महाकुंभ की चौंकाने वाली घड़ी: 24 घंटे का विडियो वायरल!

महाकुंभ में एक विशेष घड़ी की चर्चा खूब हो रही है, जिसे ‘सनातनी महाघड़ी’ या ‘प्रमुद घटिका’ के नाम से जाना जाता है। यह घड़ी आधुनिक युग में सनातन संस्कृति का प्रतीक मानी जा रही है। प्रमुद घटिका प्राचीन समय मापने की विधियों और आधुनिक समय के माप के बीच का एक अद्भुत संगम प्रस्तुत करती है। इस घड़ी का निर्माण प्रयागराज के कीडगंज निवासी पवन श्रीवास्तव ने किया है, जिन्होंने इसे विशेष रूप से महाकुंभ के आयोजन के लिए डिजाइन किया।

इस घड़ी की विशेषता यह है कि इसमें पौराणिक समय मापने की इकाइयाँ जैसे प्रहर, मुहूर्त और घटी को आधुनिक समय मापने की इकाइयों घंटा और मिनट के साथ दर्शाया गया है। इस प्रकार, यह घड़ी समग्र 24 घंटे के समय को एक साथ प्रदर्शित करती है। पवन श्रीवास्तव ने बताया कि इस घड़ी के प्रति लोगों में अपार रुचि देखी जा रही है। वह अब तक महाकुंभ में एक लाख रुपए से ज्यादा की घड़ियाँ बेच चुके हैं।

लोग महाकुंभ के इस अद्वितीय उपहार को अपने प्रियजनों को देने के लिए इसे खरीद रहे हैं। प्रमुद घटिका न केवल एक समय मापने का यंत्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण भी करती है। इसे एक सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में देखा जा सकता है, जो हमारी प्राचीन धरोहर को आधुनिक दृष्टिकोण से जोड़ता है।

इसके अलावा, पवन श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि इस घड़ी की डिजाइन और निर्माण में उन्होंने अपने अनुभव और सांस्कृतिक ज्ञान का उपयोग किया है, जिससे इसमें एक विशिष्ट पहचान मिलती है। महाकुंभ के इस तरह के उपहारों की लोकप्रियता दर्शाती है कि लोग अपनी परंपराओं के प्रति कितने जागरूक हैं और उन्हें जीवित रखने के लिए कितना प्रयास कर रहे हैं।

महाकुंभ एक ऐसा आयोजन है जहाँ धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक देखा जाता है, और प्रमुद घटिका इस भावना को और मजबूत करती है। यह केवल एक घड़ी नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण संदर्भ बिंदु है, जो लोगों को भारतीय संस्कृति के अनमोल मूल्यों की याद दिलाती है। इस महाकुंभ में, प्रमुद घटिका ने हर किसी को आकर्षित किया है और यह निश्चित रूप से एक अनूठा उपहार बन गई है जो समय के साथ-साथ हमारी संस्कृति को भी आगे बढ़ाने का कार्य करती है।

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