यूपी में पिछले 5 दिनों से बारिश का दौर जारी है। इसके चलते नदी-नाले फिर से उफान पर हैं। 17 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सीएम योगी बाढ़ का हाल जानने के लिए काशी पहुंचेंगे। नमो घाट से नाव पर सवार होकर बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेंगे। मेरठ में सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। पूर्वांचल के कई जिलों में बादल छाए हुए हैं। आज 23 जिलों में बारिश का अलर्ट है। इनमें से 5 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। बाढ़ की बात करें तो बलिया में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। 24 घंटे में बैरिया तहसील क्षेत्र के चक्की नौरंगा गांव के 10 मकान गंगा में समा गए। वाराणसी में सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क फिर से टूट गया है। अब घरों में पानी घुसना शुरू हो गया है। प्रयागराज में गंगा और यमुना पिछले दो महीनों में चौथी बार उफान पर हैं। निचले इलाकों के 10 हजार घरों में बाढ़ का पानी भर गया है। लोग अपनी गृहस्थी समेटकर पलायन कर रहे हैं। दारागंज, रसूलाबाद, फाफामऊ, झूंसी और अरैल जैसे सभी बड़े श्मशान घाट पूरी तरह डूब गए हैं। लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक और वेदर सिस्टम सक्रिय हुआ है। यूपी में कल से इसका असर दिखेगा। इसके चलते भारी बारिश हो सकती है। 24 घंटे में 72% कम बारिश हुई
गुरुवार को 24 घंटे में प्रदेश के 35 जिलों में 1.7 मिमी बारिश हुई। यह औसत अनुमान 6.3 मिमी से 72% कम है। इस सीजन में प्रदेश में 566.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो अनुमान 577.3 मिमी से 2% कम है। बाढ़ और बारिश से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
बलिया में 10 मकान गंगा में समाए:मेरठ में तेज बारिश, 23 जिलों में अलर्ट; योगी काशी में बाढ़ के हालात देखेंगे
