गिरिडीह जिले में इन दिनों मां मनसा पूजा की धूम चल रही है। जगह-जगह प्रतिमा स्थापित कर मां मनसा की पूजा धूमधाम के साथ की जा रही है। वहीं, शीतलपुर में यह पूजा कुछ अलग ही अंदाज में की जाती है। यहां धार्मिक आस्था और परंपरा का अनोखा संगम देखने को मिलता है। मां मनसा के दरबार में मन्नतें मांगते हैं श्रद्धालु पूजा के दौरान पारंपरिक विधि-विधान के साथ-साथ सांप को लेकर खेले जाने वाले अनोखे खेल का भी आयोजन किया जाता है, जो इस पूजा की विशेष पहचान बन चुकी है। पूरे इलाके में इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। महिलाएं व पुरुष मिलकर भक्ति गीत गाते हैं और मां मनसा के दरबार में मन्नतें मांगते हैं। यहां लगभग 25 वर्षों से मां मनसा मैया की पूजा पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ की जा रही है। यहां इस पूजा की शुरुआत गांव के ही स्व. रामधारी राम ने की थी। उन्होंने मां मनसा की प्रतिमा की स्थापना कर पूजा-अर्चना की परंपरा शुरू की थी, जो आज भी उसी श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ निरंतर जारी है। सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती मां मनसा की कृपा से गांव के भक्त पिक्कू राम, मंत्री नंदू राम, मंत्री संजय राम और चंदन समेत कई लोग इस पूजा में विशेष भूमिका निभाते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि मां मनसा की कृपा से गांव में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। शीतलपुर की यह परंपरा न सिर्फ गांव के लोगों के बीच आस्था का केंद्र बनी हुई है, बल्कि शहरी क्षेत्रों के लोग भी इस आयोजन में शामिल होने आने लगे हैं।
गिरिडीह में 25 साल से विशेष है मां मनसा पूजा:सांप संग खेल के साथ आयोजित होता है धार्मिक आयोजन, श्रद्धालुओं की उमड़ती है भीड़
