‘सौरभ का बच्चा 1 घंटे भी जेल में नहीं रहेगा’:मेरठ में भाई बोले- पुलिस DNA कराए; बच्चा साहिल का हो तो मुस्कान पाले

‘सौरभ का बच्चा 1 घंटे भी जेल में नहीं रहेगा’:मेरठ में भाई बोले- पुलिस DNA कराए; बच्चा साहिल का हो तो मुस्कान पाले

मेरठ में 3 मार्च को मर्चेंट नेवी ऑफिसर सौरभ की हत्या कर दी गई। 18 मार्च को नीले ड्रम के अंदर 4 टुकड़ों में उसकी बॉडी मिली। 19 मार्च को मुस्कान रस्तोगी और उसके बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला को पुलिस ने जेल भेज दिया। अब मुस्कान की 8 साल की बेटी पीहू की परवरिश उसके नाना प्रमोद रस्तोगी और नानी कविता कर रहे हैं। दोनों ब्रह्मपुरी में रहते हैं। इधर, मुस्कान के जेल जाने के बाद सामने आया कि वह फिर से प्रेग्नेंट है। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्कान इस वक्त साढ़े 6 महीने की प्रेग्नेंट है। नीले ड्रम के सुर्खियों में रहने के बाद अब चर्चा मुस्कान के बच्चे के पिता के नाम की भी है। क्योंकि, अभी ये साफ नहीं है कि इस बच्चे का पिता सौरभ है या मुस्कान का बॉयफ्रेंड साहिल। वहीं, इंद्रानगर में रहने वाला सौरभ का परिवार इस बच्चे के पैदा होने के बाद DNA टेस्ट कराने की मांग कर रहा है। सौरभ के बड़े भाई राहुल ने कहा- अगर यह बच्चा सौरभ का है, तो हमारा खून है। हम जन्म से उसको अपने पास रखेंगे, ताकि उसकी सही परवरिश हो सके। लेकिन, हमारी जिंदगी में मुस्कान के लिए कोई जगह नहीं है। उसने सिर्फ अपनी शादीशुदा जिंदगी बर्बाद नहीं की, हमारा हंसता-खेलता परिवार भी खत्म कर दिया। दैनिक भास्कर ने बच्चे के पिता के सवाल पर सौरभ के परिवार से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… भाई बोले- हम नहीं चाहते आखिरी निशानी पर मुस्कान की छाया पड़े
इंद्रानगर में सौरभ के घर पर हमारी मुलाकात उसके बड़े भाई राहुल उर्फ बबलू से हुई। हमने पूछा- मुस्कान साढ़े 6 महीने की प्रेग्नेंट है। नवंबर में उसकी डिलीवरी की डेट लगी है। ऐसे में बच्चा होने के बाद उसकी परवरिश को लेकर क्या सोचा है? राहुल कहते हैं- मुस्कान ने हमारे भाई को धोखा दिया। अपनी शादीशुदा जिंदगी बिगाड़ ली। फिर मेरे भाई को भी मार डाला। लेकिन, खून तो खून ही होता है। अगर ये बच्चा सौरभ का है, तो हम ही पालेंगे। लेकिन, ये फैक्ट साइंटिफिकली सामने आना चाहिए। इसके लिए पुलिस मुस्कान के बच्चे का DNA टेस्ट करवाए। इस रिपोर्ट में अगर बच्चा मेरे भाई सौरभ का निकलता है, तो उसे 1 दिन भी जेल में नहीं रहने देंगे। इसके लिए हम अपने वकील की मदद से अपील करेंगे। मैं नहीं चाहता कि मेरे भाई की आखिरी निशानी पर मुस्कान की काली छाया पड़े। हमने पूछा- जेल बंदियों के मैन्युअल में बच्चे को जन्म के बाद 5 साल मां अपने साथ रख सकती है। राहुल कहते हैं- ये सही है, लेकिन हम इतना समय भी मुस्कान को नहीं देना चाहते। सौरभ का बच्चा एक घंटे भी मुस्कान के पास क्यों रहने दें? हां.. अगर यह बच्चा साहिल का है, तो बेशक वही इस बच्चे को पाले। बच्चा सौरभ का हो भी, तब भी मुस्कान से हमारा वास्ता नहीं
