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सभी थाना प्रभारी और डीएसपी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति बिना जांच-परख के आवाजाही न कर सके। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील भी की। आवाजाही पर असर तय भारत-नेपाल रेल सेवा जयनगर से जनकपुर और कुर्था तक प्रतिदिन चलती थी। सेवा बंद होने से सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों की आवाजाही और व्यापार पर असर पड़ना तय है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *