न्यूड लड़के दिखे, तो मार डालेंगे…महिलाओं में गुस्सा:मेरठ में महिला को खींचा, वो बोलीं- तेल लगाए था, कोई पकड़ नहीं पाया

न्यूड लड़के दिखे, तो मार डालेंगे…महिलाओं में गुस्सा:मेरठ में महिला को खींचा, वो बोलीं- तेल लगाए था, कोई पकड़ नहीं पाया

मेरठ से 25 Km दूर 2 गांव में न्यूड लड़कों की दहशत 12 दिन बाद भी बनी हुई है। परेशान महिलाएं अब घर के दरवाजे पर लाठी लेकर पहरा दे रही हैं। लड़के मुहल्लों में टार्च और लाठी लेकर न्यूड लड़कों की तलाश करते हैं। लोगों में इतना गुस्सा है कि न्यूड लड़के दिखे तो मार ही दिए जाएंगे। एहतियातन खेतों पर बड़ी-बड़ी लाइटें लगा दी गई हैं। ताकि रोशनी रहे, अंधेरा होने पर फिर हमला होने की आशंका बनी हुई है। खेतों में 9 CCTV लगाए गए हैं। पुलिस गांवों में सर्च आपरेशन चला रही है। जो महिलाएं दरवाजे पर लाठी लेकर खड़ी मिलीं, उनका कहना है– जो न्यूड लड़के खेतों में हमला कर सकते हैं, वो घर के अंदर भी आ सकते हैं। हमें तो खुद ही अलर्ट रहना है। क्या पता हमला हो जाए, तो तैयारी रख रहे हैं। ताकि घर की जवान बहू-बेटियां सुरक्षित रहें। दिखे तो मार ही देंगे। गांव के लोगों से बात करके समझ आया कि ये न्यूड लड़के खेतों में छिपकर बैठे रहते हैं। खेत के पास से निकलने वाली लड़कियों पर हमला कर देते हैं। उन्हें खेत में खींचने का प्रयास करते हैं। पिटाई भी कर देते हैं। ऐसी दो घटनाएं 2 गांवों में हो चुकी हैं। क्या किसी लड़की ने इन न्यूड लड़कों का चेहरा देखा? इन्हें पकड़ने के लिए क्या किया जा रहा? क्या किसी पुरुष पर भी हमला हुआ है? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम इन गांवों में पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… अब लोगों की बात पढ़िए गांवों में देर रात तक घर के बाहर पहरा दे रहे जेंट्स
मेरठ NH-58 हाईवे की मेन सड़क से लगभग 2Km अंदर भराला गांव पड़ता है। हम गांव के अंदर पहुंचे। गांव के बाहर ही जेंट्स झुंडों में जगह-जगह बैठे मिले। हमने पूछा- कैसे बैठे हैं? उन्होंने बताया- गांव में बिना कपड़े वाले लड़के का आतंक है। वो कहीं से कभी भी सामने आकर बहन-बेटियों को खींच ले जाते हैं, इसलिए पहरा दे रहे। पुलिस भी अपना काम कर रही है, लेकिन हमें तो अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद लेनी पड़ेगी। महिलाएं बोलीं- मजबूरी में ही बाहर जा रहे
गांव में एंट्री करते ही हमें विनीत भराला मिले। वह कहते हैं- इन घटनाओं में कुछ तो सच्चाई है, तभी तो पुलिस भी इतनी मेहनत कर रही। दिन-रात ड्यूटी कर रही है। गांव की महिलाओं में दहशत है। शाम के बाद महिलाओं ने बाहर निकलना बंद कर दिया है। बहुत मजबूरी में ही जाती हैं। रास्ते में आगे चलते ही हमें वेद इंटरनेशनल स्कूल के चौकीदार श्याम सिंह मिले। उन्होंने कहा- मैं तो नाइट ड्यूटी में आता हूं। दिन में उस दिन क्या हुआ था, मैंने नहीं देखा। मगर लोगों में बस इसी बात की चर्चा है। बिना कपड़ों के लड़के लड़कियों और महिलाओं पर हमला करते हैं, उनको छेड़ते हैं और मारते-पीटते हैं। जब से ये मामले सामने आए हैं, दिनरात पुलिस चौकसी कर रही। गांवों की औरतें भी ग्रुप बनाकर ही बाहर निकल रही हैं। जिसको खेत में खींचा, उसके घर पर ताला सास बोलीं- वो 2 दिन से बाहर गईं, मुझे रोते हुए पूरी घटना बताई
