प्रयागराज में BJP नेता रणधीर सिंह यादव की हत्या के बाद लव अफेयर के नए फैक्ट सामने आए हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि रणधीर सिंह यादव का लव अफेयर उसकी हत्या के मुख्य आरोपी डॉ. उदय की पत्नी अंजली से था।रणधीर अपने बैंक अकाउंट से हर महीने एक फिक्स रकम अंजली को ट्रांसफर करता था। पुलिस मान रही है कि अंजली इस रकम को अपनी जरूरतों पर खर्च करती होगी। पुलिस ने डॉ. उदय, उसकी पत्नी अंजली और दोस्त रणधीर के सर्किल में आने वाले सभी लोगों से पूछताछ पूरी कर चुकी है। इसमें सामने आया है कि 8 साल पहले रणधीर और उदय दोस्त बने थे। वहीं, 3 साल पहले उदय की पत्नी अंजली का झुकाव रणधीर की तरफ हो गया था। रणधीर का कत्ल करने वाले डॉ. उदय की तलाश में पुलिस की टीमें यूपी में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। वहीं, उदय अपने साथ रणधीर का मोबाइल भी साथ लेकर गया है, जो 10 दिन से स्विच ऑफ है। इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड के नए खुलासे पढ़िए… अंजली ने लग्जरी लाइफ के लिए रणधीर को पसंद किया
डॉ. उदय यादव एक प्राइवेट हॉस्पिटल में कंपाउंडर था। उसके चचेरे भाई विजय की सिविल लाइन में मिठाई की दुकान थी। कुल मिलाकर कमाई लिमिटेड थी। जबकि, उसकी पत्नी अंजली लग्जरी लाइफ की शौकीन थी। महंगे कपड़े, मोबाइल और हिल स्टेशन पर घूमने की ख्वाहिश रखती थी। 3 साल पहले उसकी लाइफ में रणधीर की एंट्री हुई। एक दिन उदय अपने साथ रणधीर को घर लेकर गया था। उस दिन पहली बार अंजली ने रणधीर का देखा। धीरे-धीरे उसको रणधीर की लाइफस्टाइल के बारे में पता चला। रणधीर यादव जिला पंचायत सदस्य रह चुका था। उसकी पत्नी मौजूदा जिला पंचायत सदस्य हैं। रणधीर स्कॉर्पियो से चलता था। नेताजी वाले शौक थे। दो और कारें घर पर खड़ी रहती थीं। अंजली ऐसी ही लाइफ चाहती थी। वहीं, उदय एक मिडिल क्लास जिंदगी की जरूरतों को पूरा करने में लगा रहता था। यही वजह है, रणधीर और अंजली धीरे-धीरे करीब आ गए। संबंध बन गए, तो रणधीर उसके खर्च उठाने लगा। उसकी जरूरतें पूरी करता था। उधर, उदय दोस्ती के चक्कर में अपनी शादीशुदा जिंदगी में आए भूचाल से अनजान था। रणधीर जरूरत पड़ने पर उदय को भी रुपए दे देता था। रणधीर के बैंक ट्रांजैक्शन तलाशने के बाद पुलिस को ऐसे फैक्ट मिले हैं। 11 दिन की नैनीताल ट्रिप में रणधीर-उदय दुश्मन बने
अब सवाल उठता है कि उदय को शक कब हुआ? इसके जवाब पुलिस कस्टडी में रवि पासी और राम सिंह ने दिए हैं। उनका कहना है कि उदय ने अपनी पत्नी अंजली का रणधीर के लिए लगाव भांप लिया था। उदय ने ही हिल स्टेशन जाने की प्लानिंग की। उसने रणधीर के दिल का हाल जानने के लिए उससे जिक्र किया कि कहीं घूमने चलते हैं? उसने कहा कि ऐसा अंजली बोल रही थी, आप भी साथ चलो। रणधीर तो मन ही मन खुश हो रहा था। उसने कहा कि मेरी पत्नी बबली तो अपने मायके जा रही है। उसकी मां बीमार है। मैं ही चलता हूं। रणधीर ने अपनी कार से बाईरोड नैनीताल जाने का प्लान बनाया। 20 जून को सभी नैनीताल पहुंचे। 1 जुलाई को वो लोग वापस आए। इस ट्रिप पर रणधीर ने 1.75 लाख रुपए खर्च किए। 11 दिन की नैनीताल ट्रिप के दौरान 10 साल की उदय और रणधीर की दोस्ती सबसे बड़े दुश्मन के रूप में बदल गई। वहां उदय को सबूत दिख गए कि उसकी पत्नी अंजली के रणधीर के साथ गहरे संबंध हैं। उसने अपने मोबाइल में अंजली की कुछ तस्वीरें और वीडियो भी बनाए। राम सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने अंजली और रणधीर को संबंध बनाते हुए भी देख लिया था। हालांकि, उसने कुछ भी रणधीर पर जाहिर नहीं होने दिया। 2 जुलाई को अंजली को उदय ने पीटा, झगड़ा हुआ
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि 2 जुलाई को उदय और उसकी पत्नी अंजली के बीच तकरार और मारपीट की नौबत आ गई। उदय का सब्र जवाब दे गया और उसने अवैध संबंध की बात सामने रख दी। इसके बाद उदय पत्नी अंजली को प्रताड़ित करने लगा। कॉल डिटेल से ये साबित हुआ कि विवाद के बाद अंजली ने रणधीर को फोन पर पूरा मामला बताया था। अब उदय और रणधीर के बीच खुलकर दुश्मनी हो गई थी। दोनों एक-दूसरे से अलग हो गए थे। लेकिन, उनके बीच की कड़ी राम सिंह था, जो दोनों का दोस्त था। हालांकि, दोस्त की पत्नी से अवैध संबंध और उसकी तड़प देखकर राम सिंह उदय के साथ आ गया था। इसके बाद हत्या की प्लानिंग में भी शामिल हो गया। 11 जुलाई को मौत, तेरहवीं तक उदय ने किसी से बात नहीं की
1 जुलाई को नैनीताल से लौटने के बाद अवैध संबंध का बवाल मचा। 11 जुलाई को अंजली की संदिग्ध मौत कई सवाल खड़े कर गई। अब हत्याकांड के बाद कहा जा रहा है कि उदय ने पत्नी को मार दिया था। पुलिस नए सिरे से जांच कर रही है। हालांकि उदय ने अंतिम संस्कार से लेकर तेरहवीं तक सब कुछ बहुत विधि-विधान से किया था। अब उसके जानने वाले कहते हैं कि इस दौरान वह बहुत खामोश रहता था। किसी से बात नहीं करता था। रिश्तेदारों और दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वह हर वक्त चुप रहता था। अब ऐसा माना जा रहा है कि वह अंदर ही अंदर सिर्फ बदले को अंजाम देने की प्लानिंग करता रहता था। डॉ. उदय की फेसबुक ID पर 11 अगस्त को ये तस्वीरें पोस्ट हुई… सिर कूचने के लिए 50 हजार में कॉन्ट्रैक्ट
उदय ने BJP नेता की हत्या की प्लानिंग 3 लेवल पर की थी। पहली- रणधीर को मारने के बाद लाश को रेलवे ट्रैक तक ले जाने की प्लानिंग थी। दूसरी- 50 हजार रुपए का ठेका 2 लड़कों को इस बात का दिया था कि वह रणधीर का सिर कूच देंगे और लाश को रेलवे ट्रैक पर रख की धज्जियां उड़ा देंगे। एक ट्रेन गुजरने के बाद दूसरी ट्रेन आने तक इंतजार करेंगे। तीसरा- साथियों के साथ उदय की कार से चित्रकूट पहुंचकर उसको जला देगा। प्लानिंग में बदलाव तब हुआ, जब उदय ने रणधीर का मोबाइल लेकर उसे देखा। इसके बाद उसने खूब शराब पी। नशे में वह लाश छोड़कर हटा ही नहीं। रुपए देने के बावजूद उसने रेलवे ट्रैक के बाद रणधीर का सिर कुचवाया। तब वह वहीं मौजूद रहा। लाश को रेलवे ट्रैक पर रखवाने के बाद भी नहीं गया। ट्रेन आई और चली गई, लेकिन गुस्से में रणधीर मौजूद रहा। फिर लाश रखवाई, इसके बाद वहां से गया। लाश कूचने वाले रवि पासी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी उम्र करीब 24 साल है। वह धूमनगंज के मोहल्ला नींवा का रहने वाला है। पुलिस अभी भी उसके 2 साथियों की तलाश कर रही है। पुलिस को जो CCTV फुटेज मिली, वो जानिए
