शेखपुरा में महान सूफी संत हजरत इशहाक मगरबी का वार्षिक उर्स मेला रविवार को संपन्न हो गया। दो दिनों तक चले इस आयोजन में 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। विभिन्न जगहों से आए श्रद्धालुओं ने सूफी संत के मजार पर माथा टेककर चादर चढ़ाई। उन्होंने सुख-समृद्धि की दुआ भी मांगी। विधायक ने मजार पर चादर पोशी की शनिवार को शुरू हुए उर्स मेले का विधिवत उद्घाटन विधायक विजय सम्राट ने मजार पर चादर पोशी कर किया था। दो दिवसीय मेले का समापन रविवार को हुआ। हालांकि मेला देर रात तक चला। उर्स मेले में बिहार के कई जिलों से जायरीन भाग लेने पहुंचे। मेले को लेकर परिसर में काफी दुकानें सजी थीं। 49.97 करोड़ में मजार का होगा सौंदर्यीकरण इस मजार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी 2019 के दिसंबर महीने में चादर पोशी कर चुके हैं। इस साल मटोखर शरीफ के सौंदर्यीकरण हेतु राज्य सरकार ने 49.97 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की है। इससे सौंदर्यीकरण कार्य शुरू हो गया है। राज्य के कई प्रमुख राजनीतिज्ञ भी यहां माथा टेक चुके हैं। 600 साल पुरानी मान्यता मान्यता है कि लगभग 600 वर्ष पहले ईरान के तत्कालीन शासक के पुत्र इशहाक ने इस स्थान पर अपनी कुटिया बनाई थी। उन्होंने इस क्षेत्र में आपसी भाईचारा और सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया था। कुछ लोगों का कहना है कि इस स्थान पर पहले काली खोह (गुफा) थी। भगवान बुद्ध ने भी यहां विश्राम किया था। इतिहास के जानकार प्रो. लालमणि विक्रांत के अनुसार इस स्थल का संबंध महाभारत काल से भी जुड़ा है। डीएम आरिफ अहसन के निर्देशों पर मेला स्थल पर सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेटों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी।
मटोखरशरीफ में 2 दिवसीय वार्षिक उर्स मेला संपन्न:शोखपुरा में 30 हजार श्रद्धालुओं ने लिया भाग, विधायक ने चादरपोशी से किया उद्घाटन
