अब जिलों के सदर अस्पताल में भी गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा। पहले चरण में पांच जिले रांची, चतरा, खूंटी, गुमला व लातेहार के सदर अस्पताल में 10 बेड की आईसीयू को आधुनिक बनाया जा रहा है। दूसरे चरण में शेष 19 जिलों में इसे लागू किया जाएगा। खास बात यह है कि मरीज भले ही उन जिलों के सदर अस्पताल में भर्ती रहेंगे, पर उनका पल्स, बीपी, हार्ट रेट आदि की मॉनिटरिंग सीधे रिम्स के विशेषज्ञ चिकित्सक करेंगे। मरीज की स्थिति देखते हुए उन्हें कौन सी दवा देनी है? कौन-कौन सी जांच करानी है? हर बारीकी पर रिम्स के डॉक्टर संबंधित जिले में पदस्थापित चिकित्सकों को परामर्श देंगे। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसका पूरा सेटअप पांचों जिलों के सदर अस्पताल और रिम्स में तैयार किया जा चुका है। रिम्स क्रिटिकल केयर के हेड डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य के नेतृत्व इसका संचालन होगा। डॉ. सुदिप्तो बनर्जी नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं। हेल्थ सिस्टम को मजबूती देने की ठोस पहल : डॉ. प्रदीप रिम्स क्रिटिकल केयर के हेड डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि यह परियोजना ई-गवर्नमेंट फाउंडेशन की 5 स्तंभों वाली रणनीति – आधुनिक उपकरण, केयर सॉफ्टवेयर, टेली-आईसीयू नेटवर्क, व्यापक प्रशिक्षण और सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह परियोजना झारखंड के सरकारी अस्पतालों में आईसीयू सेवा की गुणवत्ता और पहुंच को व्यापक रूप से सुधारने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। यह परियोजना अब तक दस राज्यों में सक्रिय है और अब झारखंड में भी इसकी प्रभावी शुरुआत हो चुकी है। पांचों जिलों के स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जा चुका है प्रशिक्षण 10 बेडेड आईसीयू को लेकर एक माह पहले रिम्स में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस सत्र में पांचों जिलों के डॉक्टरों, फिजिशियन्स और नर्सिंग स्टाफ ने हिस्सा लिया था। प्रशिक्षण में कई अहम विषय शामिल थे, जिनमें बीएलएस और एसीएलएस विषय पर भुवनेश्वर से प्रमाणित प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। पेलिएटिव केयर पर पल्लियम इंडिया के विशेषज्ञों ने, ट्रॉमा मैनेजमेंट पर आईजीआईएमएस पटना से एटीएलएस विशेषज्ञ और वेंटिलेटर व आईसीयू प्रोटोकॉल विषय पर रिम्स के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी गई। मरीज की ऑनलाइन मॉनिटरिंग का सेटअप तैयार रिम्स के क्रिटिकल केयर विभाग के दूसरे तल्ले पर स्थित आईसीयू में कंप्यूटर, इंटरनेट से लेकर टेली कनेक्टिविटी का पूरा सेटअप तैयार कर लिया गया है। जिलों के लिए 10 बेड का आईसीयू सेटअप कर रही एजेंसी द्वारा डैस बोर्ड भी तैयार कर लिया गया है, जिसमें मरीज की स्थिति सीधे ऑनलाइन रिम्स में देखी जा सकेगी। लाइव कैमरा सेटअप, सेंट्रलाइज्ड सॉफ्टवेयर से लैस पेशेंट मॉनिटर लग चुका है। मरीज के सारे वाइटल्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से रिम्स में लाइव दिखाई देंगे। यह विवरण रियल टाइम होगा। इसकी मॉनिटरिंग भी डॉ. सुदिप्तो करेंगे।
रांची, चतरा, खूंटी, गुमला और लातेहार सदर अस्पताल में शुरू होगा 10 बेड का आईसीयू, भर्ती मरीजों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करेंगे रिम्स के डॉक्टर
