सुबह से लाइन में लगे किसानों को दुकानों पर ताले लटके मिले। खाद का आवंटन होने के बावजूद ज़मीन पर इसकी उपलब्धता नहीं है। कई किसान मायूस होकर खाली हाथ लौट गए।
किसानों संतोष सिंह, राजेश यादव, मोहम्मद मियां, चिरकुट पासवान, उषा देवी, सरिता देवी समेत दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने बताया कि खाद मिलने की सूचना पर वे सुबह 6 बजे से लाइन में खड़े थे, लेकिन किसी भी दुकान पर खाद नहीं मिली।
किसानों ने नाराजगी जताई कि न तो कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा और न ही फोन पर संपर्क हो पा रहा है। अब सवाल यह है कि किसानों को राहत कब मिलेगी और जिम्मेदार कब जवाब देंगे?