गया में 6 से 21 सितंबर तक चलने वाले पितृपक्ष मेले में इस साल आधुनिक सुविधाओं का विशेष प्रबंध किया गया है। नगर निगम ने मेला क्षेत्र में पहली बार महिलाओं के लिए अलग पिंक टॉयलेट की व्यवस्था की है। मेले की सफाई व्यवस्था को हाईटेक बनाया गया है। ड्रोन से सफाई की निगरानी की जा रही है। सफाईकर्मियों की उपस्थिति एप और लोकेशन से दर्ज की जा रही है। सभी सफाईकर्मी ड्रेस कोड और आईडी कार्ड के साथ काम कर रहे हैं। फल्गू नदी की सफाई के लिए रिमोट संचालित ट्रैश बोट का उपयोग किया जा रहा है। यह बोट एक बार में 300-400 किलो कचरा निकाल सकता है। मेला क्षेत्र की मॉनिटरिंग के लिए एक विशेष नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। नगर आयुक्त कुमार अनुराग की देखरेख में व्यवस्थाएं नगर आयुक्त कुमार अनुराग की देखरेख में यह व्यवस्थाएं की गई हैं। जिला पदाधिकारी शशांक शुभांकर स्वयं हर गतिविधि की निगरानी कर रहे हैं। वेदियों को विशेष पेंटिंग और आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। पार्क, क्लॉक टावर और कुंडों का सौंदर्यीकरण भी किया गया है। लाखों पिंडदानियों को स्वच्छ वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए निगम बोर्ड के सभी सदस्य लगातार सहयोग कर रहे हैं। शौचालय व्यवस्था में दो नए पिंक टॉयलेट है। एक विष्णुपद पार्किंग के प्रांगण में व एक गांधी मैदान में है। सीतापथ व विष्णुपथ मिला कर 4 नए प्री फैब्रिकेटेड टॉयलेट का अधिष्ठान किया गया है। साथ हीं, ब्रह्मसत्त व वैतरणी तालाब में भी स्थायी शौचालय व चेंजिंग रूम का निर्माण कराया गया है। रौशनी व्यवस्था में लगभग 7000 तिरंगा लाइट का अधिष्ठान शहर क्षेत्र में किया गया है। अतिरिक्त 3000 से अत्यधिक नए स्ट्रीट लाइट भी लगाए गए है। वर्षों से लगे पुराने व अकार्यरत्त स्ट्रीट लाइटों की भी तेजी से मरम्मती की जा रही है।
गयाजी के पितृपक्ष मेले में नई सुविधाएं:महिलाओं के लिए अलग पिंक टॉयलेट, सफाई व्यवस्था हाईटेक, ड्रोन से निगरानी
