एक बच्चा पैदा करने वाली महिलाएं नागिन:यति नरसिंहानंद बोले- जिसका कोई सगा भाई नहीं, उसका कोई अस्तित्व नहीं

एक बच्चा पैदा करने वाली महिलाएं नागिन:यति नरसिंहानंद बोले- जिसका कोई सगा भाई नहीं, उसका कोई अस्तित्व नहीं

मुजफ्फरनगर के डसना देवी मंदिर के पीठाधीशवर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने एक संतान वाली माताओं की तुलना नागिन से की। नरसिंहानंद ने कहा कि एक बच्चा पैदा करने वाली माता नागिन जैसी होती है। उन्होंने दावा किया कि जिसका कोई सगा भाई नहीं है, उसका कोई अस्तित्व नहीं है। साथ ही उन्होंने सनातन धर्म को मानने वाले हिंदुओं के लिए अलग वैदिक राष्ट्र की मांग की। नेपाल की वर्तमान स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि वहां के नेताओं को हिंदुओं के दमन का परिणाम मिल रहा है। उनका कहना था कि नेपाल को जबरदस्ती धर्मनिरपेक्ष बनाने का विरोध जनता ने किया है। बिहार में राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर नरसिंहानंद ने कहा कि वे नेताओं की बातों को गंभीरता से नहीं लेते। कश्मीर में धारा 370 हटने के प्रभाव पर उन्होंने कहा कि वहां कट्टरता पहले से बढ़ी है। उनके अनुसार, यह सरकार के दावों की पोल खोलता है। याति नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा कि हमने यहां 5 दिन तक मां और महादेव का यज्ञ किया। मां के एक विशेष रूप, जिन्हें प्रचलन में बगलामुखी कहा जाता है, उनका यज्ञ किया। इस यज्ञ में हमने मां और महादेव से प्रार्थना की कि वे हमारे धर्म की रक्षा करें, हमारी रक्षा करें, हमारे परिवारों की रक्षा करें, हमारे बेटों-बेटियों की रक्षा करें और सनातन धर्म तथा मानवता के दुश्मनों का समूल विनाश करें। हमने मां और महादेव से यह भी प्रार्थना की कि जैसे ईसाइयों के पास 100 से ज्यादा देश हैं, मुसलमानों के पास 56-57 देश हैं, बौद्धों के पास भी अपने देश हैं और यहां तक कि नास्तिकों के पास भी देश हैं, वैसे ही सनातन धर्म मानने वाले हिंदुओं का भी अपना देश होना चाहिए। आज हम 100 करोड़ हैं, लेकिन हमारे पास अपना कहने के लिए इंचभर जगह भी नहीं है। इसलिए यहां एक सनातन वैदिक राष्ट्र होना चाहिए। यही मेरी मां और महादेव से प्रार्थना है। मैंने कोई बयान नहीं दिया था, केवल सत्य बताया था। जो भी माता केवल एक बेटा पैदा करती है, वह अपने बच्चों के लिए नागिन जैसी है। जैसे नागिन अपने पैदा किए बच्चों को खा जाती है, उसी तरह केवल एक संतान पैदा करने वाली माता का भी कोई अस्तित्व नहीं होता, क्योंकि जिसका सगा भाई नहीं है उसका समाज में कोई अस्तित्व नहीं होता। हिंदुओं को दबाने का परिणाम नेताओं ने भुगता है। उन्होंने जिस तरह हिंदू भावनाओं को कुचला और देश को जबरदस्ती धर्मनिरपेक्ष बनाने की कोशिश की, उसके खिलाफ जनता ने जो प्रचंड तांडव किया, वह दुनिया के सभी नेताओं के लिए सबक होना चाहिए, खासकर भारत के नेताओं के लिए।मेरे लिए नेता गली के कुत्ते की तरह हैं, जो भौंकते रहते हैं और मैं अपना काम करता रहता हूं। हमें पागल बनाया गया। हमें समझाया गया कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीर के सारे मुसलमान राष्ट्रभक्त हो गए हैं और हिंदुओं जैसे व्यवहार करने लगे हैं। लेकिन यह दावा झूठा साबित हुआ। इन दावों की पोल खुल गई। सच यह है कि कश्मीर का मुसलमान पहले से भी ज्यादा कट्टर हो गया है और पहले से भी ज्यादा मानवता का दुश्मन बन गया है। बदलाव नहीं आया, बल्कि कट्टरपन और बढ़ गया है।

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