रांची|शिक्षक दिवस के अवसर पर, जहां एक ओर देश भर में शिक्षकों का सम्मान किया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर राजधानी रांची में प्रारंभिक शिक्षकों को अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरना पड़ा। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, रांची के बैनर तले शिक्षकों ने कचहरी स्थित शिक्षा परिसर में जमा होकर जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) बादल राज के उस आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए प्रथम श्रेणी दंडाधिकारी से शपथ पत्र जमा करने को कहा गया है। इस दौरान शिक्षकों ने डीएसई के आदेश की प्रतियां जलाकर अपना विरोध प्रकट किया। इस क्रम में शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की। अफसरशाही -तानाशाही नहीं चलेगी, शिक्षकों का अपमान बंद करें और शिक्षक एकता जिंदाबाद आदि नारे लगा रहे थे। मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि लगभग 3000 शिक्षकों की जुलाई से ही वार्षिक वेतन वृद्धि रोक दी गई है, क्योंकि उन्हें हिंदी टिप्पण और प्रारूपण परीक्षा पास करने का हवाला दिया गया। जबकि शिक्षक पहले से ही इस परीक्षा से मुक्त हैं। विरोध प्रदर्शन में राकेश कुमार, अजय ज्ञानी, संतोष कुमार, कृष्ण शर्मा, विमलेश कुमार मिश्रा, मनोज पांडे, अरविंद कुमार, जयप्रकाश कुमार, रविंदर कुमार गोंड, दीपक केरकेट्टा, प्रकाश चंद्र दास, कंचन लता, सुमन कुमारी, मोमिता, आभा कुमार समेत अन्य थे।
विरोध… 3000 शिक्षकों की वेतन वृद्धि पर रोक, डीएसई के आदेश की प्रतियां जलाईं
