कौशांबी में 15 साल की लड़की को 24 घंटे में सांप ने 3 बार डसा। परिवार वालों ने उसका जिला अस्पताल में इलाज कराया। हैरान करने वाली बात ये है कि लड़की को 40 दिन में 9 बार सांप डस चुका है। इस घटना से परिवार वाले हैरान हैं। डर कर उन्होंने घर के बाकी बच्चों को रिश्तेदारों के पास भेज दिया है। खुद भी गांव छोड़ने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है- हमारे पास अब इलाज कराने के पैसे नहीं बचे। पूरा मामला सिराथू के भैंसहापर गांव का है। अब पढ़िए पूरा मामला… भैंसहापर गांव में रणजीत मौर्य का परिवार रहता है। घर में पत्नी ममता देवी दो बेटी रिया (15) प्रिया (10) और बेटा रियांशु (7) रहता है। रणजीत खेती किसानी का काम करते हैं। बड़ी बेटी रिया को 40 दिन में नौ बार सांप डस चुका है। जिससे परिवार दहशत में है। उन्होंने तांत्रिक से झाडफ़ूक और इलाज कराया। रिया के पैर पर सांप के डसने के निशान भी हैं। रिया ने कहा- जिस सांप ने डसा वह काले रंग का बहुत बड़ा था। कभी खेत में तो कभी घर में काम करते समय डस लेता है। मैं बेहोश हो जाती हूं। इसके बाद मुझे कुछ याद नहीं रहता है। सांप ने 22 जुलाई को पहली बार डसा
पिता राजन मौर्य ने बताया कि 22 जुलाई को पहली बार खेत में काम करते समय बेटी को सांप ने डस लिया। हम उसे जिला अस्पताल लेकर गए। जहां इलाज हुआ। लेकिन 13 अगस्त को सांप ने फिर डस लिया। हम जिला अस्पताल ले गए। वहां स्थिति गंभीर देख डॉक्टर ने प्रयागराज रेफर कर दिया। जहां उसका इलाज हुआ। लेकिन पिछले 24 घंट में तीन बार डस चुका है। पहले तो रविवार रात 11 बजे फिर सोमवार सुबह 6 और 10 बजे डसा। अस्पताल ले जाने पर जान बची। इलाज कराने में सारी जमा पूजी खत्म हो गई है। अब हमारे पास इलाज के पैसे नहीं बचे हैं। इसलिए मजबूरी में झाड़ को और तांत्रिक का सहारा लेना पड़ेगा। अक्सर काटने के एक घंटे बाद वह बेहोश हो जाती है। इसके बाद अस्पताल या तांत्रिक के पास ही होश आता है। इस तरह की लगातार हो रही घटनाओं से डर करके हमने अपने बच्चों को ननिहाल भेज दिया है। अब हम गांव छोड़ने का सोच रहे हैं। डॉ. अरूण तिवारी ने बताया कि रिया को 3 बार अस्पताल लाया गया था। मरीज के पैर पर सांप के डसने के निशान मिले। सांप जहरीला नहीं था। इस लिए जल्द ही इलाज कर छोड़ दिया गया। गांव वाले बोले- प्रशासन और वन विभाग खामोश
गांववालों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी वन विभाग ने सांप पकड़ने की कोशिश नहीं की। न ही प्रशासन ने पीड़ित परिवार की कोई मदद की। भवंस मेहता महाविद्यालय के जूलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. महेंद्र उपाध्याय ने कहा कि कोबरा हो या वायपर, इन प्रजातियों के सापों में जहर होता है। लेकिन, जिस तरह से वह बच्ची बता रही है कि हरे रंग के धारीदार सांप ने उसे काटा है। वह वाटर स्नैक हो सकता है। वाटर स्नैक में जहर बहुत कम होता है। इसलिए वह सही और सुरक्षित है। एक ही सांप बार बार किसी को काटे ऐसी बात संभव नहीं लग रही है। इस मामले में कौशांबी के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय कुमार ने बताया कि रिया को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिराथू लाया गया है। उसकी पल्स व बीपी बिल्कुल नार्मल है। उसके घर के आसपास की सफाई कराने के लिए सफाई कर्मचारियों को बोला गया है। रिया का घर मिट्टी का है। बारिश के दिनों में ऐसी घटनाओं का होना स्वाभाविक है। लेकिन किसी को सांप 9-9 बार काटे, इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता है। ————————- ये खबर भी पढ़ें- सीएम आवास के पास महिला ने किया आत्मदाह का प्रयास:हरदोई से पति और बच्चों के साथ आई थी; बोली- 50 लाख की ठगी हुई लखनऊ में सीएम आवास के पास महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया। सोमवार को महिला पति और दो बच्चों के साथ हरदोई से लखनऊ पहुंची। सीएम आवास के सामने बने गोल्फ क्लब में अचानक उसने बैग से शीशी निकाली और खुद पर तेल उड़ेल लिया। पढ़ें पूरी खबर
लड़की को 24 घंटे में 3 बार सांप ने डसा:एक महीने में 9 बार डसा, कौशांबी में पिता बोले-अब गांव छोड़ देंगे
