गयाजी की श्वेता राजभाषा अधिकारी बनकर गांव लौटीं:यूपीएससी परीक्षा में हुईं सफल, गांव के बच्चों से पढ़ाई जारी रखने का आग्रह

गयाजी की श्वेता राजभाषा अधिकारी बनकर गांव लौटीं:यूपीएससी परीक्षा में हुईं सफल, गांव के बच्चों से पढ़ाई जारी रखने का आग्रह

गयाजी के वजीरगंज प्रखंड के अमैठी गांव की बेटी श्वेता कुमारी ने यूपीएससी परीक्षा पास कर राजभाषा अधिकारी बनने का गौरव हासिल किया है। श्वेता अपने गांव लौटीं तो रविवार को कुशवाहा भवन में ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। श्वेता कुमारी सुशील मालाकार और सुनीता भगत की बेटी है। स्वागत समारोह में पंचायत समिति सदस्य शशिभूषण प्रसाद और सम्राट अशोक कुशवाहा सेवा समिति के पूर्व अध्यक्ष पिंकू वर्मा ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे हर मंजिल प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने ग्रामीणों से अपने बच्चों को हर हालत में पढ़ाने का आग्रह किया। समारोह की अध्यक्षता पूर्व मुखिया पुनीत महतो ने की। मंच संचालन शिक्षाविद राजेंद्र प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में पूर्व पैक्स अध्यक्ष राणा रंजीत कुमार सहित कई प्रबुद्ध नागरिकों ने छात्र-छात्राओं को शिक्षा के प्रति जागरूक किया। 10 साल की उम्र तक गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की श्वेता के पिता सुशील मालाकार ने कहा कि उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के लिए हर जरूरत को समय पर पूरा किया। उन्होंने गांव के बच्चों से पढ़ाई जारी रखने का आग्रह किया। श्वेता की दादा राजकुमार मालाकार भावुक हो गए और उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। श्वेता ने बताया कि उन्होंने 10 साल की उम्र तक गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की। फिर पिता के साथ कोलकाता जाकर मैट्रिक सहित कई परीक्षाएं पास कीं। उन्होंने 2023 में पहली बार में ही यूपीएससी परीक्षा पास की। इंटरव्यू में भी सफल होने के बाद उन्हें गृह मंत्रालय के अधीन मध्य प्रदेश के इंदौर में राजभाषा विभाग में कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर नियुक्ति मिली। वर्तमान में वह इंदौर में ही कार्यरत हैं।

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