गया में सावन माह की शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को फल्गु सेवा समिति के बैनर तले फल्गु महा आरती का आयोजन किया गया। यह आयोजन विष्णुपद स्थित देवघाट फल्गु नदी के किनारे हुआ। कार्यक्रम में 5000 से अधिक भक्त शामिल हुए। फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्नालाल पाठक धोकरी की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। हिंदू सनातन धर्म के अनुसार सावन पूर्णिमा का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और इसे रक्षाबंधन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ब्राह्मण वर्ग श्रावणी उपाकर्म करते हैं। यह ब्राह्मणों का विशेष पर्व होता है और सावन माह भगवान शिव को समर्पित होता है। पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पांच गयापाल ब्राह्मणों – केशव पाठक, रंजन बिट्ठल, मानस भैया, अनुराग गुर्दा और श्रीशंत सेन ने फल्गु महा आरती संपन्न कराई। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु और महादेव का पूजन करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। फल्गु सेवा समिति का मानना है कि नारायण विष्णुपाद श्री फल्गु जी की कृपा से विश्व का कल्याण होगा। इस महा आरती में कई गणमान्य व्यक्ति विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मौके पर बिनोद लाल मेहरवर, मनी लाल बारीक़, गौतम गायब, द्वारिका बाबू बिट्ठल, कमल बारीक़, आशीष कटरियार, अजय कटरियार, शशी हल, मुन्नू दुबे, माधव धोकडी, गोपी धोकडी, शम्भू गुर्दा, बैजू चौधरी, बाबू गुर्दा, मुन्ना गुर्दा, जीतू गुर्दा, छोटू बारीक़ और गोकूल दुबे शामिल रहे।
सावन पूर्णिमा पर फल्गु महाआरती में उमड़ी भक्तों की:गया के विष्णुपद स्थित देवघाट पर हुआ आयोजन, 5000 से अधिक श्रद्धालु पहुंचे
