सैकड़ों फुटपाथियों ने अभियान पर रोक लगाने के लिए 5 घंटे तक घेरा रांची नगर निगम का ऑफिस

सैकड़ों फुटपाथियों ने अभियान पर रोक लगाने के लिए 5 घंटे तक घेरा रांची नगर निगम का ऑफिस

रांची में फुटपाथ दुकानदारों पर नगर निगम का डंडा लगातार चल रहा है। निगम की टीम जिन क्षेत्रों में अतिक्रमण हटा रही है वहां के दुकानदारों का सामान भी जप्त किया जा रहा है। लेकिन दुकानदारों को व्यवस्थित करने की ठोस योजना पर काम नहीं हो रहा। क्योंकि, निगम के अफसर 9 साल पुराने वेंडर सर्वे के आधार पर फुटपाथियों को बसाने की योजना बन रही है। वर्ष 2016 में फुटपाथ दुकानदार मात्र 5100 थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 15 हजार से अधिक हो गई है। फुटपाथ विक्रेताओं के लिए बने कानून के अनुसार हरेक तीन वर्षों के अंतराल पर फुटपाथ दुकानदारों का सर्वे किया जाना है, लेकिन निगम ने सर्वे नहीं कराया। फुटपाथ दुकानदारों की समस्या के समाधान के लिए टाउन वेंडिंग कमेटी जिम्मेदार हैं, लेकिन निगम अफसरों ने पूर्व की कमेटी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद टाउन वेंडिंग कमेटी का चुनाव भी नहीं कराया। इसका खामियाजा शहर के 15 हजार से अधिक फुटपाथ दुकानदार भुगत रहे हैं। दूसरी ओर निगम लगातार दुकानदारों को खदेड़ रहा है। इससे आक्रोशित डेढ़ हजार से अधिक फुटपाथ दुकानदारों ने सोमवार को निगम कार्यालय घेर लिया। सुबह 10 बजे अचानक सैकड़ों की संख्या में फुटपाथ दुकानदार अपने हाथ में कानून की प्रति और फुटपाथ दुकानदारों का मांगपत्र लेकर पहुंचे थे। प्रभावितों से मिले हटिया ​विधायक नवीन जायसवाल सोमवार को हटिया विधायक नवीन जायसवाल सुंदरगढ़ पहुंचे। उन्होंने वहां के लोगों के साथ बातचीत की और कहा कि प्रशासन उनके मकानों को तोड़ता है तो वे भी उनके साथ विरोध करेंगे। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी मिले थे। प्लास्टिक लगाकर डटे रहे, स्कूल जाने में बच्चे परेशान जिन लोगों का मकान प्रशासन ने तोड़ा है, वे लोग वहीं प्लास्टिक लगाकर अपने बच्चों के साथ डटे हुए हैं। उनके बच्चों को सोमवार को स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। उनके पास न नहाने का कोई साधन था न और न ही तैयार होने का। अपर प्रशासक की दो टूक, नहीं लगेगी दुकान निगम घेराव कर रहे दुकानदारों से वार्ता करने पहुंचे अपर प्रशासक संजय कुमार ने कहा कि किसी भी हाल में कहीं भी बैठकर दुकान लगाने का अधिकार नहीं दूंगा। जिस जगह से अतिक्रमण हटा है, दुबारा वहां दुकान लगाने नहीं देंगे। यह सुनते ही दुकानदार भड़क गए और निगम के खिलाफ नारेबाजी की। छह माह के अंदर सर्वे कराया जाए और प्रमाण-पत्र मिले जब तक दुकानदारों का सर्वे नहीं हो जाता है तब तक के लिए अतिक्रमण हटाने पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। छह माह के अंदर सर्वे कराया जाए आैर दुकानदारों को प्रमाणपत्र दिया जाए। {छोटे-छोटे कलस्टर में वेंडिंग जोन बनाया जाए,ताकि दुकानदारों के साथ खरीदारों को भी सुविधा हो। {सभी दुकानदारों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाए आैर बैंक से लोन दिलाया जाए। {सभी नगर निकायों में शिकायत निवारण प्रणाली विकसित की जाए,ताकि दुकानदार अपनी बातों