22 अगस्त की रात 8.30 बजे के बाद BJP नेता रणधीर यादव राम सिंह के साथ था। इसका सीसीटीवी सामने आ चुका है। इसमें रणधीर अपनी स्कॉर्पियो में राम सिंह के साथ बैठा दिखा है। पुलिस और परिवार के मुताबिक, यह रणधीर यादव को मौत के घाट उतारे जाने से पहले का फुटेज हैं। इसमें आखिरी बार रणधीर जिंदा दिखा है। यह वीडियो 22 अगस्त की रात 8.55 से 9.02 बजे के बीच का है। इसमें राम सिंह ड्राइवर सीट के बगल में बैठा था। जबकि ड्राइवर सीट पर बैठा शख्स गाड़ी में लगी काली फिल्म के चलते साफ नहीं देखा जा सका। फिर भी परिवार ने दावा किया कि गाड़ी की ड्राइवर सीट कर रणधीर बैठा था। इस दौरान गाड़ी का शीशा 2 बार राम सिंह की तरफ से खुला। उसने कुछ सामान मंगवाने के लिए होटल से बुलाए गए युवक को रुपए दिए। बताया जा रहा है, गाड़ी इस होटल पर करीब 9.30 बजे तक खड़े रही। इस दौरान गाड़ी में ही राम सिंह और रणधीर के बीच पीने-पिलाने का दौर चल रहा था। पत्नी की मौत पर सिंदूर लगाकर रोया था
उदय अपनी पत्नी की मौत पर उसकी लाश की मांग में सिंदूर लगाकर खूब रोया था। यह वीडियो उसकी इंस्टाग्राम ID पर 11 जुलाई को 12.37 बजे पोस्ट में दिखाई पड़ रहा है। वीडियो में उदय यादव पत्नी अंजली की लाश से लिपट कर इतना रोया कि उसे परिवार के लोगों ने खींचकर अलग किया था। अंजली की मौत से उदय काफी दुखी दिखाई पड़ रहा था। उसने अपनी पत्नी का हिंदू रीति-रिवाज से न सिर्फ अंतिम संस्कार किया, बल्कि उसकी आत्मा को शांति मिले इसके लिए 13 दिन शांति पाठ हवन और दूसरे कर्मकांड भी बखूबी निभाए थे। उदय को ढूंढते हुए कानपुर पहुंची पुलिस
उदय की तलाश में पुलिस की एक टीम कानपुर में रिश्तेदार के घर गई थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इतना जरूर सामने आया कि वह हत्या करने के बाद वहां पहुंचा था। उसके चचेरे भाई विजय की लोकेशन आखिरी बार प्रयागराज में ही मिली थी। इसके बाद कुछ पता नहीं चला। ———————– ये खबर भी पढ़ें : BJP नेता के मोबाइल में कातिल की बीवी की तस्वीरें, हत्या के बाद डॉ.उदय सबूत साथ ले गया BJP नेता रणधीर सिंह की हत्या करने के 9 दिन बाद भी पुलिस उसका मोबाइल बरामद नहीं कर सकी है। हत्या प्रयागराज में हुई, कातिलों ने स्कॉर्पियो चित्रकूट में छोड़ी थी। पुलिस कस्टडी में हत्यारोपी राम सिंह से जब पूछा गया कि रणधीर का मोबाइल कहां है? राम सिंह ने हंसते हुए कहा- आपको मोबाइल नहीं मिलेगा। वो तो डॉ. उदय अपने साथ ले गया। पढ़िए पूरी खबर…
दोस्त की बीवी के खर्च उठाता था BJP नेता:प्रयागराज में हर महीने मोटी रकम देता; अवैध संबंधों का पता चलने पर हुई हत्या