हमने पूछा- बच्चा सौरभ का निकला, तब मुस्कान को लेकर आपका क्या रुख है? राहुल कहते हैं- भले मुस्कान उस बच्चे की मां हो, लेकिन हम उसे स्वीकार नहीं कर सकते। क्योंकि, उसने मेरे भाई सौरभ की हत्या की है। मुस्कान की हमारे घर में कोई जगह नहीं हो सकती। हम चाहते हैं कि उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। परिवार का दावा- ये बच्चा सौरभ का नहीं हो सकता
हमने पूछा- आपको क्या लगता है, ये बच्चा किसका हो सकता है? सौरभ के घर वालों ने कहा- ये बच्चा साहिल का ही होना चाहिए। हमें नहीं लगता ये सौरभ का बेबी होगा। क्योंकि, सौरभ यहां कुल 7 दिन ही रहा है। इसके बाद मुस्कान और साहिल ने उसे मार डाला था। सौरभ 24 फरवरी को मेरठ आया। फिर उसने मुस्कान और पीहू का बर्थडे मनाया। वो सारी चीजों में काफी बिजी रहा। मुस्कान ने पहले से ही ये सारी प्लानिंग कर रखी थी कि वो सौरभ की हत्या कर देगी। इसलिए वो सौरभ के करीब आई हो, ऐसी पॉसिबिलिटी नहीं लगती। मुस्कान की वकील ने ऐसे सवाल पूछे- मैं रो पड़ा
राहुल ने कहा कि कोर्ट की जिरह से हम संतुष्ट हैं। लेकिन, साहिल-मुस्कान की जो वकील रेखा जैन हैं। वो कोर्ट में ऐसे सवाल पूछती हैं, जो फिजूल के होते हैं। वो गवाह को मेंटली टॉर्चर करती हैं। उन्होंने मुझसे ऐसे सवाल पूछे कि मुझे रोना आ गया। उन्होंने कोर्ट में मेरे सामने ऐसा सीन क्रिएट कर दिया, जिससे मैं बहुत भावुक हो गया। मैं चाहता हूं कि केस में ऐसे सवाल पूछे जाएं, जो इससे जुड़े हैं। फालतू के सवाल-जवाब गवाहों से न किए जाएं। मुस्कान का घर, दुकान बंद ही मिलता
सौरभ के भाई राहुल ने बताया- इतने दिन में हमारी पीहू से कोई बातचीत नहीं हुई। मैं 10 दिन कोर्ट में गवाही के लिए गया। मुस्कान का घर जिस रास्ते में है, उसी रास्ते से गुजरता था। लेकिन, पीहू मुझे कभी नजर नहीं आई। मुस्कान के घर और दुकान पर मुझे ताला ही मिला है। अक्सर उनकी दुकान बंद रहती है। ये मुकदमा खत्म हो, फिर पीहू के लिए सोचेंगे
राहुल ने बताया कि हमने भी अभी तक पीहू से बात नहीं की है। जब हम सभी की गवाही पूरी हो जाएगी, तब सोचेंगे कि पीहू को हमें अपने साथ रखना है या नहीं। अभी हम इस पर कुछ नहीं कह सकते। हमने शुरू में कहा था कि पीहू को हमें दे ,दें लेकिन हमें पीहू नहीं दी गई। मुस्कान के परिवार से आज तक किसी ने हमसे नहीं कहा कि हम आकर पीहू से मिल लें या उसे ले जाएं। मुस्कान के घरवालों ने माफी तक नहीं मांगी
