दरगाह साबिर पाक जामा मस्जिद के इमाम ने तिलावत-ए-कुरआन से रस्म की शुरुआत की। इसके बाद सजरा शरीफ पढ़ा गया और देश में अमन-ओ-आमान की दुआ कराई गई। कुल शरीफ की रस्म में देशभर से आए जायरीन और सूफियांे ने शिरकत की। प्रमुख तौर पर शाह खालिक मियां, शाह सुहैल मियां, नैयर अजीम फरीदी, यासिर एजाज साबरी, शाह गाजी, नोमी मिया, असद साबरी समेत बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे।
रस्म के बाद महफिले शमां हुई, जिसमें देशभर के कव्वालों ने कलाम पेश किए और अकीदतमंद रूहानियत में सराबोर हो गए। कुल शरीफ में बाढ़ पीडि़तों की सलामती और राहत के लिए विशेष दुआ कराई गई। दरगाह पर जुटे अकीदतमंदों ने मुल्कभर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों के लिए अल्लाह से रहमत और आसानियों की दुआ मांगी।