पति सौरभ की हत्या करने वाली मुस्कान से उसका परिवार तक नहीं मिलना चाहता। 18 मार्च, 2025 से मेरठ जेल में बंद मुस्कान से मिलने कोई नहीं पहुंचा। 172 दिनों से मुस्कान को सिर्फ साथी महिला बंदियों का सपोर्ट मिल रहा है। मेरठ के इंद्रानगर में मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी और मां कविता रहते हैं। बेटी पीहू की वहीं परवरिश कर रहे हैं। मुस्कान को उसके परिवार से कभी कोई सामान नहीं मिला है। ऐसे बंदियों को जेल एडमिनिस्ट्रेशन NGO से मिले कपड़े देता है, मुस्कान भी यही कपड़े पहन रही है। भले ही बाहरी दुनिया मुस्कान से कोई नाता न रखना चाह रही हो, मगर वह जेल से बाहर आने की कोशिश कर रही है। मुस्कान ने जेल एडमिनिस्ट्रेशन से कहा है- मुझे बेल चाहिए। निचली अदालत ने अर्जी रद्द की है, मुझे अब हाईकोर्ट में बेल की अर्जी लगानी है। ऐसे में जेल प्रशासन अब मुस्कान की वकील के जरिए आवेदन को कोर्ट में लगवाने की तैयारी कर रहा है। जेल में मुस्कान को प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ रखा गया है, वहां उसका रूटीन कैसा है? जेल से बाहर आने के लिए मुस्कान क्यों परेशान है? क्या उसके बॉयफ्रेंड साहिल की तरफ से भी ऐसे प्रयास हो रहे हैं? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर ने जेल प्रशासन से नए सिरे से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… जेल में मुस्कान डेली रूटीन में क्या करती है, ये जानिए
रोज सुबह 6 बजे उठती है, 7 बजे योगा करती है…
मुस्कान जेल में 172 दिन से बंद हैं। वह रोज सुबह 6 बजे उठती है। इस दौरान महिला जेल की फीमेल वार्डन सभी महिला बंदियों की गिनती करती हैं। 7 बजे तक वो ब्रश करके तैयार हो जाती है। फिर वॉक करके योग करने जाती है। फिर 8 बजे उसको ब्रेकफास्ट और चाय मिलता है। मुस्कान कई बार ब्रेकफास्ट अपनी बैरक में ले जाती है, क्योंकि वो नहाकर, पूजा करने के बाद ही नाश्ता करती है। 9 बजे मुस्कान नहाने चली जाती है, फिर कपड़े पहनकर तैयार हो जाती है। इसके बाद वह पूजापाठ करती है। यह जेल प्रशासन ने बताया कि मुस्कान खुद 8 वीं तक पढ़ी है, इसलिए वो रामायण नहीं पढ़ पाती। बाकी बंदी महिलाएं जब रामायण या सुंदरकांड पढ़ती हैं, तो वह उसको सुन लेती है। यह सब होते-होते 11 बज जाते हैं। इस वक्त तक महिला बंदी अपने काम पर चली जाती हैं। कुछ बंदी मुलाकात पर गई होती हैं। चूंकि, मुस्कान प्रेग्नेंट है, इसलिए उससे कोई काम नहीं कराया जाता। 1 बजे तक मुस्कान पाठ सुनती है। बैरक में टहलती है या फिर रेस्ट करती है। जेल में दोपहर 1 बजे लंच होता है, सभी बंदी एक साथ खाना खाते हैं। इसके बाद महिलाएं एक बार फिर अपने काम पर लग जाती है। 3.30 बजे बैरक बंद होती हैं, इस दौरान अपनी-अपनी बैरक में जाने वाली महिलाओं की नए सिरे से गिनती होती है। 5 बजे फिर बैरक खुलती हैं, महिलाओं को चाय दी जाती है। ठीक 1 घंटे बाद 6 बजे फिर से गिनती करके बैरक बंद करवा दी जाती हैं। फिर रात में उनका डिनर होता है और महिलाएं सो जाती हैं। अब मुस्कान नवरात्र के व्रत रखेगी
मेरठ जिला जेल के सीनियर जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा कहते हैं- जेल में पूजापाठ बहुत होता है। महिलाएं रूटीन में रामायण पढ़ती है। सुंदरकांड का पाठ करती हैं। अभी जन्माष्टमी पर्व था, तो सभी ने जन्माष्टमी का व्रत रखा था। अब नवरात्र के पूजन की तैयारी चल रही है। नवरात्र में भी बंदी व्रत करेंगे। मुस्कान भी व्रत रहना चाहती है। मगर उसके डॉक्टर जैसा बताएंगे, वैसा ही होगा। मुस्कान की प्रेग्नेंसी का जब से पता लगा है, उसे प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ अलग रखा जा रहा है। मुस्कान से कोई काम नहीं कराया जाता। शुरुआत में उसने सिलाई सीखने की इच्छा जताई थी, कुछ दिन उसे सिलाई सिखाई गई, लेकिन अब वो नहीं सीख रही। दूसरी तरफ साहिल बागवानी का काम कर रहा है। बंदियों के परिवार कपड़े देते हैं, मुस्कान से मिलने कोई नहीं आया