राहुल कहते हैं- मुस्कान के परिवार ने आज तक हमसे कोई बात नहीं की है। न ही वो हमारे यहां झांकने आए हैं। उनकी बेटी ने इतना बड़ा कांड कर दिया, वो हमसे मिलने या दुख जताने तक नहीं आए। यहां तक कि उन्होंने ये भी नहीं सोचा कि वो हमसे आकर माफी मांग लें या पीहू को हमसे मिलाने लाएं। मुस्कान के माता-पिता बोले- सौरभ के परिवार ने हमसे कोई बात नहीं की
वहीं, इस पूरे मामले में मुस्कान के माता-पिता का कहना है कि पीहू शुरू से हमारे साथ रही है। उसे हम हमेशा अपने पास रखेंगे। हमें मुस्कान से मतलब नहीं। वो हमारे लिए मर चुकी है। हम उससे कभी नहीं मिलेंगे, न पीहू को मिलने देंगे। लेकिन पीहू का पालन-पोषण हम खुद करेंगे। सौरभ के परिवार ने आज तक पीहू के लिए हमसे कभी बात नहीं की है। जब सौरभ जिंदा थे, तब भी सौरभ का परिवार पीहू से मिलने नहीं आया। अब भी उन्होंने बात नहीं की है। हम पीहू को किसी को नहीं देंगे। सौरभ हत्याकांड की साजिश कैसे रची गई? 10 पॉइंट में पढ़िए… 1. नवंबर, 2024 : शराब में दवाएं मिलाकर पिलाने की प्लानिंग SP सिटी आयुष विक्रम सिंह के मुताबिक, सौरभ लंदन में रहते हुए काफी शराब पीने लगा था। इसलिए मुस्कान ने पहली बार हत्या की साजिश रचते हुए सौरभ की व्हिस्की में दवा मिलाने की सोची, जो बॉडी में जाने के बाद रिएक्शन करे और सौरभ की मौत हो जाए। पुलिस को लगेगा कि ओवर ड्रिंकिंग से डेथ हुई है। इस तरह उस पर कोई आरोप भी नहीं लगेगा। पुलिस जांच में मुस्कान के मोबाइल पर ऐसी सर्च हिस्ट्री भी मिली है। मुस्कान ने इंटरनेट पर ऐसी दवाएं भी सर्च की थीं, लेकिन सौरभ ने एक भी दिन घर में बैठकर शराब नहीं पी। ड्रिंक करने के लिए वह बार में जाता रहा। इससे मुस्कान को अपने प्लान को अंजाम देने का कभी मौका नहीं मिला। इसी बीच, सौरभ को मुस्कान और साहिल के अफेयर के बारे में पता चल चुका था। उन दोनों में काफी झगड़ा भी हुआ था। दोनों में तलाक तक की नौबत आ गई थी। हालांकि, सौरभ तलाक नहीं देना चाहता था। इसलिए वह मुस्कान को समझाकर लंदन लौट गया था। 2. फरवरी, 2025: बर्थडे के बहाने सौरभ को मेरठ बुलाया, पासपोर्ट छिपाया सौरभ के लंदन जाने के बाद मुस्कान फोन पर लगातार उससे बातचीत कर रही थी। उसने बताया कि बेटी पीहू का जन्मदिन फरवरी में है, मेरा भी बर्थडे है। उसे मेरठ आना ही होगा। सौरभ को इस बातचीत से लगने लगा कि मुस्कान उसको दोबारा चाहने लगी है। 25 फरवरी को मुस्कान का जन्मदिन था। 3 दिन बाद यानी 28 फरवरी को बेटी पीहू का बर्थडे था। इसलिए सौरभ 24 फरवरी को लंदन से मेरठ आ गया। मुस्कान के साथ रेस्टोरेंट में पार्टी की। सौरभ और मुस्कान का डांस करते हुए वीडियो भी सामने आया है। सौरभ ने मुस्कान को बताया कि पासपोर्ट का रिन्युअल होना है। इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई किया है। इस पर मुस्कान डर गई कि कहीं सौरभ लंदन वापस न चला जाए। जब पासपोर्ट बनकर आया तो मुस्कान ने उसे छिपा दिया था। इसको लेकर भी सौरभ और मुस्कान के बीच झगड़ा हुआ था। 