उनका कहना है कि निर्माण क्षेत्र में करीब 10 से 12 फीट गहरा गड्डा बारिश के कारण पानी से भर गया था, लेकिन वहां कोई बैरिकेडिंग, चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी। पहले भी इसी गड्ढे में एक मवेशी की डूबकर मौत हो चुकी है। दो दिन पूर्व दो छोटे बच्चे भी इस गड्ढे में गिर गए थे, जिन्हें समय रहते लोगों ने बचा लिया था। मुकेश राम की मौत के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने और मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
लोगों का आरोप है कि हादसे के कई घंटे बाद तक न तो कंपनी का कोई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचा और न ही कोई प्रतिक्रिया दी गई।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि उन्होंने पहले भी कंपनी को निर्माण स्थल पर सुरक्षा उपायों की मांग करते हुए शिकायत की थी, लेकिन कंपनी ने इसे नजरअंदाज करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। फिलहाल कटकमदाग थाना पुलिस और रेलवे पुलिस बल घटनास्थल पर मौजूद हैं और मामले की जांच कर रहे हैं।