अब हम गांव में और अंदर पहुंचे। गांव के लोगों से पूछा कि जिस महिला पर हमला हुआ, उसका घर कहां पर है? कुछ बच्चे हमें उस घर तक लेकर पहुंचे। मगर पीड़िता के घर पर ताला पड़ा था। घर के बाहर लाठी लेकर एक बुजुर्ग महिला दिखी। महिला ने बताया– मेरा नाम संतोष है और जिस महिला पर हमला हुआ था, वो मेरी बहू है। हमने पूछा- आपकी बहू कहां गईं हैं? उन्होंने बताया- वो दो दिन से कहीं गई है। हमें पता नहीं है, लेकिन घर में ताला पड़ा है। हमने पूछा- कहीं शोहदे से डरकर ताला तो नहीं डाल दिया। संतोष ने जवाब दिया- कुछ कह नहीं सकते। आपको ये बता भी नहीं सकते हैं। बहू ने बताया छेड़छाड़ का पूरा वाकया
संतोष ने बताया- मेरी बहू के साथ छेड़छाड़ हुई है। वह रोजाना गांव से मेरठ शहर के आबूलेन में जॉब करने जाती थी। 27 अगस्त की सुबह वो जॉब के लिए निकली थी, तभी एक पूरी तरह से नंगे आदमी ने उसे खेत में खींचा। उसने जब विरोध किया, तो उसकी पिटाई भी की। जब बहू चीखने लगी, तो खेतों में काम करने वाले मजदूर उस तरफ भागकर पहुंचे। लेकिन तब तक वो आदमी खेतों में अंदर ही अंदर भाग निकला। हमें पता चला है कि उसने और भी महिलाओं-लड़कियों के साथ गलत काम किया है। मगर महिलाएं बहुत खुलकर कुछ बोल नहीं रहीं। इसलिए यहां इतनी पुलिस लगी हुई है। रंग काला, शरीर पर तेल लगाता है…
संतोष आगे कहती हैं- मेरी बहू बहुत घबरा गई थी। उस दिन वो रोते हुए घर आई। बहुत घबराई हुई थी, कपड़ों पर मिट्‌टी लगी हुई थी। उसने मुझे बताया, वो काला आदमी था। उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। बहुत तेल लगाया हुआ था। इसलिए जब गांव के लोग उसे पकड़ने भागे तो कोई उसको पकड़ ही नहीं पा रहा था। बहू ने केवल उसकी पीठ ही देखी। हमारे घर में और भी बहन, बेटियां हैं, सबकी सुरक्षा जरुरी है। वो आदमी पता नहीं कब कहां आ जाए, घर में घुस जाए। इसलिए मैं लाठी लेकर खुद यहां खड़ी हो जाती हूं। फिर आधी रात के बाद ही सोती हूं। पहरा दे रही दूसरी महिला सुनीता मिली। वो कहती हैं- हमें भी गांव की औरतों से पता चला है। उन महिलाओं ने खेतों में जाते वक्त उस बिना कपड़ों वाले आदमी को देखा था। क्योंकि, हम तो घर में रहते है। हमें यही बताया कि उस आदमी ने कपड़े नहीं पहने थे, उसने मुंह पर कपड़ा बांधा था। हमारी पड़ोस की महिला को छेड़ा है। हमने देखा नहीं लेकिन गांव में डर का माहौल है। भले हम घर में रहते हैं, लेकिन डर लगा रहता है। जागते रहते हैं, सोते नहीं हैं। अपनी सेफ्टी जरुरी है, इसलिए लाठी लेकर निकलते हैं। अकेले जाने में डर लगता है
