नवादा में बीते सप्ताह मिले शिवलिंग की जांच के लिए पुरातत्व विभाग की टीम पहुंची। टीम ने जब शिवलिंग की जांच शुरू की, तभी अफवाह फैल गई कि अधिकारी शिवलिंग को ले जा रहे हैं। इस अफवाह के बाद गांगटी और आसपास के गांवों के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों और विभाग के कर्मियों को घेर लिया और जमकर हंगामा किया। पुरातत्व विभाग की टीम वापस लौटी जांच के दौरान मंदिर के पुजारी के लाए पानी से शिवलिंग को धोया गया। इसके बाद पुरातत्व विभाग के अधिकारी उसकी जांच कर रहे थे। नाराज ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए रास्ता जाम कर दिया और विरोध शुरू कर दिया। स्थिति को देखते हुए पुरातत्व विभाग की टीम को वापस लौटना पड़ा। SDPO ने ग्रामीणों की दी समझाइश मामले की सूचना मिलते ही एसडीपीओ राकेश कुमार भास्कर अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया कि टीम शिवलिंग लेने नहीं, बल्कि यह जांच करने आई थी कि शिवलिंग कितना पुराना है। एसडीपीओ के समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए। एसडीपीओ राकेश कुमार भास्कर ने लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन का उद्देश्य केवल शिवलिंग की प्राचीनता का पता लगाना था, न कि उसे कहीं ले जाना।
नवादा के गांगटी गांव में शिवलिंग को लेकर विवाद:अफवाह फैली कि पुरातत्व अधिकारी शिवलिंग ले जा रहे, ग्रामीणों ने रास्ता जाम किया
