कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ‘PM मोदी की मणिपुर की संभावित यात्रा को किसी लक्ष्य का अंत नहीं मानना चाहिए, बल्कि राज्य में शांति, न्याय, सुलह और लोकतंत्र को वापस लाने की लंबी यात्रा की सिर्फ शुरुआत है।’ उन्होंने कहा- PM की संभावित यात्रा दो साल पहले होनी चाहिए थी। जैसा कि कहा जाता है कि न्याय में देरी होना, न्याय न मिलने के बराबर है, उसी तरह मणिपुर के लोगों को पीएम की यात्रा से बहुत लंबे समय तक वंचित रखा गया है। गोगोई ने कहा- जब PM आएंगे, तो उन्हें सबसे पहले पिछले 2 सालों में न आने के लिए मणिपुर के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। राज्य में अभी भी कई चुनौतियां बाकी हैं। दरअसल, शुक्रवार को गौरव गुवाहाटी पहुंचे थे। यहां I.N.D.I. अलायंस के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के मीडिया इंट्रैक्शन में शामिल हुए थे। मई 2023 में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा शुरू हुई थी। इसमें अब तक 260 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। कार्यक्रम में इन मुद्दों पर भी बोले गोगोई PM मोदी 13 सितंबर को मणिपुर जा सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को मणिपुर जा सकते हैं। हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। पीएम मिजोरम में रेलवे प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे। मणिपुर हिंसा के बाद मोदी का यह पहला मणिपुर दौरा है। मई 2023 में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा शुरू हुई थी। इस हिंसा में अब तक 260 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। दौरे की तैयारियों के बीच जिला मजिस्ट्रेट धरुण कुमार ने चुराचांदपुर जिले में गुरुवार को नो-ड्रोन जोन घोषित कर दिया है। आदेश के मुताबिक, अब जिले की सीमा में बिना सरकारी अनुमति के कोई भी ड्रोन, UAV, गुब्बारे या अन्य उड़ने वाले यंत्र उड़ाना प्रतिबंधित होगा। चुराचांदपुर कुकी बहुल है और मिजोरम से सटा हुआ है। मणिपुर को नगालैंड–पूर्वोत्तर से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे खुलेगा
मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के बीच गुरुवार को कुकी-जो ( Kuki-Zo) काउंसिल राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (NH-2) को पूरी तरह खोलने को तैयार हो गई। अब इस मार्ग से लोगों और जरूरी सामान की आवाजाही बिना रुकावट हो सकेगी। गृह मंत्रालय (MHA) के मुताबिक, कुकी-जो काउंसिल सुरक्षा बलों के साथ NH-2 पर शांति बनाए रखने में सहयोग करेगी। यह हाईवे मणिपुर को नगालैंड और पूर्वोत्तर से जोड़ने वाली जीवन रेखा है, जो मई 2023 में भड़की मैतेई और कुकी समुदायों की हिंसा के बाद से बंद था। हालांकि कुकी जो काउंसिल (KZC) ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि नेशनल हाईवे-2 (इम्फाल-दीमापुर) को फिर से खोलने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि सड़क को कभी बंद ही नहीं किया गया था। दिल्ली में गुरुवार को केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार और कुकी संगठनों (कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन-KNO और यूनाइटेड पीपल्स फ्रंट-UPF) के बीच त्रिपक्षीय बैठक हुई। बैठक के अंत में नया सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) करार साइन किया गया। यह समझौता एक साल के लिए प्रभावी रहेगा और इसमें नई शर्तें जोड़ी गई हैं। क्यों महत्वपूर्ण है NH-2 हाईवे
NH-2 हाईवे मणिपुर और पूरे पूर्वोत्तर के लिए बेहद जरूरी है। यह राजमार्ग नगालैंड के दीमापुर को मणिपुर की राजधानी इंफाल से जोड़ता है। हाईवे मणिपुर-नगालैंड-मिजोरम का शेष भारत से संपर्क बनाए रखता है। मणिपुर में जरूरतों, जैसे – खाने-पीने का सामान, दवा, ईंधन और व्यापार के सामान, इसी हाईवे से आते-जाते हैं। यह सेना और सुरक्षा बलों की आवाजाही के लिए भी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। पूर्वोत्तर के राज्यों के बीच व्यापार, पर्यटन और आपसी जुड़ाव बनाए रखने के लिए NH-2 जीवनरेखा की तरह काम करता है। 4 पॉइंट्स में समझिए मणिपुर हिंसा की वजह…
मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इंफाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं। ……………………….. मणिपुर से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… मणिपुर में सरकार-कुकी के बीच समझौते से कौन खुश: मैतेई बोले- ये एकतरफा, PM मोदी आए तो क्या बदलेगा मणिपुर में सरकार और कुकी संगठनों के बीच हुए समझौते के मायने मैतेई लीडर दो लाइन में समझा देते हैं। नाम ना जाहिर करने की शर्त पर वे कहते हैं कि शांति चाहिए तो सबको साथ लेकर चलना था। वहीं, कुकी कम्युनिटी का कहना है ‘हम केंद्र सरकार से जो उम्मीद कर रहे थे, ये समझौता उससे काफी कम है।’ पूरी खबर पढ़ें…
गोगोई बोले- मणिपुर आने में देरी पर PM माफी मांगें:न्याय में देरी, न्याय न मिलने के बराबर; यहां हिंसा में अब तक 260 मौतें