गांव में आगे हमें पूजा चौधरी मिलीं। वह कहती हैं, ड्यूटी जाने में प्रॉब्लम हो रही है। महिलाएं आने-जाने से कतरा रहीं। डर लग रहा है तो काम में परेशानी आ रही है। जो महिलाएं अकेले जाती हैं, उनको बहुत परेशानी हो रही। खेतों पर काम के लिए महिलाएं नहीं जा रहीं। मैं तो अपने पति के साथ जाती हूं, लेकिन बाकी महिलाओं को दिक्कत है। वो अब तक पकड़ा नहीं गया इसलिए और भी डर है। गांव पहुंचने के बाद सबसे पहले हमने पुलिस का इंतजाम समझा… एंट्री पॉइंट से अंदर तक सादी वर्दी में पुलिस वाले घूमते मिले
पुलिस के मुताबिक, न्यूड लड़कों के हमले की 2 लिखित शिकायतें मिल चुकी हैं। बाकी लोगों ने मौखिक ही अपनी बात थाने तक पहुंचाई है। अब पुलिस एक्टिव है, खेतों के ऊपर ड्रोन से शोहदे की तलाश की जा रही है। गांव में सीसीटीवी लगवा दिए गए हैं। सादी वर्दी में पुरुष-महिला पुलिस कर्मी गांव में मौजूद हैं। LIU भी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। ये न्यूड लड़के सिर्फ महिलाओं पर हमले करते हैं। जहां हमले हो सकते हैं, वहां पर लाइटें लगवा दी गई हैं। इसके लिए अलग से केबिल खींचकर व्यवस्था करवाई गई है। गांव के एंट्री प्वाइंट से अंदर तक लगातार पुलिस टीमें सुबह, दोपहर और फिर रात में गश्त कर रही हैं। पुलिस की QRT गाड़ियां हर वक्त गांव में पहरा दे रही हैं। पुलिस वालों को गांव के लोगों का भी पूरा सपोर्ट मिल रहा है। अब 12 दिन में हुईं 2 घटनाएं पढ़िए- घटना 1: 25 अगस्त इकलौता गांव – साइकिल पर जा रही छात्रा को खींच लिया दोपहर को स्कूल से 3 छात्राएं लौट रही थीं। 2 छात्राएं साइकिल पर थीं और एक पैदल चल रही थी। एक छात्रा साइकिल चला रही थी, दूसरी पीछे बैठी थी। छात्रा ने बताया अचानक खेत से एक लड़का निकला। उसने कपड़े नहीं पहने थे। साइकिल पर पीछे बैठी छात्रा को खींच लिया। छात्रा चीखी, उसकी चीख सुनकर दूसरी छात्राएं भी चिल्लाने लगीं, लेकिन तब तक शोहदा भाग गया। इसके बाद घबराई छात्राएं घर पहुंची। छात्रा ने घर वालों को सारा किस्सा बताया। छात्राएं इतनी घबरा गईं थीं कि किसी ने लड़के का चेहरा नहीं देखा। बस उसको पीछे से ही देख पाईं। घटना 2: 28 अगस्त भराला गांव – जॉब पर जा रही महिला को पकड़ा एक महिला सुबह घर से काम के लिए निकली थी। वह आबूलेन स्थित एक शोरूम पर ड्यूटी करने जा रही थी। महिला का आरोप है कि रास्ते में गन्ने के खेत से अचानक एक युवक बिना कपड़ों के सामने आ गया और उसे खेत में खींचने लगा। महिला चीखने लगी बचाओ… बचाओ। खेतों में काम कर रहे मजदूर दौड़कर उस तरफ आ गए। महिला के मुताबिक, वो केवल उस आरोपी का शरीर देख पाईं। उसने कपड़े नहीं पहने थे, वो चेहरा नहीं देख सकी। ……………………. यह भी पढ़ें :
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