‘रिचा का बचपन से IAS अफसर बनने का सपना था। उसने पहले अटेम्ट में SI की परीक्षा पास कर ली थी। नौकरी लगने के बाद से बहुत खुश थी। सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थी। दिसंबर में एक्सीडेंट हो गया था, जिससे उसके पैर में चोट आई थी। उसने कई बार छुट्टी की कोशिश की, लेकिन छुट्टी नहीं मिल पाई। नौकरी लगने के बाद वह सबसे पहले मेरे घर आई थी। इसके बाद अपने भाई विनय की शादी में आने के लिए छुट्टी का प्रयास करती रही। लेकिन, छुट्टी न मिलने से भाई के शादी में शामिल नहीं हो सकी।’ यह कहना है महिला दरोगा रिचा सचान की बुआ की बेटी सरला का। उन्होंने बताया- परिवार वाले रिचा की शादी की तैयारियां करने में लगे थे। 3 जगह पर शादी की बातचीत चल रही थी। शादी फाइनल होने के बाद नवरात्रि में इंगेजमेंट करने की तैयारी थी। इसके लिए घरवाले तैयारियां कर रहे थे। लेकिन, एक हादसे से पूरी तैयारियां मातम में तब्दील हो गईं। दैनिक भास्कर टीम रिचा के घर पहुंचा। उनके घरवालों और रिश्तेदारों बातचीत की। पिता ने कहा-रिचा को अंदाजा भी नहीं था कि अपने शौक पूरा करने के लिए जिस बुलेट को खरीद रही है, एक दिन वही उसकी जान ले लेगी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले जानिए पूरा घटनाक्रम 18 अगस्त को रिचा गाजियाबाद में ड्यूटी करके बुलेट से अपने कमरे पर जा रही थीं। रास्ते में अचानक सामने कुत्ता आ गया, जिससे बैलेंस खो बैठीं। बाइक कुत्ते से टकरा गई और रिचा सड़क पर गिर गईं। तभी पीछे से आ रही कार ने उन्हें टक्कर मार दी। उनके सिर में गंभीर चोट लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उनको हॉस्पिटल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने महिला दरोगा को मृत घोषित कर दिया। कानपुर नगर की रहने वाली रिचा सचान 2023 में यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हुई थीं। रिचा ने मेरठ Pts में 13 मार्च, 2023 से लेकर 16 मार्च, 2024 तक ट्रेनिंग की थी। गाजियाबाद के कविनगर थाने की शास्त्रीनगर चौकी पर उनकी पहली पोस्टिंग थी। उनका शव पैतृक गांव असधना पहुंचा, जहां आज उनका अंतिम संस्कार होगा। हम कानपुर से करीब 70KM दूर स्थित सजेती थाना क्षेत्र के असधना गांव पहुंचे। यहां घर के बाहर कुछ महिलाएं बैठे रो रही थीं। उनके सामने एक एल्बम था। इसमें रिचा की उसके छोटे भाई कपिल के साथ की तस्वीरें थीं। बड़े भाई विनय की पत्नी मिनी उसे एकटक देख रही थीं। पूछने पर कहती हैं कि हम क्या करें, भगवान से उसे छीन लिया। काश वो यहां होती। मिनी बस उसकी फोटो पर हाथ फेर रही थीं। वहीं, कुछ पुलिसकर्मी कुर्सियों पर बैठे थे। बहन बोलीं- मैं रिचा से हर बात शेयर करती थी बुआ की बेटी सरला बताती हैं- रिचा मेरी बहन ही नहीं, बल्कि दोस्त भी थी। हम एक साथ रहते थे। फोन पर घंटों बात किया करते थे। जब उसकी पुलिस में जॉब लग गई, तो कम बात होने लगी थी। लेकिन, मैं उससे हर बात शेयर करती थी। वो मुझे गाइड करती थी कि मैं हर हालात से कैसे बाहर निकलूं? उसका समझाने का तरीका बहुत अच्छा था। किसी बात को वो बहुत अच्छे से बता देती थी। भाभी बोलीं- ननद को काफी समय से छुट्टी नहीं मिली थी
विनय की पत्नी मिनी ने बताया- रिचा को काफी समय से छुट्टी नहीं मिली थी, इसलिए नहीं आ पाई। यहां तक कि अपने छोटे भाई की शादी में भी नहीं आ पाई। जब मेरी शादी हो रही थी, तो वो हर काम में आगे रहती थी। शादी के बाद पहले दिन ही मेरी उससे बहुत बॉन्डिंग हो गई थी। लगता ही नहीं था, वो मेरी ननद है। वो मेरी दोस्त थी। उसने घर के सारे तौर-तरीके मुझे बताए। किसको घर में क्या पसंद है सबकुछ बताया। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि वो हमारे बीच नहीं है। भतीजा बोला- बुआ पढ़ाई के लिए प्रेरित करती थीं रिचा के भतीजे नितिन ने बताया- मेरी बुआ से अक्सर बातें हुआ करती थीं। वह पढ़ाई को लेकर बहुत उत्तेजित रहती थीं। वो अपने रिश्तेदारों के बच्चों से कहा करती थी कि पढ़ाई ही वह कुंजी है, जिससे आप सभी सपने पूरे कर सकते हैं। बुआ अपने फ्री टाइम में हम लोगों को पढ़ाई में मदद करती थीं। उनका स्वभाव ऐसा था कि वह सभी के साथ घुल-मिल जाया करती थीं। बहन बोलीं- कहती थी, एक दिन अफसर बनूंगी रिचा की पारिवारिक बहन ऊषा ने बताया- नौकरी लगने के बाद से वह बहुत खुश थी। कहा करती थी कि मैं एक दिन बहुत बड़ी अफसर बनूंगी। क्या पता था कि उसकी मौत हो जाएगी। वह नवंबर में छुट्टी लेकर घर आने के लिए कह रही थी। 2 महीने पहले छुट्टी पर घर आई थी। समय न होने की वजह से वह मेरे यहां नहीं आ सकी। पिता बोले- वह IAS की तैयारी कर रही थी सब-इंस्पेक्टर रिचा की मौत की सूचना पर उनके पिता रामबाबू सचान और परिवार के अन्य सदस्य गाजियाबाद पहुंचे। बेटी की मौत के बाद पिता रामबाबू का रो-रोकर बुरा हाल है। रोते हुए कहने लगे- 3 बेटे और 2 बेटियों में रिचा सबसे छोटी थी। वह IAS बनने की तैयारी कर रही थी। इसी बीच साल 2023 में यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर में नौकरी लगी थी। PTS मेरठ में बेटी की ट्रेनिंग चली, तो परिवारवाले उससे मिलने जाते थे। मेरी बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। रिचा से शादी के बारे में बोला तो उसने कहा कि पापा अभी शादी का समय नहीं है। आप अगले साल सोचना। लेकिन, हम लोग उसकी शादी के लिए 3 जगह से बात कर रहे थे। रिचा रात में 9 बजे मुझे और अपनी मम्मी को कॉल कर लेती थी। उसकी शास्त्रीनगर चौकी पर तैनाती थी। 3 अप्रैल, 2024 को रिचा सचान ने गाजियाबाद से 350 सीसी की बुलेट खरीदी थी। इसमें उन्होंने कविनगर थाने का ही एड्रेस लिखा। वह अपने किराए के आवास से लेकर थाने और ड्यूटी पर बुलेट बाइक से ही आती-जाती थीं। उनके इसी थाने में एक रिश्तेदार महिला दरोगा भी तैनात हैं। उन्होंने साथ में ट्रेनिंग भी की है। कहती हैं- रिचा की हाइट बहुत अच्छी है। ऐसी पर्सनेलिटी मिलती नहीं है। इसके चलते वह बुलेट से ही चलती थीं। उनकी बुलेट को दूसरी महिला दरोगा भी कई बार चला लेते थे। पिता किसानी करते हैं, तीन भाइयों में सबसे छोटी थी रिचा
महिला दरोगा रिचा के पिता रामबाबू सचान खेती करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। रिचा अपने 3 भाइयों में सबसे छोटी है। एक भाई कपिल सिंचाई विभाग में जेई हैं। दूसरे भाई विकास फतेहपुर में टीचर हैं। तीसरे भाई विनय हरिद्वार में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। बड़ी बहन विभा हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। …………………. ये खबर भी पढ़िए- फौजी को टोल कर्मियों ने खंबे से बांधकर पीटा, मेरठ में गुस्साए लोगों ने तोड़फोड़ की यूपी में मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित भूनी टोल प्लाजा पर रविवार रात फौजी की टोलकर्मियों ने पिटाई कर दी। टोलकर्मियों ने फौजी को रातभर खंबे से बांधे रखा और पीटतेरहे। इससे गुस्साए फौजी के गांव गोटका और आसपास के गांवों के 500 से ज्यादा लोगों ने भूनी टोल ऑफिस पर हमला कर दिया। लोगों ने टोल ऑफिस की खिड़कियां, फर्नीचर तोड़ दिया और जमकर पत्थर बरसाए। लोगों की भीड़ देख टोल कर्मी मौके से भाग गए। ग्रामीणों ने सभी 6 लेनों के बैरिकेड्स को तोड़ दिया। इसके चलते सभी गाड़ियां बिना टोल दिए निकलने लगीं। सोमवार दोपहर 1 बजे से शुरू हुआ हंगामा शाम 5 बजे तक चलता रहा। पढ़ें पूरी खबर
दरोगा ने शौक के लिए बुलेट खरीदी…उससे ही जान गई:गाजियाबाद में कुत्ते से टकराई थी; बहन बोली- नवरात्रि में इंगेजमेंट थी
