गोरखपुर के शाहपुर इलाके में बीच बाजार में पति ने अपनी पत्नी ममता (35) की गोली मारकर हत्या कर दी। पति-पत्नी के बीच तलाक की प्रक्रिया आखिरी दौर में चल रही थी। इधर कई तारिख से ममता कोर्ट में अपनी गवाही देने नहीं जा रही थी। इस वजह से यह तलाक की प्रक्रिया रुक गई थी। उसका का कहना था- मेरी बेटी के पालन पोषण के लिए पति खर्च दे, तब मैं उसे पूरी तरह मुक्ति दूंगी। पति-पत्नी दोनों ही एक दूसरे पर शक करते थे। दोनों एक दूसरे पर बाहर अवैध संबंध होने का आरोप भी लगाते थे। इसलिए 14 माह पहले दोनों ने अलग होने का फैसला लिया था। इधर विश्वकर्मा बाहर जाना चाहता था, इसलिए वह जल्द अपनी पत्नी से तलाक पाकर छुटकारा पाना चाहता था। तलाक में लेट होने पर कई बार वह ममता के किराए के घर पर भी गया। वहां दोनों के बीच कहासुनी भी हुई। लेकिन पत्नी गवाही नहीं दे रही थी। पति ने कहा- मैं तलाक चाहता था, वह पैसे की डिमांड कर रही थी। मुझे मुझे उसके मरने का कोई गम नहीं है। इस बात की खुशी है कि मेरा एक भी पैसा वह अब नहीं खा पाएगी। पहले जानिए पूरा मामला…
जेल रोड पर रहने वाले विश्वकर्मा चौहान की 15 साल पहले ममता चौहान से शादी हुई थी। पति-पत्नी के बीच डेढ़ साल से झगड़ा चल रहा था। दोनों अलग-अलग रहते थे। ममता 13 साल की बेटी मुक्ति के साथ शाहपुर इलाके के गीता वाटिका के पास किराए का कमरा लेकर रहती थी। वह बैंक रोड पर एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। उसका मायका खजनी में है। एक गोली सीने और दूसरी हाथ में मारी
ममता बुधवार शाम 8 बजे स्कूटी से गीता वाटिका रोड स्थित राधिका स्टूडियो में खिंचवाने गई थी। इसी दौरान पति विश्वकर्मा चौहान बाइक से स्टूडियो के बाहर पहुंचा और ममता का इंतजार करने लगा। जैसे ही ममता स्टूडियो से बाहर निकली, दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। दोनों में 5 मिनट तक बहस के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद विश्वकर्मा चौहान ने पिस्टल निकाल कर ममता को 2 गोलियां मार दीं। एक गोली ममता के सीने और दूसरी हाथ में लगी। इसके बाद ममता वहीं जमीन पर गिर गई। आस-पास के लोगों ने उसे विनायक हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद विश्वकर्मा चौहान वहीं खड़ा रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने विश्वकर्मा चौहान को गिरफ्तार कर लिया। अब पढ़िए आरोपी पति का कबूलनामा… 3 दिन रेकी कर फिर मारी गोली
पुलिस की पूछताछ में पता विश्वकर्मा ने बताया- मैं किसी भी हाल में ममता को एक पैसे नहीं देना चाहता था। वो खेत अपने नाम करने की बात कहती थी। मुझे उससे नफरत थी। दोनों लोग आपसी सहमति से अलग हाे रहे थे। लेकिन इधर ममता की वजह से तलाक की प्रक्रिया रुक गई थी। कई बार उसे गवाही देने के लिए कहा। लेकिन वह खर्च की डिमांड कर रही थी। तब मेरे मन में उसे हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का ख्याल आया। इधर 3 दिन से ममता का पीछा कर रहा था। लेकिन मारने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। मुझे उसके मरने का कोई गम नहीं
वह बैंक रोड स्थित ट्रस्ट बैली कंपनी में काम करती थी। बुधवार काे शाम 6 बजे से वहां खड़ा हो गया। उसके आने का इंतजार कर रहा था। करीब 7 बजे वह स्कूटी से निकली। उसके पीछे-पीछे गया। इसके बाद शाहपुर जेल रोड के पास वह राधिका फोटो स्टूडियो में गई। वहां बाहर खड़ा होकर उसके आने का इंतजार करने लगा। जैसे ही बाहर आई, पिस्टल से उसपर गोलियां बरसा दी। विश्वकर्मा ने बोला- मुझे उसके मरने का कोई गम नहीं है। इस बात की खुशी है कि मेरा एक भी पैसा वह अब नहीं खा पाएगी। मैं मरना पसंद करूंगा, लेकिन अपनी कमाई का एक भी हिस्सा ममता को नहीं दे सकता हूं। बेटी ने दर्ज कराया पिता पर हत्या का केस
