‘रात करीब 1 बजे तेज खटपट की आवाज हुई। मैं जाग गया। मैंने देखा कि मम्मी और फुफेरा भाई अमित पापा के हाथ-पैर पकड़ कर ले जा रहे थे। मैंने पूछा कि पापा को क्या हो गया? कहां लेकर जा रही हो? दोनों लोगों ने पापा को जमीन पर रख दिया। फिर मम्मी ने मुझे 2 थप्पड़ मारे। कहा- अगर किसी को बताया तो तुझे भी मारकर फेंक दूंगी। फिर मुझे कमरे में बंद कर दिया। मैं अंदर रोता रहा। मैंने भाई को जगाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठा। मम्मी मुझे रोज बेवजह मारती। गरम चिमटा लगाकर धमकी देती थी। इसलिए मैं डर गया था।’ यह कहना है 12 साल के रोहित का, जिसने अपने पिता का मर्डर होने के बाद डेडबॉडी को ठिकाने लगाते हुए देखा था। यह काम उसकी मम्मी और बुआ के लड़के ने किया था। दरअसल 1 नवंबर, 2024 को कानपुर के सचेंडी के लालूपुरा गांव के रहने वाले शिवबीर सिंह (50) की उसकी पत्नी लक्ष्मी और भांजे ने हत्या कर दी थी। फिर घर के बगीचे में शिवबीर को दफना दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को वारदात के 10 महीने बाद 6 सितंबर को अरेस्ट कर लिया। दैनिक भास्कर ग्राउंड जीरो पर पहुंचा, शिवबीर के बेटे, मां और बहन से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मम्मी, पापा के पैर पकड़े थी और अमित सिर
रोहित ने बताया- 1 नवंबर को दिवाली थी। हम लोग पटाखा जलाकर सोने जा रहे थे। तभी मम्मी चाय बनाकर ले आई। मैंने एक घूंट चाय पी, तो मुझे अजीब लगी। इस पर मैंने भाई आनंद और बहन अंकिता को अपनी चाय दे दी। दोनों ने आधी-आधी पी ली। चाय पीने के बाद सब सो गए, कोई उठा ही नहीं। मैंने चाय नहीं पी थी, इसलिए मेरी नींद खटपट की आवाज सुनकर खुल गई। मैंने देखा कि मम्मी ने पापा के पैर पकड़ रखे थे। अमित सिर पकड़े था। मैं पास पहुंचा, तो देखा पापा के सिर से खून बह रहा था। कपड़े भी खून से सन चुके थे। मैं चिल्लाया, तो मम्मी ने मेरा मुंह दबा दिया। मैंने पूछा कि पापा को क्या हो गया और कहां लेकर जा रहे हो? इस पर मम्मी ने मुझे मारा और कहा- किसी को बताया तो तुझे भी ऐसे ही मार देंगे। अगर कोई पूछे तो बताना कि पापा रात में ड्यूटी पर चले गए हैं। बेटा बोला- मम्मी ने मुझे पीटकर कमरे में बंद कर दिया
इसके बाद मम्मी ने मुझे कमरे में बंद कर दिया। मैंने भाई और बहन को जगाने की कोशिश की, लेकिन कोई नहीं उठा। मैंने शोर मचाया, लेकिन किसी ने नहीं सुना। करीब 2 घंटे बाद मम्मी और अमित वापस आए। इन लोगों ने खून साफ किया। फिर मुझे बहुत मारा। कहने लगे कि अगर किसी से कुछ कहा, तो सबको मार देंगे। मैं इतना डर गया था कि कुछ नहीं बोला। अगले दिन जब सभी ने पापा के बारे में पूछा, तो मम्मी ने कह दिया कि रात में फोन आ गया था, इसलिए चले गए। मैंने एक दिन बुआ कांती देवी को बताने की कोशिश की, तो मम्मी आ गई। मुझे बुआ के सामने ही जमकर पीटा। फिर अंदर ले गई और किचन से चिमटा गरम कर ले आई। कहने लगी कि अगर किसी को कुछ बताया, तो इसी से दाग कर मार दूंगी। बहन बोली- मुझे शक हुआ तो पुलिस के पास गई
इसे लेकर हमने शिवबीर की बहन कांती देवी से बात की। उन्होंने बताया- मेरा भाई दिवाली पर घर आया था। उसने फोन कर मुझसे कहा था कि इस बार 15 दिन यहीं रहूंगा। भैया दूज वाले दिन मैंने अपनी भाभी लक्ष्मी को फोन किया। मैंने उससे पूछा कि भइया से कह दो कहीं जाएं नहीं, मैं दूज रखने आ रही हूं। लेकिन, भाभी ने कहा कि वह तो सुबह 4 बजे ही सूरत चले गए थे। मैंने भाई को फोन किया, लेकिन उसका नंबर बंद था। मैंने फिर भाभी को फोन किया। इस पर उसने कहा कि सिम बदल दिया है, इसलिए फोन बंद आ रहा है। मेरी बात तो होती है। अभी डेढ़ महीने पहले मुझे कुछ शंका हुई। मैंने भाभी से कहा कि एक साल हो रहा है, भइया जब से गए हैं, आए ही नहीं। फोन भी नहीं करते। कुछ गड़बड़ लग रहा है। पुलिस में शिकायत करने चलते हैं, लेकिन वह नहीं गई। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज किया
उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ा। फिर मैंने अपनी मां सावित्री से पूरी बात बताई। इसके बाद हम लोग सचेंडी थाने गए, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। फिर हम कोर्ट गए। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 19 अगस्त, 2025 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। इसके बाद जांच शुरू की, तो मामला खुल गया। वहीं, शिवबीर के बड़े बेटे आनंद ने बताया- रात में ही हम लोगों को चाय में कुछ मिलाकर पिला दिया गया था। सुबह उठे तो पता चला कि पापा ड्यूटी पर चले गए। लेकिन, तीन महीने तक न तो फोन पर बात हुई और न ही कुछ पता चला। इसके बाद पुलिस से शिकायत की गई। पड़ोसी बोले- भांजा रात में रुकता था, रोज घर आता था
पड़ोसियों ने बताया कि लक्ष्मी बहुत शांत रहती थी। उसका उसके भांजे से अफेयर था। किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने दी। शिवबीर सूरत में रहकर प्राइवेट नौकरी करता था। इसके चलते घर का काम भांजा अमित करता था। वह बच्चों को स्कूल छोड़ने भी जाता था। रात में भी घर पर ही रुकता था। हम लोग सोचते थे कि मामी-भांजे हैं। लेकिन, दोनों के बीच अफेयर था। इस कारण वह अपने पति को मार डालेगी, यह कभी नहीं सोचा था। अब पूरा मामला पढ़िए… लव मैरिज के 20 साल बाद भांजे से हुआ प्यार
सचेंडी के लालूपुरा गांव में रहने वाले शिवबीर सिंह (50) गुजरात में प्राइवेट नौकरी करते थे। नौकरी के दौरान उनकी मुलाकात वाराणसी के गाजीपुर की रहने वाली लक्ष्मी से हुई थी। इसके बाद शिवबीर और लक्ष्मी ने 2004 में लव मैरिज कर ली। दोनों के 3 बच्चे हैं- आनंद, रोहित और अंकिता। मां सावित्री ने बताया- 6 साल पहले शिवबीर, पत्नी लक्ष्मी और बच्चों के साथ गांव में रहने के लिए आया था। गांव में मकान नहीं होने की वजह से अमित ने अपने घर के सामने उन्हें जगह दे दी थी। शिवबीर उसी जगह पर झोपड़ी बनाकर मेरे और पत्नी-बच्चों के साथ रहने लगा। वहीं, गांववाले बताते हैं कि गांव में रहने के दौरान लक्ष्मी और अमित के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। पिछले साल शिवबीर को पत्नी और भांजे के बीच अवैध संबंध के बारे में पता चला, तो वह आगबबूला हो गया। उसने लक्ष्मी की जमकर पिटाई की थी। अमित ने साबड़ से 3, तो लक्ष्मी ने 2 वार किए
पुलिस पूछताछ में लक्ष्मी और अमित ने बताया- 1 नवंबर, 2024 को दिवाली मनाई जा रही थी। उसी दिन हम दोनों ने हत्या करना प्लान किया। लक्ष्मी ने बताया- इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली थी। शिवबीर को चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इसी बीच भांजा अमित घर पर आ चुका था। शिवबीर चारपाई पर बेहोश पड़ा था। उसी समय अमित ने उसके सिर पर साबड़ से 3 वार किए। उसकी सांस चलती दिखी, तो मैंने अमित से साबड़ छीनकर 2 और वार कर दिए। इसके बाद मेरी सास की शिकायत पर 19 अगस्त, 2025 को पति की गुमशुदगी का केस दर्ज हो गया। इससे हम लोग डर गए। इसके चलते 28 अगस्त को मैंने और अमित ने मिलकर गड्ढे से शिवबीर का कंकाल निकाला और उसे रामगंगा में बहा दिया। लेकिन पुलिस को गड्ढे से शिवबीर की कुछ हडि्डयां मिल गईं। गले के लॉकेट से हुई शव की पहचान
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात के 10 महीने बाद 6 सितंबर को बगीचे की खुदाई की। वहां से शिवबीर के कंकाल के कुछ अवशेष, बनियान और गले का लॉकेट मिला। घरवालों ने लॉकेट से पहचान कर शव की शिनाख्त की। सहायक पुलिस आयुक्त शिखर पनकी ने बताया- सावित्री देवी ने शिकायत में लिखा कि बहू और नाती ने मिलकर मेरे बेटे को गायब किया है। उनके बीच अवैध संबंध हैं। सीडीआर में दोनों के बीच बातचीत सामने आई है। दोनों को पकड़ा, तो मामला खुल गया। ———————– ये खबर भी पढ़िए- कानपुर में पति की हत्या कर शव बगीचे में दफनाया, भांजे के साथ मिलकर की वारदात कानपुर में भांजे के साथ अवैध संबंध में एक महिला ने अपने पति काे सिर कूचकर मार डाला। करीब 10 महीने बाद पुलिस ने घर के बगीचे में चारपाई सहित दफनायी गई डेडबॉडी के अवशेष बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि मामी-भांजे के अवैध संबंध का पता लगने के बाद पति विरोध करने लगा। पिछले साल पहली नवम्बर को दिवाली के दिन जब घर पर उसकी सास नहीं थी तो दोनों ने मिलकर मर्डर प्लान किया। पढ़ें पूरी खबर
बेटा बोला- पापा की लाश टांगकर ले गए:मम्मी ने कहा, मुंह खोला तो मार डालूंगी; कानपुर में भांजे के प्यार में पति की हत्या
