झांसी के मंडल रेलवे अस्पताल में दो घोड़े घुस गए। उन्हें देखकर मरीज और तीमारदारों ने दरवाजे बंद कर लिए। डॉक्टर भी बचने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। 30 मिनट तक घोड़े अस्पताल में रहे।इस दौरान अफरातफरी जैसा माहौल रहा। बाद में घोड़े पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए जाने वाले गेट से बाहर निकल गए। तीमारदार रोहित ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) से इसकी शिकायत की है। वीडियो शुक्रवार का है, लेकिन शनिवार शाम को सामने आया। तस्वीरें देखिए- पूरा मामला जानिए शुक्रवार शाम 5 बजे दो घोड़े अस्पताल में अंदर घुस आए। इसके बाद वह इधर-उधर टहलने लगे। पहले नई इमरजेंसी पहुंचे तो यहां गेट बंद थे। इसके बाद रेडियोलॉजी विभाग की तरफ बढ़ गए। यहां से घूमते हुए वह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय पहुंच गए। इसके बाद पुरुष मेडिकल और सर्जिकल वार्ड की तरफ बढ़ गए। घोड़ों के बिदकने के डर से मरीजों में हलचल होने लगी। तीमारदारों ने मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए वार्ड के गेट बंद कर लिए। इसके बाद घोड़े वार्ड के पास लगे वाटर कूलर के बगल से पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए जाने वाले गेट से निकल गए। तीमारदार ने वीडियो बनाकर शिकायत की एक मरीज के तीमारदार रोहित ने इसका वीडियो बना लिया। उन्होंने वीडियो को X पर पोस्ट कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने रेलवे बोर्ड चेयरमैन, उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक, डीआरएम झांसी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को टैग कर शिकायत की। लिखा- यह रेलवे हॉस्पिटल कम, पशु चिकित्सालय ज्यादा है। पूरे अस्पताल में घोड़े दौड़ रहे हैं। हॉस्पिटल में गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं। जानवर इन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन अधिकारी को अपने AC चैंबर से फुर्सत नहीं है। पहले भी आश्वासन दिया था, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। उन्होंने मामले में अधिकारियों से हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट पर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है। अस्पताल के CMS ने तीमारदार की शिकायत पर जवाब दिया। लिखा- मंडल चिकित्सालय में सुरक्षा व्यवस्था के लिए फाइल प्रक्रियाधीन है। इसके साथ ही कैटल कैचर के लिए रेलिंग लगाए जाने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए खोला गया अस्पताल
झांसी का मंडलीय रेलवे अस्पताल 14 हजार रेलकर्मियों, उनके परिवारों, 20 हजार से अधिक पेंशनरों और उनके आश्रितों के लिए खोला गया है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कार्यरत झांसी मंडल के रेलवे कर्मचारी यहीं इलाज कराने आते हैं। ओपीडी के साथ ही यहां क्रिटिकल केयर, ऑर्थो, नेत्र, प्रसूति, मेडिसिन और सर्जिकल वार्ड भी हैं। यहां हर समय लगभग 60 से 80 मरीज भर्ती रहते हैं। ————————— ये खबर भी पढ़ें… भाजपा नेता को नैनीताल में पत्नी से संबंध बनाते देखा:प्रयागराज में हत्या करके पटरी पर रखा शव, चीथड़े उड़े; आरोपी का कबूलनामा प्रयागराज के BJP नेता रणधीर यादव की किडनैपिंग और हत्या की कहानी दिल दहला देने वाली है। डॉ. उदय यादव को शक था कि उसकी बीवी अंजली से रणधीर का अफेयर है। इसलिए 2 महीने पहले नैनीताल घूमने का प्लान बनाया। पढ़ें पूरी खबर
झांसी के अस्पताल में घुसे घोड़े, VIDEO:तीमारदारों ने गेट बंद किए, डॉक्टर भी बचने के लिए भागे, 30 मिनट तक अफरातफरी