शाहपुर क्षेत्र के गीता वाटिका के पास घोषीपुरवा में ममता अपनी 13 साल की बेटी मुक्ति को साथ लेकर किराए के घर में रहती थी। मुक्ति शाहपुर के ही एक स्कूल में क्लास 8 में पढ़ती है। ममता की हत्या की घटना के बाद शाहपुर पुलिस मुक्ति को साथ लेकर थाने गई। मुक्ति ने बताया- मेरे पिता का कई लड़कियों से अफेयर था। इसलिए वह मम्मी को परेशान करते थे। मुक्ति ने अपने पिता के खिलाफ शाहपुर थाने में तहरीर लिखकर दी। तहरीर में लिखा मेरे पिता विश्वकर्मा चौहान कई साल से मेरी मां ममता को परेशान कर रहे थे। बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने मुक्ति की तहरीर पर पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा देर रात ही दर्ज कर लिया है। वहीं घटना के बाद ही आरोपी पति तमंचे के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। गुरुवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी कर पुलिस उसे जेल भिजवाएगी। पुलिस के मुताबिक- दोपहर बाद ममता के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। इसके बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। ममता की बेटी मुक्ति को उसके रिश्तेदारों के साथ भेज दिया गया। लुधियाना से भाई ने दी बहन की हत्या की खबर ममता की हत्या के बाद उसके मोबाइल से नंबर निकालकर पहला फोन उसके भाई को पुलिस ने किया था। ममता के तीन भाई संदीप चौहान, शनि चौहान और सुभाष चौहान हैं। पिता की काफी पहले मौत हो चुकी है। तीनों भाई मां व परिवार के साथ लुधियाना में रहते हैं। पुलिस को फोन संदीप के पास गया था। संदीप ने ही गोरखपुर में रहने वाले रिश्तेदारों को कॉल कर ममता की हत्या की सूचना दी। घटना के करीब 1 घंटे बाद रिश्तेदार श्रीविनायक हॉस्पिटल में पहुंचे थे। जहां पर ममता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी चल रही थी। ममता का शव देखकर उसकी बड़ी मम्मी वृंदावती चीख-चीख कर रोने लगी। साथ आए अन्य रिश्तेदार भी रोने लगे। दोनों अलग रह रहे थे, फिर क्यो मारा
उनका कहना था- दोनों अलग रह रहे थे, तब आखिर ऐसा क्या हो गया कि विश्वकर्मा को ऐसा कदम उठाना पड़ा। बार-बार इकलौती बेटी मुक्ति के बारे में रिश्तेदार चर्चा कर रहे थे, अब उस बेटी का क्या होगा। रिश्तेदारों का कहना था कि विश्वकर्मा और ममता की शादी 2008 में हुई थी। कुछ ही साल बाद दोनों के बीच विवाद होने लगा था। बहन की मौत सूचना पर रात में ही लुधियाना से तीनों भाई गोरखपुर आने के लिए निकल चुके हैं। गुरुवार की देर शाम तक उनके आने की उम्मीद है। सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह ने बताया आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पति पत्नी के बीच तलाक की प्रक्रिया चल रही थी। इस बीच अचानक पति ने गोली मारकर हत्या कर दी। इसका कारण पता किया जा रहा है। साथ ही पिस्टल से कहां से मिली, इसका भी पता लगाया जा रहा है। —————— ये खबर भी पढ़ें… गोरखपुर में पति ने गोली मारकर की पत्नी की हत्या:स्टूडियो में फोटो खिंचवाने गई थी, कहासुनी के बाद बीच बाजार की फायरिंग गोरखपुर में बुधवार रात 8 बजे पति ने बीच बाजार अपनी पत्नी को गोली मार दी। खून से लथपथ हालत में पत्नी को लोगों ने प्राइवेट हॉस्पिटल में पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पति हेलमेट में पिस्टल रख लाया था। पत्नी को गोली मारने के बाद पति करीब 25 मिनट तक वहीं खड़ा रहा। इस बीच वह कहता रहा- मैं इससे बहुत परेशान हो गया था। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पति को हिरासत में ले लिया। वारदात शाहपुर इलाके जेल रोड की है। पढ़ें पूरी खबर…
गोरखपुर में गवाही नहीं देने पर पत्नी की हत्या:पति ने कहा- मैं तलाक चाहता था, वह पैसे की डिमांड कर रही थी; मुझे कोई गम नहीं
