झारखंड के सहायक अध्यापकों के मानदेय भुगतान में विसंगति हुई है। पारा शिक्षकों को निर्धारित मानदेय से अतिरिक्त मानदेय की राशि का भुगतान किया गया है। राज्य सरकार ने सभी जिलों से इसकी रिपोर्ट मांगी है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षकों को सात सितंबर तक विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट के बाद सरकार राशि वसूली की भी कार्रवाई कर सकती है। पत्र में यह भी स्पष्ट है कि सहायक अध्यापकों (तत्कालीन पारा शिक्षक) के टेट विसंगति के कारण जिलों की ओर से अतिरिक्त मानदेय की राशि भुगतान की गई है। इसे दूर कर अब नये सिरे से मानदेय का भुगतान किया जाएगा। एसपीडी शशि रंजन ने कहा है कि पहली से पांचवीं के शिक्षक अगर छठी से आठवीं के टेट पास हैं तो उन्हें पहली से पांचवीं के प्रशिक्षित का ही मानदेय भुगतान किया जाएगा। वहीं, छठी से आठवीं के शिक्षक अगर पहली से पांचवीं में टेट पास हैं, तो उन्हें छठी से आठवीं के प्रशिक्षित का मानदेय मिलेगा। पहली से पांचवीं के पारा शिक्षकों को 18,815 रुपए और छठी से आठवीं के पारा शिक्षकों को 20,384 रुपए मिलना है। लेकिन, आकलन परीक्षा के बाद विसंगति की वजह से जिलों में पहली से पांचवीं के पारा शिक्षकों को 20,112 रुपए और छठी से आठवीं के पारा शिक्षकों को 21,788 रुपए मानदेय मिल रहा था। ऐसे में शिक्षकों को क्रमश: 1296 रुपए और 1404 रुपए प्रति माह अतिरिक्त भुगतान किया गया है।
पहली से पांचवी के पारा शिक्षकों को मिलना है 18,842 रुपए प्रति माह, पर 20,834 रुपए भुगतान किया गया
