हिमाचल के मंडी में गुरुद्वारा के पास सोमवार देर रात पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरे। इनकी आवाजें सुनकर लोग दहशत में आ गए। कॉलोनी के 200 से ज्यादा लोग अपने घरों से बाहर भागे और रात में सुरक्षित स्थान पर चले गए। इस दौरान कई महिलाएं व लड़कियां रो रही थीं। वहीं, प्रदेश के अन्य भागों में भी रातभर भारी बारिश हुई। इससे नदी-नाले उफान पर हैं। जगह-जगह लैंडस्लाइड के बाद 4 नेशनल हाईवे समेत 1277 सड़कें, 3207 बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 790 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन भी बंद पड़ा है। उधर, किन्नौर जिला की अधिक ऊंची चोटियों पर सीजन की पहली बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने आज भी दोपहर 12 बजे तक बिलासपुर, कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, सोलन व ऊना जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा एक-दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों में आज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसे देखते हुए हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) शिमला, सेंटर यूनिवर्सिटी धर्मशाला समेत शिमला, सोलन, चंबा, ऊना, बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, किन्नौर और कुल्लू जिलों के शिक्षण संस्थान आज बंद रहेंगे। DC ने सभी स्कूलों में टीचरों को ऑनलाइन कक्षाएं लेने के निर्देश दिए हैं। बारिश के नुकसान के PHOTOS…
मंडी में लैंडस्लाइड, 200 लोगों ने घर छोड़ा:9 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद; चंडीगढ़-मनाली फोरलेन समेत 1277 सड़कें बंद
