मधुबनी में शुक्रवार को हुई थोड़ी सी बारिश ने नगर परिषद की जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल दी। शहर के स्टेशन रोड, प्रमुख रोड, सब्जी मंडी, अस्पताल रोड और मेन रोड पानी में पूरी तरह डूब गए। सड़कों पर इतना पानी भर गया कि पैदल चलना मुश्किल हो गया। घुटनों तक पानी, लोगों की मुश्किलें बढ़ीं सबसे ज्यादा परेशानी स्टेशन रोड इलाके में रही। यहां घुटनों तक गंदा पानी भर गया। महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे और स्कूली छात्र-छात्राएं किसी तरह रास्ता पार करते नजर आए। कई जगह दोपहिया वाहन बंद हो गए और पैदल चल रहे लोग फिसलते दिखे। ऑटो में बैठी महिलाएं भी पानी से बचने के लिए बीच रास्ते में उतर गईं। सब्जी मंडी बनी कीचड़ का ढेर स्टेशन साइड की सब्जी मंडी में हाल और भी खराब रहा। कीचड़ और गंदे पानी के बीच दुकानदार सब्जियां बेचने को मजबूर रहे। ग्राहकों को भी उसी पानी में चलकर खरीदारी करनी पड़ी। बदबू और कीट-पतंगों के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। नालियों की सफाई नहीं, पेयजल भी दूषित स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद ने नालियों की नियमित सफाई नहीं की। नतीजतन थोड़ी सी बारिश में ही पानी सड़कों पर फैल गया। कई जगह पेयजल पाइप और सीवरेज का पानी मिलकर बह रहा है, जिससे पानी पीने योग्य नहीं रहा और संक्रमण फैलने का खतरा है। लोगों का आरोप- टैक्स तो लेते हैं, सुविधा कुछ नहीं निवासी मनोज झा ने कहा, “स्टेशन रोड मधुबनी का सबसे व्यस्त इलाका है। लेकिन हर साल बरसात में यही स्थिति होती है। नगर परिषद सिर्फ टैक्स लेती है, सुविधा कुछ नहीं देती।”सब्जी विक्रेता शांति देवी ने बताया, “बारिश होते ही कीचड़ और बदबू से ग्राहक दूर भागते हैं। हमें रोज़ इसी गंदगी में सामान बेचना पड़ता है।” स्थायी समाधान की मांग लोगों ने नगर परिषद से जलनिकासी की स्थायी योजना बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि हर साल बरसात में शहर की यह दुर्दशा स्वीकार्य नहीं है और नगर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए।
मधुबनी में मामूली बारिश ने खोली नगर परिषद की पोल:स्टेशन रोड समेत कई इलाके जलमग्न, नालियों की सफाई न होने से बढ़ी परेशानी