3. 2 मार्च : डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर खुद ही दवा लिख ली पासपोर्ट पर हुए झगड़े के बाद मुस्कान ने तय कर लिया कि सौरभ को रास्ते से हटाना ही है। साहिल के साथ उसने प्लान बनाया कि डिनर के वक्त खाने में नींद की दवा मिला देगी, ताकि सौरभ गहरी नींद में सो जाए। इसके बाद दोनों मिलकर सौरभ को मार देंगे। इसके लिए मुस्कान ने मेरठ के डॉ. अरविंद देशवाल के पुराने पर्चे का इस्तेमाल किया। जो दवाएं डॉक्टर ने लिखी थीं, उसके नीचे मिडाजोलम दवा खुद ही लिख ली। यह नींद की प्रतिबंधित दवा है, जो केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही मिलती है। डॉक्टर के पर्चे को लेकर मुस्कान खैरनगर के ऊषा मेडिकल स्टोर पहुंची। यहां दुकानदार अमित मिले। मुस्कान ने मिडाजोलम खरीदकर रख ली। पुलिस ने अमित के बयान दर्ज किए हैं। साथ ही घर से दुकान तक के CCTV भी देखे हैं। इसमें दवा खरीदने की पुष्टि हो गई है। 4. 3 मार्च : मुस्कान ने झगड़ा किया, सौरभ घर से निकल गया सौरभ के बड़े भाई राहुल राजपूत ने दैनिक भास्कर को बताया- 3 मार्च को डिनर के लिए सौरभ घर आया था। उसने सुबी (मुस्कान) के लिए खाना पैक करवाया। सौरभ कोफ्ते लेकर करीब 8.30 बजे घर वापस गया। मुस्कान ने सौरभ से झगड़ा किया था। परेशान होकर सौरभ घर से बाहर चला गया। मुस्कान ने यह ड्रामा इसलिए किया, ताकि वह खाने में नींद की दवा मिला सके। 9.30 बजे सौरभ घर वापस आ गया। दोनों ने एक साथ डिनर किया। रात करीब 11.30 बजे तक सौरभ पूरी तरह से बेहोश हो गया। इसके बाद मुस्कान ने साहिल को फोन किया। कहा- अब तुम जल्दी घर आ जाओ। साहिल रात के करीब 1 बजे सौरभ के इंदिरा नगर वाले घर पहुंचा। साहिल किचन से मीट काटने वाले 2 चाकू लेकर बेडरूम में आया। फिर साहिल ने मुस्कान से कहा- ये काम तुम्हें ही खत्म करना होगा। सौरभ का वध तुम ही करोगी, मैं नहीं…। साहिल ने मुस्कान के हाथों को हाथों से पकड़ा और चाकू को तेजी से सीने में घुसा दिया। एक-एक करके सौरभ के सीने में 3 वार किए। इसके बाद दोनों सौरभ की बॉडी को उठाकर बाथरूम में ले गए। साहिल ने बॉडी को 4 टुकड़ों में काट दिया। सिर और दोनों हाथ एक बैग में पैक किए। पैर समेत धड़ दूसरे बड़े बैग में पैक किए। रात करीब 3 बजे साहिल ने धड़ और पैर वाला बड़ा बैग बेडरूम के बेड के बॉक्स के अंदर छिपा दिया। मुस्कान के साथ सिर और हाथ के टुकड़ों वाला बैग लेकर ब्रह्मपुरी में अपने घर आ गया। दोनों सुबह 8 बजे तक वहीं रहे। पुलिस जांच में सामने आया है कि साहिल ने यहां सिर के साथ कुछ तंत्र क्रिया भी की। 5. 