मधेपुरा में 102 एम्बुलेंस कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार से सदर अस्पताल परिसर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल पर बैठे कर्मियों का कहना है कि उनसे लगातार 12 घंटे ड्यूटी कराई जा रही है, लेकिन वेतन मात्र 8 घंटे का ही दिया जा रहा है। यह न केवल अनुचित है बल्कि श्रम अधिनियम का उल्लंघन भी है। एम्बुलेंस कर्मियों ने मांग रखी है कि श्रम कानून के तहत उन्हें पूरा वेतन और अतिरिक्त कार्य के लिए अलग से भुगतान दिया जाए। साथ ही वेतन का भुगतान प्रत्येक माह समय पर हो तथा सभी कर्मचारियों को वेतन पर्ची उपलब्ध कराई जाए। कर्मियों का आरोप है कि उन्हें अब तक कोई नियुक्ति पत्र या वेतन विवरणी नहीं दी गई है। यही नहीं, उन्हें साप्ताहिक छुट्टी का अधिकार भी नहीं मिल रहा। जैन प्लस कंपनी के माध्यम से कार्यरत सभी कर्मचारी कर्मियों ने यह भी कहा कि एम्बुलेंस खराब होने की स्थिति में समय पर मरम्मत करवाई जाए और उस अवधि में उनका वेतन काटा न जाए। फिलहाल ये सभी कर्मचारी जैन प्लस कंपनी के माध्यम से कार्यरत हैं। उनका कहना है कि कंपनी मनमाने तरीके से काम करा रही है और कानूनी नियमों को दरकिनार किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका हड़ताल में जिलाध्यक्ष अनिल कुमार, रामविलास यादव, सोनू कुमार, रजनीश कुमार, भीम शंकर मेहता, शत्रुघन राम, प्रमोद मंडल, चंदन कुमार, महेश कुमार, दिलखुश कुमार समेत बड़ी संख्या में एंबुलेंस कर्मी शामिल हैं। हड़ताल के कारण जिले में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। एंबुलेंस कर्मियों ने साफ कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। इधर मरीजों और उनके परिजनों को भी आपातकालीन सेवाओं में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मधेपुरा में 102 एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल:स्टाफ बोले- 12 घंटे काम, 8 घंटे का वेतन, मरीजों को हो रही परेशानी
