बेल्जियम ने फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने का ऐलान किया है। विदेश मंत्री मैक्सिम प्रीवोट ने मंगलवार को कहा कि इसी महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र के दौरान इसका ऐलान होगा। बेल्जियम ने कहा कि वे इजराइल पर सख्त प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे, ताकि ‘टु स्टेट सोल्यूशन’ का रास्ता साफ हो सके। इस महीने संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन जैसे देश फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले हैं। फिलिस्तीन को मान्यता देने की बढ़ती घोषणाओं से इजराइल नाराज है। बेल्जियम ने साफ किया है कि वह इजराइल पर 12 बड़े प्रतिबंध लगाएगा। इनमें उसकी बस्तियों से आने वाले उत्पादों के आयात पर रोक, इजराइली कंपनियों के साथ सार्वजनिक खरीद समझौतों की समीक्षा करना शामिल है। फिलिस्तीनी कई दशकों से इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक और गाजा में अपना स्वतंत्र राज्य चाहते हैं। लेकिन अमेरिका का कहना है कि फिलिस्तीनी राज्य तभी बन सकता है जब इजराइल और फिलिस्तीन आपस में सीधे बातचीत करें। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… अजरबैजान के राष्ट्रपति का भारत पर आरोप- पाकिस्तान से संबंधों का बदला ले रहा अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने भारत पर आरोप लगाया है कि वह, अजरबैजान की पाकिस्तान से नजदीकी का बदला वैश्विक मंचों पर ले रहा है। यह बयान उन्होंने सोमवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात में दिया। दरअसल भारत ने SCO की सदस्यता के लिए अजरबैजान की दावेदारी को खारिज कर दिया था। इसके पीछे उसकी पाकिस्तान से नजदीकी को वजह बताया जा रहा है। मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया था। अलीयेव ने कहा कि भारत के रुख के बावजूद उनका देश पाकिस्तान के साथ रिश्तों में भाईचारे को प्राथमिकता देता है। वहीं पाकिस्तानी पीएम शरीफ ने भारत के साथ हुए सैन्य टकराव के दौरान अजरबैजान के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। इजराइली सेना का गाजा में हमास के अंडरग्राउंड ठिकानों पर हमला; मिस्र ने हमले की निंदा की इजराइली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने सोमवार को नॉर्थ गाजा में हमास की चौकियों और एंटी-टैंक मिसाइल लॉन्च साइट को निशाना बनाया। IDF के मुताबिक उसने जबालिया इलाके के पास विस्फोटक सुरंगों और कैमरा नेटवर्क को ध्वस्त किया गया। वहीं साउथ गाजा में भी कई हमास लड़ाकों और अंडरग्राउंड ठिकानों को खत्म किया गया। इस बीच मिस्र ने गाजा में इजराइल की सैन्य कार्रवाई की निंदा की। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि इजराइल अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन कर रहा है और युद्धविराम की कोशिशों को नजरअंदाज कर रहा है। मंत्रालय के मुताबिक, इजराइल ने मिस्र और कतर की ओर से सुझाए गए युद्धविराम प्रस्ताव का भी जवाब नहीं दिया, जिससे स्पष्ट है कि वह शांति प्रयासों का विरोध कर रहा है। सूडान में भूस्खलन की चपेट में आया पूरा गांव; 1000 से ज्यादा लोगों की मौत पश्चिमी सूडान के मर्रा पर्वतीय इलाके में भीषण भूस्खलन से एक गांव पूरी तरह तबाह हो गया। 31 अगस्त को भारी बारिश के बाद हुए इस हादसे में कम से कम 1,000 लोगों की मौत हो गई, जबकि केवल एक व्यक्ति जिंदा बच पाया। इसकी जानकारी सूडान लिबरेशन मूवमेंट/आर्मी (SLM/A) ने दी। अब्दुलवाहिद मोहम्मद नूर के नेतृत्व वाले इस समूह ने बयान जारी कर कहा कि पूरा गांव जमींदोज हो चुका है।समूह ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय राहत एजेंसियों से शवों को बाहर निकालने और पीड़ितों की मदद की अपील की है यह गांव दरफूर क्षेत्र में आता है, जहां लंबे समय से संघर्ष जारी है। उत्तर दरफूर राज्य में सेना और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के बीच चल रहे दो साल पुराने गृहयुद्ध से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग मर्रा पर्वत क्षेत्र में शरण लेने पहुंचे थे। लेकिन यहां भी उनके पास न तो पर्याप्त भोजन था और न ही दवाइयां। पिछले दो सालों से जारी गृहयुद्ध ने सूडान को गहरे मानवीय संकट में धकेल दिया है। आधी से ज्यादा आबादी भुखमरी के कगार पर है। लाखों लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं। उत्तर दरफूर की राजधानी अल-फाशिर पर लगातार हमले हो रहे हैं। स्थानीय संगठनों का कहना है कि अगर जल्द अंतरराष्ट्रीय मदद नहीं पहुंची, तो मर्रा पर्वतीय क्षेत्र में यह आपदा और भी बड़ा मानवीय संकट बन सकती है। ———————————— 1 सितंबर के वर्ल्ड अपडेट्स यहां पढ़ें…
वर्ल्ड अपडेट्स:बेल्जियम फिलिस्तीन को अलग देश की मान्यता देगा, इजराइल पर 12 तरह के प्रतिबंध भी लगाएगा