4 मार्च : घंटाघर से ड्रम और शारदानगर से सीमेंट खरीदी सुबह करीब 9 बजे मुस्कान और साहिल ने घंटाघर में सैफुद्दीन की दुकान से 1200 रुपए में ड्रम खरीदा। शारदानगर से सीमेंट और रेत खरीदी। करीब 10 बजे साहिल ने शिवा टूर एंड ट्रैवल्स को फोन करके 10 दिन के लिए कैब बुक की। 54 हजार रुपए में बुकिंग हो गई। करीब 10.30 बजे दोनों सौरभ के घर पहुंचे। साहिल के घर पर सौरभ के कटे हाथ और सिर वाला बैग था, इसे भी यहां ले आए। सौरभ के घर में धड़ और पैरों वाला बैग पहले से ही था। यहां साहिल-मुस्कान ने ड्रम में सीमेंट का घोल बनाया। बॉडी पार्ट एक-एक करके ड्रम में डाले और ऊपर से सीमेंट और रेत से बना घोल भर दिया। इसके बाद ड्रम को ढक्कन लगाकर बंद कर दिया। उसके ऊपर भी सीमेंट से लेप लगा दिया, ताकि वह सील पैक हो जाए और बदबू बाहर न फैले। शाम करीब 4 बजे मुस्कान ने अपनी मां कविता को फोन करके झूठ बताया कि वह सौरभ के साथ शिमला-मनाली घूमने जा रही है। बेटी पीहू को वह मां के घर पहले ही छोड़ आई थी। शाम को 7.30 बजे साहिल-मुस्कान दिल्ली चुंगी (मेरठ) पहुंचे। कार को ड्राइवर अजब सिंह चला रहा था। दिल्ली हाईवे के रास्ते में दोनों ने एक ढाबे पर खाना खाया। अजब ने पुलिस को बताया कि मैं रातभर गाड़ी चलाता रहा। 336 किमी गाड़ी चलाकर सुबह 3 बजे शिमला पहुंचे। 6. 5 से 7 मार्च : साहिल-मुस्कान शिमला में दिनभर घूमते, रात में पार्टी करते शिमला पहुंचने के बाद साहिल कैब से 3-4 होटलों में गया। आखिरकार एक होटल में कमरा बुक कर लिया। दोनों कमरे में करीब 3 घंटे रहे। नहाने और नाश्ता करने के बाद शिमला घूमने के लिए कैब में बैठ गए। मार्केटिंग की, फिर शिमला के एक मंदिर में दोनों ने शादी कर ली। ड्राइवर अजब के मुताबिक, दोनों ऐसा व्यवहार कर रहे थे, जैसे हनीमून पर आए हों। दोनों 3 दिन तक शिमला में घूमते रहे। वहां के होटलों में होने वाली पार्टियों काे ऑनलाइन सर्च किया। शाम को होटलों में पहुंचते और ड्रिंक लेकर नाचते रहते। इसके कई वीडियो-फोटो भी पुलिस को मिले हैं। 7. 8 से 13 मार्च : बर्फीले मौसम में एन्जॉय करने कुल्लू-मनाली में रुके ड्राइवर अजब ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि 3 दिन शिमला में रहने के बाद उन्होंने कहा कि अब कुल्लू मनाली चलो। वहां बर्फ पड़ रही है। करीब 235 किमी गाड़ी चलाकर 8 मार्च की शाम 6 बजे तक मुस्कान और साहिल कुल्लू पहुंच गए। यहां उन्होंने होटल बुक किया, फिर अगले 5 दिन दोनों तक यहीं घूमते रहे। इसी दौरान होली का त्योहार आ गया। पुलिस को ऐसे विजुअल मिले हैं, जिसमें दोनों रंग खेलने के बाद डांस कर रहे हैं। ऐसे मैसेज भी सामने आए हैं, जिसमें ड्राइवर को मैसेज करके मुस्कान केक मंगवाती है, जिस पर शंकर लिखा था। 8. 14 से 17 मार्च : कसोल में भी पार्टियों का दौर जारी रहा
