सीएम योगी ने कहा- हमारी सरकार अग्निवीरों को यूपी पुलिस में 20 प्रतिशत हॉरिजॉन्टल आरक्षण देगी। मैं वीर नारियों से कहना चाहूंगा, सरकार आपके साथ है। सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सरकार देगी। यह सरकार बोलने में कम और करने में अधिक विश्वास करती है। कहा- यूपी में पुलिस बल सबसे बड़ा पुलिस बल है। यहां 4.5 लाख पुलिस कर्मी हैं। पीएसी की कुछ कंपनियों को समाप्त किया गया था। हमने उन्हें शुरू किया है। हर पुलिस लाइन में स्मारक बनाने का काम हमारी सरकार कर रही है। कारगिल युद्ध मे शौर्य का परिचय देने वाले कैप्टन मनोज पांडेय इसी गोरखा रेजिमेंट के थे। हमने उनके नाम से लखनऊ में एक सैनिक स्कूल बनाया है। गोरखपुर में भी एक सैनिक स्कूल खोला है। 100 साल पहले युद्ध स्मारक की स्थापना हुई थी
इससे पहले सीएम योगी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल सिंह चौहान ने गोरखा युद्ध स्मारक के सुंदरीकरण व गोरखा म्यूजियम का शिलान्यास किया। गुरुवार शाम 5 बजे गोरखा रेजीमेंट के गोरखा भर्ती डिपो (GRD) में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल सिंह चौहान यहां पहुंचे। CDS ने कहा, आज का दिन महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक दिन है। वर्ष 1886 में कुनराघाट (कूड़ाघाट) में नेपाली गोरखाओं की भारतीय सेना में भर्ती के लिए गोरखा रिक्रूटमेंट डिपो की स्थापना की गई थी। गोरखा सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध मे अपनी वीरता व अदम्य साहस का परिचय दिया। कम से कम 20 हजार सैनिक इस लड़ाई के दौरान शहीद हुए थे। उनकी प्रथम विश्व युद्ध मे अदम्य साहस की याद में लगभग 100 साल पहले इस युद्ध स्मारक की स्थापना की गई थी। इसके नवीनीकरण का शिलान्यास व भूमि पूजन आज हुआ है। यह स्मारक तीन कारणों से ऐतिहासिक है। यह स्मारक गोरखा सैनिक व भारतीय सेना के करीबी रिश्तों की पहचान बनेगा। यह स्मारक गोरखा सैनिकों की त्याग व बहादुरी की गाथा को अमर बनाएगा। यह स्मारक भारत नेपाल रिश्तों को और मज़बूत करने की भारतीय सेना की प्रतिबद्धता को जाहिर करेगा।
सैनिकों का बलिदान हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है
आज हम भविष्य को ध्यान में रखते हुए अतीत को याद कर रहे हैं। व्यक्तिगत रूप से गोरखा रेजिमेंट में मेरी 44 साल की सर्विस पूरी हो चुकी है। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी में जब मुझसे 44 साल पहले पूछा गया था आप किस ब्रांच व रेजिमेंट में जाना चाहते हैं तो मैंने अपनी तीनों चॉइस गोरखा रेजिमेंट दी थी। एक तरह से आज का दिन उस पूरी यात्रा का आखिरी पड़ाव जैसा लगता है मुझे। मुझे वो 44 साल पहले वाला दिन याद आता है जब इस गोरखा रेजीमेंट में आने के लिए अपनी तीनों चॉइस भरी थी। आज के दिन उन गोरखा सैनिकों को याद करता हूं। जिन्होंने भारतीय सेना में सेवा के दौरान अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनका यह बलिदान हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेगा और उनका मार्गदर्शन भी करेगा। 44 करोड़ 73 लाख 37 हजार रुपए खर्च होंगे
गोरखा युद्ध स्मारक का सौंदर्यीकरण और संग्रहालय निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था के रूप में उत्तर प्रदेश जलनिगम नगरीय की सीएंडडीएस यूनिट 42 का चयन हुआ है। स्मारक के सौंदर्यीकरण और संग्रहालय के निर्माण पर 44 करोड़ 73 लाख 37 हजार रुपए खर्च होंगे। संग्रहालय, टॉयलेट ब्लॉक, टिकट काउंटर, वर्तमान भवन का जीर्णोद्धार, वाटर बॉडी, चहारदीवारी, लिफ्ट आदि का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा लाइट एंड साउंड शो, सेवन डी थिएटर, म्यूरल पेंटिंग आदि की व्यवस्थाएं भी रहेंगी। गोरखा म्यूजियम के शिलान्यास के कार्यक्रम की पल-पल की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
CM योगी बोले- अग्निवीरों को यूपी पुलिस में 20% आरक्षण:सरकार बोलने में कम, करने में अधिक विश्वास करती है; गोरखा म्यूजियम का शिलान्यास किया
