इस दौरान सस्ते गल्ले की दुकानों से दिए जाने वाले नमक की गुणवत्ता जांची गई। दुकानों में रखे नमक के पैकेटों की सैंपलिंग की गई, जिन्हें जांच के लिए रुद्रपुर स्थित खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया है। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षकों एवं उप निरीक्षकों द्वारा दुकानों में अन्य खाद्यान्न सामग्रियों की उपलब्धता और गुणवत्ता का भी परीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि नमक की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने तक एहतियात बरती जाए। उन्होंने नमक के रख-रखाव और उचित हैंडलिंग के संबंध में भी निर्देश जारी किए।
जिलाधिकारी ने कहा कि उपभोक्ताओं तक केवल उच्च गुणवत्ता वाले आयोडाइज्ड नमक ही पहुंचेंगे और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं तक गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसी दिशा में लगातार निरीक्षण एवं निगरानी की जा रही है।