दरभंगा में कोसी पश्चिमी तटबंध से भूभौल गांव जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित आरसीसी पुल से मिट्टी का कटाव हो रहा है। पुल के स्ट्रक्चर में दरार आने से ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल है। 29 सितंबर 2024 की रात कोसी नदी के उफान से तटबंध टूट गया था। जिससे काफी नुकसान हुआ था। रास्ते टूट गए थे। करीब 10 से 15 हजार लोग प्रभावित हुए थे। मामला किरतपुर ब्लॉक का है। ग्रामीण सुधीर कुमार ने बताया कि 11 महीने बीतने के बावजूद गांव की हालत जस की तस है। लोगों को अपने घर तक पहुंचने के लिए केवल पैदल रास्ते का सहारा लेना पड़ता है। अगर किसी बेटी या बेटे की शादी होती है, तो बारातियों को कोसी पश्चिमी तटबंध पर गाड़ी छोड़कर पैदल पंडाल तक पहुंचना पड़ता है। अन्यथा जमालपुर गांव होकर लंबा रास्ता तय कर गांव आना पड़ता है। बारिश शुरू होते ही अधिकारी जागते हैं, उससे पहले कोई सुध लेने वाला तक नहीं है। समय से विभाग ने शुरू किया काम हालांकि कटाव की रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से काम शुरू किया गया है। ग्रामीण पुजारी कुमार ने कहा कि इस बार समय रहते काम शुरू हो गया है। वरना पहले की तरह हमलोग फिर से किसी बड़ी मुसीबत में पड़ सकते थे। अब देखिए आगे क्या होता है। युद्धस्तर पर चल रहा है का काम इस संबंध में किरतपुर अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार सन्नी ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर पुल का निरीक्षण किया है। पिछले साल तटबंध टूटने के कारण पुल के पास बना ड्रैनेज स्ट्रक्चर भी क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसे मानसून से पहले मरम्मत करके भर दिया गया था। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण फिर से मिट्टी बह गई। मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। प्रशासन की ओर से कोसी पश्चिमी तटबंध की लगातार निगरानी की जा रही है। पुल की संरचना में अगर भी तरह की खामियां है तो उसे प्राथमिकता से ठीक किया जाएगा।
दरभंगा में बारिश से RCC पुल की मिट्टी बही:11 महीने पहले तटबंध टूटने से 10 हजार लोग हुए थे प्रभावित, आज भी गांव तक पैदल आना पड़ता है