को रख सकें। दुकानदार बोले- बेटियों का ब्याह व पढ़ाई पर आफत नगर निगम के सामने प्रदर्शन कर रहे दुकानदार काफी आक्रोशित थे। दुकानदारों ने कहा कि निगम द्वारा हमारे दुकानों को तोड़ा जा रहा है। सामान जब्त किए जा रहे हैं। ऐसे में दुकानदार कहां जाएंगे। क्या यह सरकार बेरोजगारों को मारने के लिए बनी है। फुटपाथ दुकानदार मनोज वर्मा ने कहा कि पुरुलिया रोड में दुकान लगा रहे थे। बेटी की शादी करनी है। लेकिन एक माह से दुकान बंद है। बेटी का हाथ पीला करने के लिए कहां से पैसा लाएंगे, निगम वाले चाहते हैं चोरी-डकैती करें। रश्मि देवी ने कहा कि दुकान हटने से बच्चों की पढ़ाई बंद हो गई है। दुकानदार राशन नहीं देना चाहता। लोगों ने बारिश में भीग कर किया प्रदर्शन बोले- दोबारा से यहीं बनाएंगे अपना घर क्राइम रिपोर्टर|रांची िबरसा चौक के पास एचईसी की जमीन पर बसी सुंदरगढ़ बस्ती के लोगों ने अपने घरों को बचाने के िलए आंदोलन तेज कर िदया है। उनके आंदोलन को सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का सहयोग िमलने लगा है। घरों को बचाने के िलए आंदोलनकारी फ्रंट फुट पर आ गए हैं, जबकि प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। सोमवार को प्रशासन की टीम 200 अवैध घरों को तोड़ने आने वाली थी, लेकिन नहीं आई। वहीं दूसरी ओर बस्ती के लोग वहां डटे हुए हैं। प्रशासन की कार्रवाई के िखलाफ िवरोध प्रदर्शन जारी है। उनके इरादे इतने मजबूत हैं िक दोपहर 2 बजे से 2.45 बजे तक जोरदार बारिश में भी वे लोग डटे रहे। उनका कहना है कि अब किसी भी स्थिति में वे यहां से नहीं जाएंगे और फिर से यहीं अपना मकान बनाकर रहेंगे। बता दें िक शनिवार को बस्ती के 100 घरों पर प्रशासन का बुलडोजर चला था। इस कार्रवाई से लोगों में आक्रोश है। जिन लोगो के मकानों को शनिवार को प्रशासन ने तोड़ा है वे लोग वहीं प्लास्टिक लगाकर अपने बच्चों के साथ डटे हुए हैं। इधर, प्रशासन की ओर से अवैध मकानों को तोड़ने का अभी कोई भी नया निर्देश जारी नहीं किया गया है। हालांकि सड़क किनारे बने कुछ अवैध मकान वाले अपने घरों का सामान दूसरी जगहों पर शिफ्ट करते हुए नजर आए। खिलौना ढूंढते -ढूंढते घर की टूटी ईंट पर ही सो गई मुुनिया बारिश में भींग कर प्रदर्शन करते लोग, अभियान रोकने की मांग की। जाम में फंस गया एसएसपी का वाहन रांची ​नगर निगम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते फुटपाथ दुकानदार, इस दौरान सड़क पर लगा रहा जाम। बिरसा चौक पर अभियान… फ्रंटफुट पर आंदोलनकारी, बैकफुट पर प्रशासन इधर नगर निगम के बाहर फुटपाथ दुकानदार प्रदर्शन कर रहे थे और उधर सड़क पर जाम से एसएसपी की गाड़ी भी फंस गई। फुटपाथ दुकानदारों का 3 साल में होना है सर्वे, पर 9 साल पुराने सर्वे पर बसा रहा निगम चार साल की मुनिया। बिरसा चौक स्थित सुंदरगढ़ में इसका भी घर था। शनिवार को प्रशासन ने 100 घर तोड़े तो उसका भी घर टूट गया। घर में उसके पास भी कुछ खिलौने थे, लेकिन घर टूटने के बाद उसे मिल नहीं रहे थे। सोमवार को मुनिया ने अपने खिलौनों को अपने घर की टूटी ईंट के नीचे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं ढूंढ पाई और ईंट पर सिर रखकर सो गई।

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