कैब ड्राइवर अजब सिंह ने पुलिस को बताया कि मनाली से कसोल सिर्फ 80 किमी दूर था। वहां पहुंचने के बाद भी मुस्कान और साहिल का रूटीन पहले जैसा ही रहा। वे अलग-अलग होटलों की पार्टियों में शामिल होते। हर दिन 1 से 2 बोतल शराब खरीदते। लंच-डिनर करते, पूरा-पूरा दिन घूमते रहते। इस बीच मुस्कान को घर से लगातार फोन आ रहे थे। मुस्कान और साहिल के पास पैसे भी खत्म हो गए थे। वे दोनों किसी के अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करने के लिए किसी से बात कर रहे थे। शायद पैसे ट्रांसफर नहीं हो पाए। इसके बाद अचानक 16 मार्च को उन्होंने बताया कि अब हमें मेरठ वापस जाना है। 16 मार्च की शाम को दोनों कैब में बैठकर चल पड़े। 500 किमी का सफर तय करके 17 मार्च की सुबह दोनों मेरठ आ गए। 9. 18 मार्च : मुस्कान ने पुलिस से कहा- मैंने सौरभ को मार डाला
मेरठ आने से पहले ही मुस्कान ने अपनी मां कविता से बात करते हुए सौरभ की मौत से पर्दा उठा दिया था। अकाउंट में पैसे नहीं होने की बात मुस्कान ने अपनी मां को बताई थी। मां ने पूछा था, जब सौरभ तुम्हारे साथ है तो पैसे की जरूरत क्यों पड़ रही है? इसके बाद मुस्कान ने मां को पूरी कहानी बता दी थी। इसके बाद पिता प्रमोद और मां कविता मुस्कान को लेकर ब्रह्मपुरी थाने पहुंचे। यहां पुलिस के सामने मुस्कान ने कबूलनामा दिया। पुलिस ने साहिल को भी गिरफ्तार कर लिया। सौरभ के इंदिरा नगर वाले घर से प्लास्टिक ड्रम में रखी बॉडी बरामद कर ली। ड्रम में सीमेंट से जमे हुए सौरभ की बॉडी के टुकड़े मिले। पुलिस ने साहिल और मुस्कान के बयानों की वीडियोग्राफी भी कराई। 10. 19 मार्च : कोर्ट में पेशी से पहले वकीलों ने पीटा
पुलिस ने साहिल और मुस्कान को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजने की प्रोसेस शुरू की। मेडिकल कराने के बाद दोनों को मेरठ की जिला कोर्ट में पेश किया जाना था। इससे पहले ही साहिल को वकीलों ने घेर लिया और उसकी पिटाई कर दी। पुलिस ने दोनों को जज के सामने पेश किया, जहां से उन्हें जिला जेल भेज दिया गया। इस वक्त साहिल और मुस्कान जेल में ही हैं। ———————————- यह खबर भी पढ़ें : मुस्कान की बेटी के लिए दोनों परिवार में विवाद, पिता बोले- पीहू को नहीं दूंगा; सौरभ के भाई ने कहा- कोर्ट जाएंगे यह दो बयान बता रहे हैं कि सौरभ मर्डर केस में अचानक पीहू की परवरिश का विवाद खड़ा हो गया है। अब तक सौरभ और मुस्कान के परिवार के बीच लव मैरिज, सौरभ के दूसरे मकान में रहने और फिर कत्ल में मुस्कान के आरोपी बनने को लेकर विवाद हुए। दावों और आरोपों का दौर भी चला। मगर इसमें पीहू का जिक्र नहीं था। ऐसा पहली बार हो रहा है कि दोनों परिवार पीहू की कस्टडी चाहते हैं। पढ़िए पूरी खबर…

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