सीनियर जेल अधीक्षक डॉक्टर वीरेश राज शर्मा ने कहा- जेल में कई बार बंदी के परिजन उनके लिए कपड़े और जरूरी सामान लाते हैं, जिसे बंदी जेल में इस्तेमाल करते हैं। लेकिन मुस्कान से आज तक कोई मिलने नहीं आया। वो पूरी तरह जेल प्रशासन की तरफ से मिलने वाले सामान पर निर्भर है। जेल में तमाम एनजीओ महिलाओं के लिए कपड़े और जरूरत का सामान दान करने आते हैं। कपड़ों में सूट, साड़ी दान में आते हैं। जरूरत के अनुसार बंदी को ये सामान दिया जाता है। मुस्कान ज्यादातर वही सूट पहनती है। ऑनलाइन पेशी में सूट में दिखी मुस्कान
कोर्ट में गवाही के दौरान भी मुस्कान हर बार सूट में नजर आई। एक बार ब्लैक सूट, एक बार व्हाइट और एक बार उसने रेड सूट पहना था। जब वो अपने पहले अल्ट्रासाउंड के लिए गई थी, तब भी उसे लोगों ने लाल सूट में देखा था। जेल में छूट गया नशा
मुस्कान इस समय 6.5 महीने की गर्भवती है। वो किसके बच्चे को जन्म देगी, ये मिस्ट्री बना हुआ है। हाल में उसका अल्ट्रासाउंड हुआ है, रिपोर्ट में सब कुछ नॉर्मल आया है। बेबी ग्रोथ सही है। उसका ब्लड लेवल और डवलपमेंट भी सही आया है। जेल में मुस्कान डॉक्टर्स के बताए अनुसार दवाएं ले रही है। उसे गर्भवती महिलाओं वाली प्रोटीन डाइट दी जा रही है। जिसमें फल, दूध, दालें दिया जाता है। मुस्कान का नशा अब पूरी तरह छूट चुका है। जेल प्रशासन को उसकी नशे की आदत छुढ़वाने में पूरा डेढ़ महीना लगा है। इससे पहले मुस्कान अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर हैवी नशा करती थी। वो शराब के अलावा सीरिंज, ड्रग्स के साथ हर तरह का नशा कर लेती थी। हाईकोर्ट में बेल डाल रही मुस्कान
सीनियर जेल अधीक्षक ने कहा- मुस्कान के परिवार ने उसके लिए कोई वकील नहीं किया है। लेकिन साहिल के परिवार ने उसके लिए एक वकील किया है। साहिल का परिवार उससे मिलने आता है, मुस्कान को जिला विधिक सेवा के माध्यम से लीगल एड मिली है। चूंकि मुस्कान-साहिल दोनों की बेल लोअर कोर्ट में खारिज हो चुकी है। अब मुस्कान हाईकोर्ट में बेल डालना चाहती है। वो अपनी प्रेग्नेंसी के बेस पर बेल अप्लाई करना चाहती है। मुस्कान को विधिक सेवा के माध्यम से भी लीगल ऐड प्रदान कराई जा रही है। उसकी बेल के लिए हाईकोर्ट में प्रोवोनो लीगल एड सीनियर एडवोकेट प्रतिमा हैं, वो इसपर काम कर रही हैं। वो मुस्कान के बेल पेपर्स तैयार कर रही हैं, उनको वो डॉक्यूमेंट भेजे गए हैं। साहिल से सिर्फ 2 बार परिवार के सदस्य मिलने आए… 27 मार्च, 2025 – साहिल की दादी जिला जेल पहुंचीं। वो अपने साथ कपड़े और नमकीन लेकर पहुंची थी। जेल में मुलाकात करने के बाद वह मीडिया से बोली- मुझे लोगों ने बताया कि उसने किसी को मारा है, मगर वो अच्छा लड़का है। 11 मई, 2025 – इस डेट में साहिल से मिलने के लिए उसका भाई पहुंचा था। अपने भाई को देखकर साहिल फूट-फूटकर रोने लगा था। जेल से निकलने के बाद भाई ने मीडिया से बात नहीं की थी। सीधे कार में बैठकर चला गया था। ………………….. ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़िए… महिलाएं बोलीं- न्यूड लड़के हमें खेतों में खींच रहे:डरकर कब तक घरों में कैद रहेंगे, मेरठ में 25 km दायरे में दहशत मेरठ में न्यूड लड़कों ने दहशत फैला रखी है। बीते 6 दिन में महिलाओं पर 2 बार हमले हुए हैं। महिलाओं को चोटें भी आईं, मगर उनके साथ कुछ अश्लीलता होने से पहले उन्हें बचा लिया गया। महिलाओं ने जो बयान दिए, वो चौंकाने वाले हैं- हम रास्ते पर जा रहे थे। अचानक 2 लड़के आए। उन्होंने कोई भी कपड़ा नहीं पहना था। पूरी तरह से न्यूड थे। उन्होंने हमें खेतों में खींच लिया। खेतों में काम करने वाले लोगों ने हमें बचाया। पढ़िए पूरी खबर…
मुस्कान के जेल में 172 दिन, कोई मिलने नहीं आया:दान में मिले कपड़े पहन रही; अफसरों से बोली- मुझे यहां नहीं रहना
