बिहार के जमुई जिले में एक महिला ने शराब बंदी कानून के बावजूद शराब की आसान उपलब्धता और घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई है। समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में गुरुवार को आयोजित जनता दरबार में विट्ठलपुर की 35 वर्षीय गुड़िया देवी पहुंची। महिला ने एसपी को बताया कि बिहार में सिर्फ नाम का शराब बंदी कानून लागू है। जिले के हर गली, चौक और चौराहे पर धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है। उसके पति राजकुमार सिन्हा भी शराब के आदी हो गए हैं और नशे में आकर उसके साथ मारपीट करते हैं। नशे में अक्सर करता मारपीट गुड़िया देवी ने बताया कि उसके पति ने शराब के नशे में उसकी बेरहमी से पिटाई की। उन्होंने अपने नाखूनों से उसके हाथों को जानवरों की तरह नोच दिया और उसके बाल भी उखाड़ लिए। किसी तरह जान बचाकर वह एसपी कार्यालय पहुंची और सुरक्षा की गुहार लगाई। पीड़िता ने एसपी से कहा कि जिले में ऐसा कोई भी इलाका नहीं है जहां शराब नहीं मिलती। इस शराब के कारण कई परिवारों की जिंदगी नरक बन गई है। उसने अधिकारियों से उनकी जान बचाने की अपील की।उल्लेखनीय है कि बिहार में 1 अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा है। फिर भी जिले में शराब की बिक्री जारी है। पुलिस जानकारी मिलने पर कार्रवाई करती है, लेकिन शराब माफिया का मनोबल इतना बढ़ा है कि उन्हें पुलिस का कोई डर नहीं है और वे धड़ल्ले से शराब की तस्करी में लगे हुए हैं। मदद का दिया आश्वासन एसपी विश्वजीत दयाल ने पीड़िता को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।
नशे में पति ने पत्नी को पीटा; हाथ भी तोड़ा:पीड़िता ने जमुई एसपी से लगाई गुहार, कहा-बाल भी उखाड़े
