औरंगाबाद पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान उमेश यादव के तौर पर हुई है। अरवल जिले के करपी थाना क्षेत्र के महम्मदपुर गांव का रहने वाला है। दाउदनगर एसडीपीओ अशोक दास ने इसकी पुष्टि की है। एसडीपीओ ने बताया कि बंदेया पुलिस को खुफिया इनपुट मिली थी कि नक्सली उमेश अपने घर पहुंचा हुआ है। बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसकी सूचना तुरंत वरीय अधिकारियों को दी गई। निर्देश पर सत्यापन के लिए एक टीम उसके गांव पहुंची। पुलिस को देखकर वो भागने लगा। इस दौरान पहले से मुस्तैद जवानों ने उसे खदेड़ कर पकड़ लिया। पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। सड़क निर्माण कार्य में लगे जेसीबी मशीन को जलाया था नक्सली उमेश यादव पर सड़क निर्माण कार्य में लगे जेसीबी मशीन को जलाने का आरोप है। वर्ष 2017 में थाना क्षेत्र के मलहद गांव में ठेकेदार से नक्सलियों ने लेवी मांग थी। नहीं देने पर जेसीबी को आग के हवाले कर दिया था। बंदेया थाने में कांड संख्या 12/17 दर्ज किया गया था। तब से वो फरार चल रहा था। पूछताछ के दौरान उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर रही है। इलाके में कुख्यात था। नक्सलियों के गोरिल्ला दस्ते में हथियार लेकर चलता था। संगठन के लिए लेवी वसूलना और नए लोगों को संगठन से जोड़ने की जिम्मेवारी उसे मिली थी। एसडीपीओ ने आगे बताया कि एसपी अंबरीश राहुल के निर्देश पर इलाके में लगातार नक्सली विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान कई हार्डकोर नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। कई नक्सलियों ने पुलिस के डर से आत्मसमर्पण भी किया है। फिलहाल नक्सली बैक फुट पर चले गए हैं। लेकिन पुलिस कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
औरंगाबाद में हार्ड कोर नक्सली उमेश यादव गिरफ्तार:8 साल से फरार चल रहा था, लेवी नहीं देने पर जेसीबी को जला दिया था
