भागलपुर में गंगा का जलस्तर फिर से बढ़ रहा है। गुरुवार को गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल से ऊपर चला गया है। 28 अगस्त को सुबह 10 बजे वाचर लेवल 33.05 मीटर रिकॉर्ड किया गया। हालांकि यह अभी खतरे के निशान (33.68 मीटर) से 63 सेंटीमीटर नीचे है। हालांकि जल संसाधन विभाग ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में गंगा का पानी डेंजर लेवल को पार कर सकता है। ऐसी स्थिति में जिले के निचले इलाकों में एक बार फिर बाढ़ का संकट गहरा जाएगा। 20 दिन पहले जिले में बाढ़ ने काफी तबाही मचाई थी। करीब 6 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। एक बार फिर पानी बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया। जिसको लेकर लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। कई इलाकों में बाढ़ का खतरा पिछले कई दिनों से गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। वार्निंग लेवल पार होने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में है। शहरी क्षेत्र के कई हिस्सों में भी पानी घुसने की आशंका जताई जा रही है। खासकर तातारपुर, बरारी, जगदीशपुर, शाहकुंड, सुल्तानगंज और सबौर इलाके को बाढ़ से सबसे ज्यादा खतरा है। ग्रामीणों का कहना है कि हर साल गंगा का पानी उनके खेत और घरों में घुस जाता है। जिससे लाखों की आबादी प्रभावित होती है। इस बार भी बाढ़ की आहट ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। अगर जलस्तर में वृद्धि का यही सिलसिला जारी रहा, तो आने वाले दो दिनों में बड़ी आबादी को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ सकती है।
भागलपुर में गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल से ऊपर:निचले इलाकों में पानी घुसने का खतरा, बाढ़ से छह लाख की आबादी हुई थी प्रभावित
