रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पैतृक गांव में पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन का तीन कर्म दिन होने वाली परंपरा का निर्वहन किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस टीम तैनात रही। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गांववासियों के साथ आगे होने वाली परंपरा और अनुष्ठानों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बारिश के बीच गांव के प्राकृतिक खेत-खलिहानों का भी नजदीक से निरीक्षण किया। झामुमो के कई नेता भी मौजूद रहे इस मौके पर स्थानीय किसानों और ग्रामीणों ने दश कर्म और श्राद्ध कर्म से जुड़े स्थानीय परंपराओं के अनुभव मुख्यमंत्री के साथ साझा किए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। कार्यक्रम में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कई नेता भी मौजूद रहे। दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अंत्येष्टि के बाद होने वाले पारंपरिक अनुष्ठानों की तैयारियां तेज हो गई हैं। गुरुजी का श्राद्धकर्म 10 दिन तक चलेगा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 14 अगस्त तक नेमरा में ही रुकेंगे। इधर, बुधवार को हेमंत सोरेन ने बारिश के बीच गांव में दशकर्म के आयोजन को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अतिथियों के बैठने की व्यवस्था, टेंट, भोजन स्थल और साफ-सफाई की स्थिति का निरीक्षण किया। साफ-सफाई की जानकारी ली। अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। कई मंत्री-नेता नेमरा पहुंचे, अखिलेश 10 को आएंगे
इस बीच शोक संवेदना जताने वालों का सिलसिला भी जारी है। इधर, बुधवार सुबह सांसद जोबा मांझी और वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने नेमरा पहुंचकर गुरुजी को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री को सांत्वना दी। वहीं, मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने नेमरा ने श्राद्धकर्म की तैयारियों का जायजा लिया। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी 10 अगस्त को नेमरा पहुंचेंगे। दादाजी की शहादत और बाबा के अथाह संघर्ष की गवाह: सीएम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट लिखा- नेमरा की यह क्रांतिकारी और वीर भूमि, दादाजी की शहादत और बाबा के अथाह संघर्ष की गवाह है। यहां के जंगलों, नालों-नदियों और पहाड़ों ने क्रांति की उस हर गूंज को सुना है – हर कदम, हर बलिदान को संजोकर रखा है। नेमरा की इस क्रांतिकारी भूमि को शत-शत नमन करता हूं। वीर शहीद सोना सोबरन मांझी अमर रहें। झारखण्ड राज्य निर्माता वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें!
सीएम ने तीन कर्म दिन की परंपरा का निर्वहन किया:रामगढ़ के नेमरा गांव में पारंपरिक विधि-विधान से हो रहा श्राद्धकर्म, ग्रामीणों से भी की चर्चा
